वाराणसी नगर निगम : पहले होगा कार्यकारिणी का चुनाव, फिर 19 अक्टूबर को होगी सदन की बैठक

लंबे इंतजार के बाद जहां महापौर मृदुला जायसवाल ने 19 अक्टूबर को नगर निगम सदन की वर्चुअल साधारण बैठक बुलाने के लिए 19 अक्टूबर की तारीख तय कर दी थी उसमें अब पेच फंस गया है। नगर निगम प्रशासन ने जो निर्णय लिया उसमें पहले कार्यकारिणी का चुनाव होगा।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Sun, 27 Sep 2020 10:40 PM (IST) Updated:Sun, 27 Sep 2020 10:40 PM (IST)
वाराणसी नगर निगम : पहले होगा कार्यकारिणी का चुनाव, फिर 19 अक्टूबर को होगी सदन की बैठक
वाराणसी नगर निगम प्रशासन ने 12 अक्टूबर को चुनाव कराने के लिए तैयारी कर रहा है।

वाराणसी, जेएनएन। लंबे इंतजार के बाद जहां महापौर मृदुला जायसवाल ने 19 अक्टूबर को नगर निगम सदन की वर्चुअल साधारण बैठक बुलाने के लिए 19 अक्टूबर की तारीख तय कर दी थी उसमें अब पेच फंस गया है। नगर निगम प्रशासन ने शनिवार को जो निर्णय लिया, उसमें पहले कार्यकारिणी का चुनाव होगा। इसके गठन के बाद ही नई तारीख पर विचार कर सदन की बैठक के लिए मुकरर्र किया जाएगा। नगर निगम अधिनियम के अनुसार सदन की विशेष या फिर बजट बैठक से पहले कार्यकारिणी की बैठक जरूरी नहीं होता लेकिन जब साधारण बैठक आहूत की जाती है तो उससे पूर्व कार्यकारिणी की बैठक अनिवार्य होती है।

अधिनियम के मद्देनजर महापौर की ओर से 19 अक्टूबर को प्रस्तावित साधारण बैठक से पहले कार्यकारिणी का चुनाव जरूरी हो रहा है। इसे देखते हएु नगर निगम प्रशासन ने 12 अक्टूबर को चुनाव कराने के लिए तैयारी कर रहा है। हालांकि, प्रस्तावित तिथि पर बैठक होगी, इसको लेकर सुनिश्चित नहीं है क्योंकि चुनाव के बाद कार्यकारिणी का गठन होगा। इसके बाद सदन की साधारण बैठक की तिथि तय होगी। कार्यकारिणी का गठन इसलिए जरूरी है कि साधारण बैठक से पूर्व कार्यकारिणी की बैठक होगी जिसमें वे सारे प्रस्तावों पर चर्चा की जाएगी जो सदन की साधारण बैठक में प्रस्तुत होने वाले हैं। बता दें कि 17 जुलाई 2018 को कार्यकारिणी का गठन हुआ था। 12 सदस्य चुने गए थे। इसके बाद अधिनियम के अनुसार 27 जून 2019 को छह सदस्य लाटरी के माध्यम से निष्कासित कर दिए गए। इन सदस्यों के खाली सीटों पर 16 नवंबर 2019 को चुनाव किया गया। इसमें सीताराम केसरी, श्रीमति विजय सिंह, मनोज यादव, बबलू साह, सुशील गुप्ता व शिवप्रकाश चुने गए।

अब 17 जुलाई 2018 को लाटरी के माध्यम से निष्कासित होने से बच गए सदस्यों का कार्यकाल खत्म हो चुका है। इन सीटों पर छह सदस्यों का चुनाव होगा। कोरोना काल के कारण चुनाव तय वक्त यानी जुलाई माह में नहीं हो सका तो वह चुनाव अब कराया जाएगा। हालांकि, सदस्यों के कार्यकाल को लेकर पार्षदों में दो मत है। कुछ का मानना है कि नवंबर में कार्यकाल समाप्त हो रहा है। इस कारण चुनाव भी नवंबर में ही होना चाहिए। मूलभूत सुविधाओं पर हगामा के आसारसदन की बैठक को लेकर पार्षदों में उत्साह है। चाहे वह भाजपा के हों, या फिर सपा व कांग्रेस के। सभी के मन में जनहित के मुद्दे पर नगर निगम प्रशासन की बेरुखी का मलाल है। सड़कों, गलियों, कूड़ा व सीवर सफाई, दूषित पेयजल आदि मसले पर नगर निगम के अफसरों को घेरने की तैयारी है। अधूरे विकास कार्य और नगर निगम के खाली हो चुके खजाने को लेकर हंगामे का आसार है।

साधारण बैठक के पहले कार्यकारिणी का गठन जरूरी

नगर निगम अधिनियम का अध्ययन किया गया है जिसके आधार पर साधारण बैठक के पहले कार्यकारिणी का गठन जरूरी है। इसे देखते हुए पहले कार्यकारिणी का चुनाव कराया जाएगा, फिर नगर निगम सदन की बैठक होगी। इसिलए जो 19 तारीख की तिथि वर्चुअल साधारण बैठक के लिए तय हुई थी, उस तारीख को बैठक आहूत करने को लेकर संशय है।

-देवीदयाल वर्मा, अपर नगर आयुक्त, नगर निगम वाराणसी।

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