Varanasi City Weather Update : पूर्वांचल में मौसम का रुख बदला, बादलों ने गिराया पानी और पारा
वातावरण में बदलाव का दौर उमस और नमी के साथ भी अगले चौबीस घंटों तक और भी बना रहेगा। माना जा रहा है कि आने वाले कुछ घंटों के बाद तापमान सामान्य हो जाएगा और तापमान में कमी के साथ ही गुलाबी ठंड का असर पूर्वांचल में हावी हो जाएगा।
वाराणसी, जेएनएन। पूर्वांचल में मौसम का रुख बदला हुआ है, तापमान में उतार चढ़ाव का रुख होने के साथ ही वातावरण में अब ठंडक का असर भी घुलने लगा है। मौसम विज्ञानी मान रहे हैं कि आने वाले दिनों में मौसम का रुख अब बदलेगा। मानसून की विदायी का दौर पखवारे भर में शुरू हो जाएगा। वातावरण में कुछ बदलाव का दौर उमस और नमी के साथ भी अगले चौबीस घंटों तक और भी बना रहेगा। माना जा रहा है कि आने वाले कुछ घंटों के बाद तापमान सामान्य हो जाएगा और तापमान में कमी के साथ ही गुलाबी ठंड का असर पूर्वांचल में हावी हो जाएगा। इसके बाद माह भर में पुरवा हवाओं में कमी आएगी और पछुआ का जोर ठंडक का असर ले आएगा।
बुधवार की सुबह आसमान पूरी तरह बादलों की कैद में रहा, सुबह सूरज की मामूली रोशनी रही और ठंडी हवाओं का असर बना रहने के साथ ही बूंदाबांदी का असर रहा। ठंडी हवाओं की वजह से लोगों को राहत भी महसूस होती रही। दोपहर में भी मौसम का रुख बदला और बादलों ने पर्याप्त पानी भी गिराया। मौसम का रुख बदलने से आने वाले कुछ घंटों में बादलों की सक्रियता बनी रहेगी। मौसम विभाग की ओर से जारी सैटेलाइट तस्वीरों में भी बादलों की सक्रियता बनी हुई है।
मौसम विज्ञानी मान रहे हैं कि 24 घंटों से रह रहकर जारी बरसात की वजह से आने वाले दिनों में मौसम का रुख ठंडा हो जाएगा। माना जा रहा है कि आने वाले कुछ घंटों के बाद बादलों का रुख पर्याप्त रूप से बदलेगा और आसमान साफ भी हो जाएगा। अब मौसम का रुख साफ होने के बाद उमस में कमी आएगी और वातावरण में सुबह गुलाबी ठंड का असर घुल जाएगा।
बीते चौबीस घंटों में अधिकतम तापमान 33.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य रहा। न्यूनतम तापमान 24.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य रहा। आर्द्रता अधिकतम 89 फीसद और न्यूनतम 76 फीसद दर्ज किया गया। मौसम विभाग की ओर से जारी सैटेलाइट तस्वीरों में पूर्वांचल और वाराणसी में बादलों की सक्रियता का दौर है। बादलों की सक्रियता के बीच बुधवार की शाम से ही बारिश, बूंदाबांदी और तेज हवाओं का दौर जारी रहा। मौसम विज्ञानी मान रहे हैं कि बंगाल की खाड़ी से नम और ठंडी हवाओं का रुख बना रहेगा।