वाराणसी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हाथी को मिलेगा एफआरयू का दर्जा, 50 बेड की होगी सुविधा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को बनारस आ रहे हैं। उनके आगमन को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) हाथी बाजार एक दिन पहले सज-धज कर तैयार हो गया। गोद लेने की औपचारिकता पूरी करने के बाद पहली बार सीएम स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण करेंगे।
वाराणसी, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को बनारस आ रहे हैं। उनके आगमन को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) हाथी बाजार एक दिन पहले सज-धज कर तैयार हो गया। गोद लेने की औपचारिकता पूरी करने के बाद पहली बार सीएम स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण करेंगे। इसके मद्देनजर सीएचसी हाथी बाजार पर लगातार आला अधिकारियों का दौरा हो रहा है और तैयारियों का जायजा लिया जा रहा है। गुरुवार को केंद्र पर एक एनेस्थिसिया विशेषज्ञ की नियुक्ति भी कर दी गई। केंद्र को फर्स्ट रेफरल यूनिट का दर्जा देने के लिए शासन को पत्र लिखा गया है। स्वीकृति मिलने के बाद केंद्र पर आधुनिक चिकित्सीय सुविधाओं को समृद्ध् करने के साथ ही डाक्टरों व स्वास्थ्यकर्मियों की संख्या भी बढ़ाई जा सकेगी।
लगातार हो रही बारिश के चलते तैयारियों में व्यवधान जरूर उत्पन्न हुआ, लेकिन वैकल्पिक व्यवस्था कर इसे अंतिम रूप दिया गया। सीएमओ डा. वीबी सिंह के मुताबिक सीएचसी हाथी बाजार के 18 बेड निजी भवन में संचालित थे। अब 15-15 बेड के दो अन्य वार्ड भी प्रस्तावित हैं। इनमें से 15 बेड पीडियाट्रिक के तो वहीं शेष 15 बेड सामान्य होंगे। इसके साथ स्वास्थ्य केंद्र की क्षमता करीब 50 बेड हो जाएगी।
डा. सिंह ने बताया कि सुबह सीएम योगी आदित्यनाथ का हेलीकाप्टर यहीं लैंड करेगा। आक्सीजन प्लांट लगने वाले स्थान, बिछाई जा रही पाइपलाइन के साथ ही सीएम यहां की चिकित्सीय सुविधाओं का निरीक्षण करेंगे। उधर, ग्रामीणों का कहना था कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर लगी एक्स-रे मशीन पुरानी हो चुकी है। यहां डिजिटल एक्स-रे मशीन लगनी चाहिए। वहीं आपरेशन थिएटर को भी आधुनिक मशीनों से लैस करने के साथ ही आर्थो के लिए अलग ओटी बनाने की मांग की।
सीएम करने वाले हैं निरीक्षण और टपक रही है छत
मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर जहां एक तरफ लोगों में खुशी है, वहीं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हाथी बाजार छत गुरुवार को हुई बारिश के चलते टपकने से लगी। इससे स्वास्थ्यकर्मियों के हाथ-पांव फूलने लगे। छत टपकने से बेड व दीवार भीग चुकी है। एक इंजीनियर ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि दो महीना पहले छत पर सोलर पैनल लगाया था। ड्रिल मशीन से छेद कर पैनल को कसा गया था, जिसके कारण छत टपकने लगी है। ज्ञात हो कि 30 बेड का जो वार्ड सीएम ने गोद लिया है वह अभी तैयार नहीं है। समय कम था। ऐसे में पुराने भवन में ही आठ-आठ बेड का वार्ड तैयार किए गए हैं, जिनकी छत टपक रही है।