Varanasi City Weather Update : बादलों ने कब्‍जाया सारा आकाश, बारिश की बूंदों संग पारा भी गिरा

मौसम विज्ञानी मान रहे हैं कि बादलों की सक्रियता दो दिनों तक और बनी रह सकती है इसके बाद मौसम साफ हो जाएगा। मौसम साफ होने के बाद वातावरण में ठंड का असर घुल जाएगा और गुलाबी ठंडक धीरे धीरे माह भर में ठंडक का अहसास कराने लगेगी।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 09:08 AM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 09:08 AM (IST)
Varanasi City Weather Update : बादलों ने कब्‍जाया सारा आकाश, बारिश की बूंदों संग पारा भी गिरा
मौसम साफ होने के बाद कुहासा और कोहरा भी स्‍पष्‍ट नजर आने लगेगा।

वाराणसी, इंटरनेट डेस्‍क। पूर्वांचल में मौसम का रुख बदल रहा है, वातावरण में उमस के बाद अब बादलों की सक्रियता दो दिनों से बनी हुई है। हालांकि, यह मानसूनी सक्रियता की जगह बंगाल की खाड़ी में बने दबाव की वजह से है। मौसम विज्ञानी मान रहे हैं कि बादलों की सक्रियता दो दिनों तक और बनी रह सकती है इसके बाद मौसम साफ हो जाएगा। मौसम साफ होने के बाद वातावरण में ठंड का असर घुल जाएगा और गुलाबी ठंडक धीरे - धीरे माह भर में ठंडक का अहसास कराने लगेगी। वहीं मौसम साफ होने के बाद कुहासा और कोहरा भी स्‍पष्‍ट नजर आने लगेगा। 

सोमवार की सुबह आसमान पूरी तरह बादलों के कब्‍जे में था। रात में हुई बरसात की वजह से सुबह वातावरण में कुछ ठंड का भी असर बना रहा। दिन चढ़ा तो धूप पूरी तरह नदारद रही और वातावरण में उमस का असर गायब रहा। मौसम का रुख ठंडी हवाओं का सुबह से बना रहा तो दिन चढ़ने के बाद मौसम सामान्‍य ही नजर आया। मौसम विज्ञानी मान रहे हैं कि अब आसमान साफ होने के बाद सप्‍ताह भर में कुहासा और उमस का दौर नजर आने लगेगा। मौसम का रुख बदला तो वातावरण में चढ़ा तापमान भी कम होने लगेगा। 

बीते चौबीस घंटों में अधिकतम तापमान 34.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्‍य से दो डिग्री अधिक रहा। न्‍यूनतम तापमान 24.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्‍य से दो डिग्री अधिक रहा। आर्द्रता अधिकतम 78 और न्‍यूनतम 68 फीसद दर्ज की गई। मौसम विभाग की ओर से जारी सैटेलाइट तस्‍वीरों के अनुसार पूर्वांचल में बादलों की सक्रियता बनी हुई है। आने वाले कुछ घंटों में बारिश का दौर दोबारा शुरू होगा और दो दिनों तक बारिश और बादलों की सक्रियता बनी रहेगी। मौसम विज्ञानी मान रहे हैं कि बंगाल की खाड़ी में दबाव का क्षेत्र बनने से हवाओं का रुख पुरवा हुआ है। हवाओं का रुख पुरवा होने के साथ ही उत्‍तर भारत में यह चक्रवातीय स्थिति भी बना रहा है जिसकी वजह से बादलों की सक्रियता का दौर शुरू हुआ है। माना जा रहा है क‍ि आने वाले दिनों में बादलों की सक्रियता का दौर कम होगा और ठंड का असर इसके बाद महसूस होने लगेगा। 

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