वाराणसी नगर निगम सावन माह में व्यवस्था करेगा मजबूत, शिव मंदिरों से रोड कनेक्टिविटी होगी बेहतर

सावन मास को देखते हुए सभी 90 वार्डों व 495 मोहल्लों में बुनियादी सुविधाओं को बेहतर करने का प्रस्ताव पास हुआ। सदस्यों ने कहा कि सीवर पेयजल लाइट आदि की मुक्कमल व्यवस्था होनी चाहिए। शिव मंदिरों से कनेक्ट होने वाले रोड बेहतर होने चाहिए।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 11:19 AM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 11:19 AM (IST)
वाराणसी नगर निगम सावन माह में व्यवस्था करेगा मजबूत, शिव मंदिरों से रोड कनेक्टिविटी होगी बेहतर
मांग उठी कि शिव मंदिरों से कनेक्ट होने वाले रोड बेहतर होने चाहिए।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। सावन मास को देखते हुए सभी 90 वार्डों व 495 मोहल्लों में बुनियादी सुविधाओं को बेहतर करने का प्रस्ताव पास हुआ। सदस्यों ने कहा कि सीवर, पेयजल, लाइट आदि की मुक्कमल व्यवस्था होनी चाहिए। शिव मंदिरों से कनेक्ट होने वाले रोड बेहतर होने चाहिए।

91 (1) के प्रस्ताव अगली बैठक में रखें जाएंगे : बैठक में 91 (1) के तहत दिए गए कई प्रस्तावों पर कोई चर्चा नहीं हो सकी जिन पर चर्चा भी हुई वह किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच पाया। जिन प्रस्तावों पर चर्चा नहीं हो सका उनमें नकल फीस की बढ़ोतरी, राज्य वित्त आयोग से दुकानों का निर्माण व गरीबों के लिए अफोर्डेबल हाउसिंग निर्माण प्रमुख रूप से रहा। लाईटों को दुरूस्त करने के लिए खरीदे जाने वाले उपकरणों व आउटसोर्सिंग कर्मियों की तैनाती का मामला भी किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सका। बाद में नगर आयुक्त के स्वस्थ होने तक अनिश्चित काल के लिए कार्यकारिणी की बैठक स्थगित कर दी गई।

स्मार्ट सिटी के काम पर फिर सवाल : स्मार्ट सिटी से छह वार्डों में कराये जा रहे काम की गुणवत्ता पर सदस्यों ने सवाल उठाया। कहा कि स्मार्ट सिटी के काम मानक के अनुरूप नहीं हो रहे हैं। सभापति नरसिंह दास ने कहा कि पब्लिक की सुविधा का ख्याल रखे बिना बेतरतीब खोदाई कराई जा रही है जिससे पब्लिक को दिक्कतें हो रही हैं वहीं सीवर व पेयजल की लाइनें इस्टीमेट के अनुसार नहीं बिछाई जा रही है जिससे जनता में रोष है। सीताराम केशरी ने कहा कि कुंओं की सफाई में भी घालमेल किया जा रहा है। सिर्फ कागज में काम की रिपोर्ट लगाई जा रही है।

विधिक राय के बाद तम्बाकू लाइसेंसिंग पर होगा फैसला : तंबाकू लाइसेंस की अनिवार्यता के सवाल पर पर चर्चा के दौरान यह तय हुआ कि विधिक राय के बाद इस दिशा में आगे बढ़ा जाएगा। हालांकि नगर आयुक्त ने कहा कि जो भी बेहतर सुझाव हो सकता है वह देने की जरूरत है क्योंकि अधिकांश नगर निगमों व नगर महापालिकाओं में इसे लागू किया जा रहा है। बाद में सदस्यों ने कहा कि व्यापारियों से वार्ता के बाद इस दिशा में कोई फैसला होगा।

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