विगत सप्ताह के मुकाबले वाराणसी के कोविड रिकवरी रेट में आया चार गुना उछाल, तेजी से स्वस्थ हो रहे संक्रमित लोग
पिछले सप्ताह कोरोना संक्रमण रिकवरी दर से पांच गुना ज्यादा था तो वहीं अब दोनों के ग्राफ बराबरी पर पहुंच गए हैं। 15 अप्रैल से कोविड रिकवरी दर में काफी उछाल देखी जा रही है। उस दिन के मुकाबले 21की रिकवरी में करीब चार गुना की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
वाराणसी, जेएनएन। बनारस में उफान पर पहुंचे संक्रमण के बीच एक राहत भरा आंकड़ा भी छुपा है। 15 अप्रैल से बनारस की कोविड रिकवरी दर में काफी उछाल देखी जा रही है। उस दिन के मुकाबले 21 अप्रैल की रिकवरी में करीब चार गुना की बढ़ोतरी दर्ज की गई। वहीं विशेषज्ञों का अनुमान है कि जल्द ही बनारस कोविड संक्रमण के पीक प्वाइंट को पार कर जाएगा। इसके बाद मामले तेजी से गिरने लगेंगे और रिकवरी चरम पर पहुंचेगी।
जिला प्रशासन द्वारा जारी किए जा रहे डेली बुलेटिन के आंकड़ों पर गौर करें तो 15 अप्रैल को 500 लोग कोरोना से ठीक हुए, जबकि 16 तारीख को 637, 17 को 843, 18 को 1150, 19 को 1456, 20 को 1995, 21 को 1859 और 22 अप्रैल को 1381 कोरोना संक्रमित व्यक्ति स्वस्थ हुए।
इन आंकडों के अनुसार जहां पिछले सप्ताह कोरोना संक्रमण रिकवरी दर से पांच गुना ज्यादा था, तो वहीं अब दोनों के ग्राफ बराबरी पर पहुंच गए हैं। इसे ऐसे समझे कि 15 अप्रैल को कुल कोरोना केस 2484 दर्ज किया गया था और उस दिन रिकवरी महज 500 की थी, वहीं 21 अप्रैल को 1887 व्यक्ति पॉजिटिव हुए तो वहीं 1859 व्यक्तियों की रिपोर्ट निगेटिव आ गई। इस दिन रिकवरी दर 98 फीसद तक दर्ज की गई, जो कि स्थिति में थोड़ी सुधार दिखा रही है।
आंकड़े एक नजर में
दिन रिकवरी दर कुल मामले स्वस्थ हुए व्यक्ति
15 अप्रैल 20 फीसद 2484 500
16 अप्रैल 32 फीसद 2002 637
17 अप्रैल 37 फीसद 2272 843
18 अप्रैल 72 फीसद 1597 1150
19 अप्रैल 62 फीसद 2320 1456
20 अप्रैल 88 फीसद 2264 1995
21 अपैल 98 फीसद 1887 1859
22 अप्रैल 86 फीसद 1597 1381
बनारस अपने संक्रमण ग्राफ पर उच्चतम बिंदु पर पहुंचने वाला है और जल्द ही यह नीचे आएगा
बनारस में पिछले चार दिनों से तेजी से बढ़ रही कोरोना रिकवरी एक आशा की किरण बनकर आई है। तमाम कोविड मानकों का पालन करते हुए डरकर नहीं, अपितु डटकर परिस्थिति का सामना हमे करना है। आंकड़े बताते हैं कि बनारस अपने संक्रमण ग्राफ पर उच्चतम बिंदु पर पहुंचने वाला है और जल्द ही यह नीचे आएगा। वहीं, उच्चतम स्वास्थ्य सुविधाओं को बहाल कर मृत्यु दर पर अंकुश लगाना पहली प्राथमिकता होनी चाहिए।
- प्रो. ज्ञानेश्वर चौबे, जंतु विज्ञान विभाग,बीएचयू