Varanasi City Weather Update : पूर्वांचल में उमस अपार, अब बादलों संग बारिश का इंतजार
रविवार की सुबह आसमान में मामूली बादलों की आवाजाही का रुख बना था। सुबह ठंडी हवाओं का रुख बना रहा और वातावरण में सुबह सूरज की धूप निकलने के साथ ही उमस का भी दौर शुरू हो गया। पूर्वांचल में मौसम का रुख सूरज के ताप पर निर्भर करेगा।
वाराणसी, जेएनएन। पूर्वांचल में मौसम का रुख अब बदलने की ओर है। मौसम का रुख बदलने के साथ ही अब कुछ दिनों तक उमस का व्यापक असर रहेगा। मौसम विज्ञानी मान रहे हैं कि इन दिनों प्री मानसूनी हालात पूर्वांचल में बने हुए हैं। इसके बाद आने वाले दिनों में मौसम का रुख थोड़ा और तल्ख होगा। जबकि मानसून पूर्व की बारिश लोकल हीटिंग और वातावरण में नमी पर निर्भर करेगा। मौसम विज्ञानी इस पूरे सप्ताह बादलों की मामूली आवाजाही और व्यापक उमस का अंदेशा जता रहे हैं।
सुबह से दोपहर तक का मौसम : रविवार की सुबह आसमान में मामूली बादलों की आवाजाही का रुख बना था। सुबह ठंडी हवाओं का रुख बना रहा और वातावरण में सुबह सूरज की धूप निकलने के साथ ही उमस का भी दौर शुरू हो गया। पूर्वांचल में मौसम का रुख सूरज के ताप पर निर्भर करेगा। अगर वातावरण में सूरज के ताप के बाद पर्याप्त नमी मिली या लोकल हीटिंग के हालात बने तो बूंदाबांदी और बादलों की सक्रियता तय है। जबकि दिन में धूप होने पर उमस में और भी इजाफा होगा। मौसम विज्ञानी अगले तीन दिनों तक मौसम का रुख ऐसा ही बना रहने की उम्मीद जता रहे हैं। इसके बाद मौसम का रुख बदलेगा और आसमान में बादलों की आवाजाही का रुख बना रहेगा।
तापमान-आर्द्रता और बारिश : बीते चौबीस घंटों में अधिकतम तापमान 38.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से एक डिग्री कम रहा, न्यूनतम तापमान 25.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से दो डिग्री कम रहा। आर्द्रता इस दौरान अधिकतम 64 फीसद और न्यूनतम 58 फीसद दर्ज की गई। मौसम विभाग की ओर से जारी सैटेलाइट तस्वीरों में पूर्वांचल के आसपास बादलों की मामूली सक्रियता बनी हुई है। जबकि आने वाले तीन दिनों में मौसम विभाग ने आसमान में बादलों की सक्रिता और बूंदाबांदी का अंदेशा जाहिर किया है।
मानसून के हालात : ईस्ट सेंट्रल मानसून तेजी से आगे बढ़ रहा है जबकि वेस्ट सेंट्रल मानसून थोड़ा सुस्त होने की वजह से मानसून मैदानी इलाकों में आने के बाद मिला जुला स्वरुप का प्रदर्शन कर रहा है। जबकि सुस्ती के बाद अब मानसून ने थोड़ी गति पकड़ी है और एक दो दिन में यह मध्य प्रदेश तक प्रवेश कर सकता है। इसके बाद सप्ताह भर में यह उत्तर प्रदेश की सीमाओं पर सोनभद्र के रास्ते दस्तक दे देगा। इस बार मौसम विज्ञानी मान रहे हैं कि मानसून का रुख पूरी तरह से सामान्य रहेगा।