Varanasi Coronavirus Death Toll पहली लहर के मुकाबले रोजाना छह गुना अधिक हो रहीं मौतें, दूसरी लहर के 39 दिन में ही 248 ने तोड़ा दम
कोरोना संक्रमण का पहला मामला 21 मार्च 2020 को आया था। इसके बाद मरीजों की संख्या के साथ ही कोरोना से मरने वालों की संख्या बढ़ती रही। जुलाई से अक्टूबर तक यह पीक पर था। इस दौरान 07 अगस्त 2020 को एक दिन में सर्वाधिक 312 मरीज मिले थे।
वाराणसी [मुहम्मद रईस]। कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा दिनों-दिन विस्तार पा रहा है। एक माह तक स्वास्थ्य विभाग की नींद उड़ाने के बाद संक्रमण दर अब दहाई के नीचे आ चुका है। बावजूद इसके मौतों का आंकड़ा अब भी चिंता का सबब बनी हुई है। पहली लहर के 354 दिनों में जहां 377 मौतें हुई थीं, तो वहीं दूसरी लहर के 39 दिनों में ही 248 लोगों ने कोरोना के चलते दम तोड़ दिया। पहली लहर में जहां रोजाना औसतन 1.06 मौतें हो रहीं थीं तो वहीं अब यह आंकड़ा छह गुना अधिक बढ़कर 6.35 हो गया है।
कोरोना संक्रमण का पहला मामला 21 मार्च 2020 को आया था। इसके बाद मरीजों की संख्या के साथ ही कोरोना से मरने वालों की संख्या बढ़ती रही। जुलाई से अक्टूबर तक यह पीक पर था। इस दौरान 07 अगस्त 2020 को एक दिन में सर्वाधिक 312 मरीज मिले थे। 30 जनवरी 2021 के 57 दिन बाद तक कोरोना से कोई मौत नहीं हुई। 10 मार्च 2021 तक जनपद में 22041 पाजिटिव केस आए थे, जिनमें से 21614 ठीक भी हुए और 377 की मौत हुई। वहीं सक्रिय मरीजों की संख्या केवल 50 थी। वहीं इसके बाद से सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़नी शुरू हुई। 28 मार्च 2021 को दूसरी लहर में पहली मौत दर्ज हुई। वहीं इसके बाद से लगातार न सिर्फ मरीजों की संख्या बढ़ी, बल्कि मरने वालों की संख्या भी तेजी से बढ़ी। इन 57 दिनों में 50436 मरीज मिले तो वहीं 248 मौतें हुईं। इस बीच 15 अप्रैल को 2484 पाजिटिव मिले। यह एक दिन में सर्वाधिक केस मिलने का अब तक का आंकड़ा है।
पहली लहर से 14 गुना अधिक मिले हैं संक्रमित
21 मार्च 2020 से 10 मार्च 2021 तक कोरोना पाजिटिव मरीजों की कुल संख्या 22041 थी। वहीं 11 मार्च 2021 से छह मई 2021 तक यानी केवल 57 दिन में ही 50436 संक्रमित मिले। पहली लहर में पाजिटिव मरीजों के मिलने की रोजाना की औसत 62.26 थी तो वहीं दूसरी लहर में यह 884.84 है। दूसरी लहर में पहले के मुकाबले रोजाना औसतन 14 गुना अधिक मरीज मिले हैं।
11 गुना अधिक मरीज रोज हो रहे ठीक
दूसरी लहर का संतोषजनक पहलू यह है कि ठीक होने वालों की दर पहली लहर के मुकाबले 11 गुना अधिक है। शुरू के 354 दिनों में 21614 मरीज ठीक हुए, यानी रोजाना औसतन 61 मरीज स्वस्थ हुए, जबकि दूसरी लहर के 57 दिनों में 36932 संक्रमितों ने कोरोना को मात दी। दूसरी लहर में रोजाना औसतन 648 मरीज स्वस्थ हुए हैं।
पहली लहर (21 मार्च 2020 से 10 मार्च 2021 तक) :
22041- पाजिटिव मिले 10 मार्च 2021 तक
377- मौतें 30 जनवरी 2021 तक
21614- मरीज हुए ठीक 10 मार्च 2021 तक
698129- सैंपलों की हुई जांच
50- सक्रिय मरीज थे 10 मार्च 2021 को
दूसरी लहर (11 मार्च 2021 से 06 मई 2021) :
50436-पाजिटिव मिले 11 मार्च 2021 से 06 मई 2021 तक
248- मौतें 28 मार्च 2021 से 06 मई 2021 तक
36932- मरीज हुए ठीक 57 दिन में
301357- सैंपलों की हुई जांच
13306- सक्रिय मरीज थे छह मई 2021 को