वाराणसी के एमएलसी लक्ष्मण आचार्य की पत्नी डेंगू से पीड़ित, स्वास्थ्य विभाग में खलबली

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष व एमएलसी लक्ष्मण आचार्य की पत्नी कुमुद देवी(61) गुरुवार को डेंगू से संक्रमित हो गईं। उनका इलाज लालबहादुर शास्त्री अस्पताल में कराया जा रहा है।वहीं पिछले चार दिनों से डेंगू से पीड़ित सामनेघाट की दो युवतियों का इलाज भी अस्पताल में हो रहा है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 04:57 PM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 04:57 PM (IST)
वाराणसी के एमएलसी लक्ष्मण आचार्य की पत्नी डेंगू से पीड़ित, स्वास्थ्य विभाग में खलबली
लक्ष्मण आचार्य के घर से पहले खाली भूमि में जमा बरसात का पानी

जागरण संवाददाता, वाराणसी। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष व एमएलसी लक्ष्मण आचार्य की पत्नी कुमुद देवी(61) गुरुवार को डेंगू से संक्रमित हो गईं। उनका इलाज लालबहादुर शास्त्री अस्पताल में कराया जा रहा है। वहीं पिछले चार दिनों से डेंगू से पीड़ित सामनेघाट की दो युवतियों का इलाज भी अस्पताल में हो रहा है। लगातार डेंगू के मरीज मिलने से स्वास्थ्य विभाग में खलबली मची हुई है।उधर नगर पालिका परिषद के सफाई व्यवस्था की पोल भी खुलने लगी है।नगर के लगभग सभी वार्डों के खाली प्लाटों में पानी एकत्रित रहने के कारण मरीज बढ़ रहे है।हद तो यह है कि फागिंग भी नहीं कराई जा रही है। इसे लेकर लोगों में आक्रोश है।

पिछले दो दिनों से लक्ष्मण आचार्य की पत्नी बुखार से पीड़ित थीं। अस्पताल में पहुंचकर जांच कराया तो डेंगू निकला। इसके बाद चिकित्सकों ने उनका इलाज शुरू किया। वहीं सामनेघाट निवासी नवीन पांडेय की बेटी ज्योति पांडेय (22) व मिथिलेश तिवारी की बेटी ज्योति पांडेय (16) भी डेंगू से संक्रमित हैं।

सभी लोग को नोटिस जारी किया जाएगा

पालिकाध्यक्ष रेखा शर्मा का कहना है कि नगर की सड़कों पर जलभराव नहीं है बल्कि जो लोग प्लाट (भूमि) लेकर छोड़ दिए हैं उससे बरसात का पानी जमा हो जाता है। इसके अलावा लोग कूड़ा फेंक देते हैं। ऐसे लोगों की सूची तैयार की जा रही है। सभी लोग को नोटिस जारी किया जाएगा।

नगर में फांगिग कराई जा रही हैं

नगर पालिका परिषद के ईओ राजबली यादव का कहना है कि नगर में फांगिग कराई जा रही हैं। इसमें तेजी लाई जाएगी। इसके अलावा कर्मचारियों को लगाकर लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जाएगा।

नपा व स्वास्थ्य विभाग बना लापरवाह

नगर में जगह-जगह साफ और गंदा पानी भरा हुआ है, जिससे डेंगू, मलेरिया फैलने की आशंका बढ़ गई है। इसके बाद भी नगरपालिका द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। यहां न तो पानी निकासी की व्यवस्था की जा रही है न ही मच्छर मारने वाली दवाओं का छिड़काव किया जा रहा है। नगर का ऐसा कोई भी वार्ड नहीं है जहां खाली प्लाटों में पानी न भरा हो। इसके बाद भी यहां निकासी की व्यवस्था नहीं की जा रही है। साफ पानी भरा होने के कारण डेंगू का लार्वा पनप रहा है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने अभी तक न तो लार्वा सर्वे शुरू कराया है और न ही नगरपालिका ने कोई तैयारी की है।

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