Varanasi City Weather Update : अधिकतम तापमान तीस डिग्री के करीब, बादलों ने भी दी दस्तक
पूर्वांचल में तापमान में लगातार इजाफे का दौर चल रहा है एक दो दिन में तापमान में इजाफे का दौर थमेगा और आसमान में बादलों की सक्रियता की वजह से राहत भी मिलेगी। पश्चिमी विक्षोभ का एक झोंका पाकिस्तान में बना हुआ है।
वाराणसी, जेएनएन। पूर्वांचल में तापमान में लगातार इजाफे का दौर चल रहा है, एक दो दिन में तापमान में इजाफे का दौर थमेगा और आसमान में बादलों की सक्रियता की वजह से राहत भी मिलेगी। पश्चिमी विक्षोभ का एक झोंका पाकिस्तान में बना हुआ है। देश की सीमा से सटे यह बादल समुद्री हवाओं की वजह से उत्तर का रुख भले कर रहे हों लेकिन कुछ न कुछ इसका असर उत्तर भारत और पूर्वांचल तक आना तय है। इसकी वजह से बादलोंं की सक्रियता, बूंदाबांदी या तापमान में कमी जैसे हालात हो सकते हैं। दूसरी ओर इस समय पूर्वांचल में बादलोंं की सक्रियता पहाड़ी जिलों सोनभद्र, मीरजापुर आदि में बना हुआ है। जिसकी वजह से यहां पर दिन के तापमान में कुछ कमी का अंदेशा है। हालांकि दोपहर में वाराणसी और आसपास भी बादलों की मामूली सक्रियता का दौर होने की उम्मीद है। बादलों की यह सक्रियता लोकल हीटिंग का परिणाम माना जा रहा है।
शुक्रवार की सुबह आसमान में बादलों की मामूली आवाजाही का दौर बना रहा, ठंडी हवाओं का अहसास तो हुआ लेकिन यह धूल उड़ाने तक ही सीमित रहा। दिन चढ़ने पर आसमान साफ हुआ और वातावरण में धूप का असर होने के साथ ही तापमान में इजाफा भी हुआ। वैसे तापमान अब तीस डिग्री को छूने को बेताब है। इसके बाद ठंड की विदायी मान ली जाएगी। मौसम का रुख हालांकि अगले कुछ घंटों में बदलने का अंदेशा है, ऐसे में बादलों की आवाजाही बारिश का गुल खिला सकती है। मगर, इसके लिए वातावरण में पर्याप्त नमी का होना आवश्यक है। जबकि पूर्वांचल में लोकल हीटिंग की वजह से बादलों के बनने का क्रम जारी है। वातावरण से पर्याप्त नमी मिला तो लोकल हीटिंग भी बारिश करा सकता है। इसकी वजह से वाराणसी और आसमास बढ़ रहा तापमान दोबारा सामान्य हो सकता है।
बीते चौबीस घंटों में अधिकतम तापमान 29.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो समाान्य से दो डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया गया, न्यूनतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से दो डिग्री अधिक रहा। आर्द्रता अधिकतम 78 फीसद और न्यूनतम 43 फीसद दर्ज की गई। इस लिहाज से वाराणसी में इस समय तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक ही बना हुआ है। ऐसे में तापमान में इजाफा ठंड की विदायी न होकर वातावरणीय बदलाव ही है जो बारिश या बादलों के बाद बदल जाएगा। इसकी वजह से वातावरण में बदलाव सप्ताह भर के बाद भी बना रह सकता है जो मध्य मार्च तक गुलाबी ठंड की विदायी तक रहेगा।