Varanasi City Weather Update : बादलों ने दी चढ़ते पारे को राहत, दो दिन बाद फिर सक्रिय होंगे बादल
रविवार की सुबह बादलों की सक्रियता के साथ हुई हालांकि सुबह आठ बजे के बाद बादल अंचलों में नजर आए और शहर की ओर बादलों की मानों विदायी हो गई। मौसम विज्ञानी मान रहे हैं कि वातावरण में लोकल हीटिंग के साथ ही नमी का स्तर भी बढ़ा है।
वाराणसी, जेएनएन। पूर्वांचल में मौसम का रुख बदलने के साथ ही वातावरण में पछुआ हवाओं ने राहत दे रखी है। हालांकि, तेज हवाओंं के बीच साफ हो चला आसमान दिन चढ़ने पर आसमान से आंच की तल्खी भी बरसा रहा है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार आने वाले दिनों में वातावरण का रुख और भी तल्ख हो सकता है, जबकि इस दौरान बादलों की आवाजाही लोगों को राहत भी देगी। अनुमानों के अनुसार अब लगभग 37 दिन के बाद मानसून पूर्वांंचल में सोनभद्र के रास्ते दस्तक देगा। मानसून केआगमन के साथ ही वातावरण की तल्खी से लोगों को राहत मिलने लगेगी।
रविवार की सुबह सोनभद्र, मीरजापुर, चंदाैली और वाराणसी के कुछ इलाकों में बूंदाबांदी से लेकर जोरदार बारिश और ओलावृष्टि भी हुई है। रविवार की सुबह बादलों की सक्रियता के साथ हुई, हालांकि सुबह आठ बजे के बाद बादल अंचलों में नजर आए और शहर की ओर बादलों की मानों विदायी हो गई। मौसम विज्ञानी मान रहे हैं कि वातावरण में लोकल हीटिंग के साथ ही नमी का स्तर भी बढ़ा है जो बादलों की सक्रियता के लिए आवश्यक है। वहीं मौसम विभाग ने 11 मई से 13 मई तक बादलों की सक्रियता का अंदेशा जाहिर किया है। इसके बाद भी बादलों की आवाजाही का दौर बना रहेगा। बादलों की सक्रियता और आवाजाही से तापमान में भी कमी दर्ज की जाएगी।
बीते चौबीस घंटों में अधिकतम तापमान 39 डिग्री दर्ज किया गया जो सामान्य से एक डिग्री अधिक रहा, न्यूनतम तापमान 24.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से एक डिग्री कम रहा। आर्द्रता इस दौरान अधिकतम 55 फीसद और न्यूनतम 38 फीसद दर्ज की गई। मौसम विभाग की ओर से जारी सैटेलाइट तस्वीरों में पूर्वांचल के आसपास वाराणसी, सोनभ्भद्र, मीरजापुर और चंदौली आदि जिलों में बादलों की सक्रियता बनी हुई है। वातावरण में पर्याप्त नमी होने की वजह से कई जगहों पर बूंदाबांदी भी हो सकती है। शनिवार को बलिया और आसपास के कुछ जिलोंं में बादलों ने बारिश के साथ ओले भी बरसाए हैं। ऐसे में वहां वातावरण काफी राहत भरा हो चला है।