Varanasi City Weather Update : अरब सागर में चक्रवात से बनारस में धूप पड़ी नरम, सुबह-शाम गलन बढ़ी
अरब सागर में चक्रवात के कारण बनारस तक बदली छाई है। इसकी वजह से सूर्य की किरणें बुधवार के बाद गुरुवार को नरम पड़ गईं। मद्धिम धूप होने से गिरे तापमान ने गलन बढ़ा दी है। लगभग 10 किमी प्रति घंटा की गति से चली हवा ने सिहरन बढ़ा दी।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। अरब सागर में चक्रवात के कारण बनारस तक बदली छाई है। इसकी वजह से सूर्य की किरणें बुधवार के बाद गुरुवार को नरम पड़ गईं। मद्धिम धूप होने से गिरे तापमान ने गलन बढ़ा दी है। लगभग 10 किमी प्रति घंटा की गति से चली हवा ने सिहरन बढ़ा दी। मौसम विज्ञानियों का अनुमान है कि दो-तीन दिन में इस बदली के छंटने के बाद ठंड और बढ़ जाएगी। इस बीच शहर की हवा भी प्रदूषण के चलते खराब ही रही। हालात यह कि सुबह धुंध के चलते दृश्यता घटकर 500 मीटर तक पहुंच गई थी।
बुधवार को अधिकतम तापमान 28 डिग्री पर बना रहा तो न्यूनतम तापमान 0.4 डिग्री लुढ़क कर 11.6 डिग्री पर पहुंच गया। गुरुवार को सुबह तापमान करीब 22 से 24 डिग्री रहा।
सुबह व शाम को तापमान के लुढ़कने के चलते गलन का प्रभाव बढ़ गया। बीएचयू के मौसम विज्ञानी प्रो. मनोज कुमार श्रीवास्तव का कहना है कि अरब सागर में बने चक्रवात की वजह से पहुंचे हल्के बादलों की परत नहीं होती तो ठंड और भी बढ़ गई होती। दो-तीन दिन बाद जब ये बादल छंटेंगे तो ठंड और गलन में और भी बढ़ोतरी होगी। उधर दीपावली के बाद से बढ़े प्रदूषण से शहर की हवा में कुछ सुधार है, लेकिन अब भी प्रदूषण का असर है। परिवर्तन सिर्फ इतना हुआ है कि शहर की हवा रेड जोन से खिसक कर आरेंज जोन में आ गई है। केवल बीएचयू क्षेत्र में यह औसत श्रेणी में 134 रही। बुधवार को शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक 216 रहा। अर्दली बाजार में यह 234, भेलूपुर में 238 तो मलदहिया में सबसे खराब 260 रहा।
बिना मास्क के घरों से बाहर न निकलें
क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी कालिका ङ्क्षसह का कहना है कि त्योहारों के चलते बढ़ी वाहनों की भीड़ व लोगों की चहलकदमी से उठे धूल के कणों ने प्रदूषण व धुंध को और भी बढ़ा दिया है। ऐसे मौसम में सबको सावधान रहने की जरूरत है। बिना मास्क के घरों से बाहर न निकलें।