Varanasi City Weather Update : दक्षिण पश्चिम की आर्द्र हवाओं ने बढ़ाई हल्की गर्मी, दिन में ठंड का असर कम

बनारस ही नहीं पूरे पूर्वी उत्तर प्रदेश के वातावरण में इस समय दक्षिण पश्चिम की ओर से आई आर्द्रता से भरपूर हवाओं का डेरा बना हुआ है। 81 से 90 फीसद नमी युक्त हवा के स्थिर होने से तापमान पिछले दिनों के मुकाबले दो डिग्री सेल्सियस तक बढ़ गया है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Tue, 07 Dec 2021 10:18 AM (IST) Updated:Tue, 07 Dec 2021 10:18 AM (IST)
Varanasi City Weather Update : दक्षिण पश्चिम की आर्द्र हवाओं ने बढ़ाई हल्की गर्मी, दिन में ठंड का असर कम
दक्षिण पश्चिम की आर्द्र हवाओं ने बढ़ाई हल्की गर्मी

जागरण संवाददाता, वाराणसी : बनारस ही नहीं, पूरे पूर्वी उत्तर प्रदेश के वातावरण में इस समय दक्षिण पश्चिम की ओर से आई आर्द्रता से भरपूर हवाओं का डेरा बना हुआ है। 81 से 90 फीसद नमी युक्त हवाओं के स्थिर होने से पूरे क्षेत्र में तापमान पिछले दिनों के मुकाबले दो डिग्री सेल्सियस तक बढ़ गया है। यही कारण रहा कि रविवार की रात से शुरू उमस का एहसास 24 घंटे बाद सोमवार की रात तक बना रहा। मौसम विज्ञानियों का मानना है कि पश्चिमोत्तर के पहाड़ों पर हुई बर्फबारी का असर इस क्षेत्र में पहुंचने में अभी दो दिन लग सकते हैं।

जब इन नम हवाओं का असर कम होगा, तो वायुमंडल में एक से डेढ़ किमी ऊपर जमी ठंड हवाएं नीचे आएंगी और फिर ठंड बढ़ जाएगी। ये हवाएं पश्चिमोत्तर के पहाड़ी इलाकों की तरफ से आ रही हैं। सोमवार की तरह मंगलवार को भी आसमान पूरी तरह साफ नजर आया और सुबह के समय दृश्यता तीन किमी तक रही जो दिन चढ़ने के साथ चार किमी तक पहुंचने की संभावना है। मंगलवार को भी अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 15-16 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है। इससे साफ जाहिर होता है कि सोमवार की तरह मंगलवार का दिन भी ठंड के अहसास से अछूता रहेगा। दोपहर ढलने के बाद शाम शुरू होने पर हवाओं ने गति पकड़ी तो कुछ सिहरन बढ़ा सकती है।

बीएचयू के सेवानिवृत्त मौसम विज्ञानी प्रो. एसएन पांडेय बताते हैं कि इस समय जो हवा हमारे वातावरण में जाम पड़ी है, वह दक्षिण पश्चिम की ओर से आई आर्द्र हवा है। इन हवाओं में वाष्प की नमी है, यह हवाएं हमारे वातावरण में आकर रुक गई हैं, इसके चलते तापमान दो डिग्री अधिक बढ़ गया है। आर्द्रता भी बढ़कर 80-90 फीसद जा पहुंची है। वह बताते हैं कि जब आर्द्रतायुक्त नम हवाएं होती हैं तो उनमें वाष्प भरी होती है, इसके चलते उमस का अनुभव होता है। प्रो. पांडेय बताते हैं कि इसके डेढ़-दो किमी ऊपर उत्तर पश्चिम की ओर से आने वाली ठंडी हवाओं का स्तर है, जो इनके हटने के बाद ठंड में बढ़ोतरी करेगा।

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