Panchayat Election 2021 : वाराणसी जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पिछड़ा वर्ग महिला के नाम आरक्ष्रित, 15 वर्ष बाद हुआ बदलाव
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर जारी आरक्षण की अधिसूचना के बाद इस बार वाराणसी जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर पिछड़ा वर्ग से जुड़ी महिला ही बैठ सकेंगी। पंचायत राज निदेशालय की ओर से 15 साल बाद इस सीट को पिछड़ा वर्ग महिला के नाम पर आरक्षित किया गया है।
वाराणसी, जेएनएन। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर जारी आरक्षण की अधिसूचना के बाद इस बार जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर पिछड़ा वर्ग से जुड़ी महिला ही बैठ सकेंगी। पंचायत राज निदेशालय की ओर से 15 साल बाद इस सीट को पिछड़ा वर्ग महिला के नाम पर आरक्षित किया गया है। इससे पूर्व अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित थी। इस क्रम में इस सीट पर अपराजिता सोनकर बैठीं। वर्ष 2006 में जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर पिछड़ा वर्ग से सुचिता पटेल जीत हासिल की थीं। हालांकि लंबे समय तक वह कुर्सी पर नहीं बैठ सकीं। कम उम्र के कारण न्यायालय के आदेश के क्रम में कुर्सी से उन्हें हटना पड़ा। इसके बाद अनिल पटेल अध्यक्ष की कुर्सी पर विराजमान हुए।
जिपं अध्यक्ष की कुर्सी पर
अब तक बैठने वाले
-जवाहर लाल जायसवाल - 1989-95
-कन्हैया लाल गुप्ता - 1995 -96
-उदयनाथ सिंह -1996 से 1997 तक
-संकठा पटेल -1997 से 2000 तक
-किरन सिंह --2000-2005 तक
-सुचिता पटेल -2006 से 2009
-अनिल पटेल--2009 से 2011
-मधुकर - 2011 से 2012 तक
-तीन सदस्यीय समिति -2012 से 2014 तक
-मधुकर -मार्च 2014 से अगस्त 2014 तक
-तीन सदस्यीय संचालन समिति - अगस्त से दिसम्बर 2014 तक
-सुजीत कुमार सिंह - दिसंबर 2014 से जनवरी 2016 तक
-अपराजिता सोनकर - जनवरी 2016 से----
वाराणसी और आसपास के जिलों में आरक्षण की स्थिति
वाराणसी पिछड़ा वर्ग महिला के लिए आरक्षित
मीरजापुर अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित
आजमगढ़ अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित
बलिया अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित
चंदौली अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित
मऊ में महिला के लिए आरक्षित
गाजीपुर में महिला के लिए आरक्षित
जौनपुर में महिला के लिए आरक्षित
सोनभद्र में महिला के लिए आरक्षित
भदोही अनारिक्षत
ग्राम पंचायतों पर भाजपा की होंगी खुली बैठकें
भाजपा ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं। प्रत्येक बूथ व शक्ति केंद्र (सेक्टर) की अभेद्य मजबूती के लिए काम कर रही है। पार्टी पूरी ताकत से पंचायत चुनाव लड़ेगी। इसके लिए संगठन ने व्यापक योजना बनाई है। इसके तहत ग्राम पंचायतों में खुली बैठकें होंगी। इसमें ग्रामीणों को भी शामिल किया जाएगा। सरकार की योजनाओं को साझा किया जाएगा। ग्रामीणों की आशंकाओं को भी दूर किया जाएगा।
पंचायत चुनाव में भाजपा अधिकृत प्रत्याशी उतारने की तैयारी में है। हालांकि, अब तक यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि पार्टी की ओर से चुनाव चिह्न जारी होगा या नहीं। इस बाबत एमएलसी व वाराणसी के महानगर व जिला प्रभारी सलिल विश्नोई का कहना है कि चुनाव आयोग के निर्देशों का अनुपालन करते हुए पार्टी अधिकृत प्रत्याशी को चुनाव मैदान में उतारेगी जिसके अनुसार चुनाव चिह्न जारी होने पर फैसला किया जाएगा। भाजपा काशी क्षेत्र अध्यक्ष महेशचंद श्रीवास्तव ने बताया कि पार्टी की 28 जनवरी से प्रारंभ हुई पंचायत चुनाव की मंडल बैठकें तीन फरवरी तक पूर्ण हो गईं। ये बैठकें पार्टी की रणनीति को कार्यकर्ताओं तक पहुंचाने का माध्यम बनीं जो विजय अभियान को गति देंगी। इसके पश्चात पांच से 12 फरवरी तक जिला पंचायत की वार्डवार बैठकें हुईं। इसी क्रम में 15 से 22 फरवरी तक ग्राम पंचायतों की बैठकें होंगी। ऐसी बैठकें खुली आयोजित होंगी। इसके बाद 23 से 28 फरवरी तक ग्राम चौपाल और ग्राम संपर्क अभियान चलाया जाएगा। भाजपा काशी क्षेत्र के मीडिया प्रभारी नवरतन राठी ने बताया कि पंचायत चुनाव में भाजपा प्रदेश सह प्रभारी सुनील ओझा, क्षेत्र अध्यक्ष महेशचंद श्रीवास्तव, प्रदेश के सह-संगठन महामंत्री भवानी सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष व एमएलसी लक्ष्मण आचार्य, शंकर गिरी, मीना चौबे, डा. राकेश त्रिवेदी, संजय राय, दिलीप सिंह पटेल, अशोक चौरसिया आदि शिरकत करेंगे।
एक नजर में भाजपा काशी क्षेत्र
-16 जिला
-337 मंडल
-295 ग्रामीण, 42 शहरी मंडल
-155 ब्लाक
-593 जिला पंचायत वार्ड
-11556 ग्राम पंचायत