वाराणसी नगर निगम : मेडिकल किट में दवाओं संग बांधी धांधली की पुडि़या, नाराज पार्षद नहीं बांटेंगे दवा

नगर निगम मुख्यालय परिसर में महापौर मृदुला जायसवाल के हाथ से पार्षदों को वितरित किया गया मेडिकल किट धोखा साबित हुआ। कागज की पुडिया में नाम मात्र दवाएं बंधी थीं तो थर्मामीटर व आक्सीमीटर गायब था। पार्षदों ने इस मद में जारी धनराशि में धांधली का आरोप लगाया है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Wed, 05 May 2021 09:25 PM (IST) Updated:Wed, 05 May 2021 09:25 PM (IST)
वाराणसी नगर निगम : मेडिकल किट में दवाओं संग बांधी धांधली की पुडि़या, नाराज पार्षद नहीं बांटेंगे दवा
नगर निगम मुख्यालय परिसर में बुधवार को महापौर मृदुला जायसवाल के हाथ से पार्षदों को वितरित किया गया मेडिकल किट

वाराणसी, जेएनएन। अब तक सैनिटाइजेशन व संक्रमित इलाके में बैरिकेडिंग आदि को लेकर नगर निगम प्रशासन की कार्यशैली सवालों के घेरे में थी। इस मद में जारी लाखों रुपये की धांधली की बात ही जा रही थी। अब कोरोना मेडिकल किट को लेकर भी पार्षदों ने सवाल उठाए। नगर निगम मुख्यालय परिसर में बुधवार को महापौर मृदुला जायसवाल के हाथ से पार्षदों को वितरित किया गया मेडिकल किट धोखा साबित हुआ। कागज की पुडिया में नाम मात्र दवाएं बंधी थीं तो थर्मामीटर व आक्सीमीटर गायब था। पार्षदों ने इस मद में जारी धनराशि में धांधली का आरोप लगाया है।

भाजपा पार्षद जहां चुप्पी साधे हैं वहीं विपक्षी सपा व कांग्रेस पार्षद हमलावर हो गए हैं। विपक्षी पार्षदों का कहना है कि नगर निगम की कथनी व करनी में अंतर है। एक दिन पहले यह कहा गया कि सभी वार्ड में पल्स-आक्सीमीटर व थर्मामीटर का वितरण किया जाएगा ताकि संदिग्ध मरीज का आक्सीजन सेचुरेशन व बुखार की माप हो सके लेकिन बुधवार को जब किट मिला तो उसमें यह दोनों ही नहीं था। हां, सभी पार्षदों को 30-30 मरीजों के लिए कोरोना की दवाओं के नाम पर कुछ कागज की पुडिया दी गई थी। जिसे वार्डों में बनी निगरानी समिति के अध्यक्ष पार्षदगण को कोरोना मेडिकल किट का वितरण किया। नगर निगम के सुपरवाइजरों को भी किट उपलब्ध कराया गया। कोरोना मेडिकल किट में संदिग्ध मरीजों को कोरोना दवा दी गई।

दवा को वार्ड में मिले संदिग्ध मरीजों में वितरित करना है। महापौर ने कोरोना वायरस से खतरे को रेखांकित करते हुए इसकी रोकथाम के लिए पार्षदों व सुपरवाइजरों से सहयोग की अपील की। कहा कि निगरानी समिति का गठन सोच समझ कर किया गया है। यह समिति चाहेगी तो कोरोना संक्रमण पर प्रभावी लगाम लगाया जा सकेगा। उन्होंने समिति पर बड़ी जिम्मेदारी सौंपते हुए कहा कि जन जागरूकता से ही कोरोना वायरस के फैलाव को रोका जा सकता है। पार्षदों की नाराजगी के बाद वितरित हुए कोरोना मेडिकल किट को लेकर दो दिन पहले से ही पार्षदों में गहरी नाराजगी थी जो बांटने के बाद और बढ़ गई। कटेहर के पार्षद अफजाल अंसारी ने पल्स-आक्सीमीटर व थर्मामीटर नहीं होने पर आपत्ति दर्ज कराई और इसकी शिकायत अपर नगर आयुक्त देवीदयाल वर्मा व नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा.एनपी सिंह से की। चेतगंज के पार्षद शंकर साहू ने कहा कि जितना संदिग्ध मरीज मेरे वार्ड में है उस सापेक्ष 10 प्रतिशत भी दवाएं नहीं मिली हैं। हालांकि उन्होंने बताया कि नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने और भी दवाओं को भेजने का वादा किया है। लक्सा के पार्षद लकी वर्मा ने डाक्टरों व नगर निगम टीम की निगरानी में दवा बांटने की मांग प्रशासन से करते हुए नगर निगम के वाट्सएप ग्रुप में इसकी लिखित सूचना देते हुए अपनी आपत्ति दर्ज कराई है।

सिकरौल पार्षद दिनेश यादव ने भी लकी वर्मा के सुर में सुर मिलाते हुए दवा नहीं बांटने की बात कही है। वहीं पार्षद संदीप श्रीवास्तव, अशोक मौर्या, बृजेश चंद्र श्रीवास्तव, राजेंद्र मौर्या, हाजी ओकास अंसारी का कहना है कि पुडिया में मिली दवा का कोई साइड इफेक्ट होता है तो इसके लिए कौन जिम्मेदार होगा। वहीं जो मात्रा दी गई है वह कोविड के संदिग्ध मरीजों के अनुपात में काफी कम है। जंगमबाड़ी के सपा पार्षद गोपाल प्रसाद यादव ने नगर निगम के अफसरों पर झूठी सूचना देने का आरोप लगाया है। पूर्व पार्षद वरुण सिंह ने इसे सिर्फ बहकाने का तरीका बताया है। कहा कि सीएम को सूचना देने के बाद आनन-फानन में मेडिकल किट की व्यवस्था की गई। उधर, अधिकांश पार्षद किट से संतुष्ट नहीं है।

वार्ड की जनसंख्या के सापेक्ष जितनी मात्रा में दवाएं मिलनी चाहिए उससे कम मिली हैं। वार्डो में संदिग्ध मरीजों को दवा के रूप में अजीथ्रोमाईसिन 500 एमजी, पैरासिटामोल 500 एमजी, विटामिन सी 500 एमजी, विटामिन बी व आइवरमेकटिन टैबलेट देने का दावा नगर निगम की ओर से किया गया। इस मौके पर नगर निगम के नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा.एनपी सिंह, जोनल सेनेट्री अधिकारी रामसकल यादव आदि मौजूद रहे।

chat bot
आपका साथी