Varanasi City Weather Update : बादलों ने बनाई पूर्वांचल से दूरी, गर्मी और उमस को झेलना मजबूरी
Varanasi weather Report 15 July 2021 आसमान में बादल नदारद हैं और उमस के साथ ही गर्मी का भी व्यापक असर हो रहा है। इस पूरे सप्ताह मौसम का रुख ऐसा ही बना रहा। 48 घंटों के बाद मौसम का रुख बदलने की उम्मीद है।
वाराणसी, इंटरनेट डेस्क। मौसम विभाग के अनुमान इन दिनों जमीन पर सच होते दिख रहे हैं। आसमान में बादल नदारद हैं और उमस के साथ ही गर्मी का भी व्यापक असर हो रहा है। इस पूरे सप्ताह मौसम का रुख ऐसा ही बना रहा। हालांकि, अब अगले 48 घंटों के बाद मौसम का रुख बदलने की उम्मीद मौसम विभाग ने जताई है। माना जा रहा है कि पुरवा हवाओं का रुख उत्तर पूर्व होने की वजह से समुद्र की नमी का असर पूर्वांचल से गुम हो गया जिसकी वजह से बादलों की सक्रियता में कमी आई है। अब हवाओं का रुख बदलने के साथ ही लोकल फैक्टर भी असर करेगा और बादल बूंदाबांदी कराएंगे।
गुरुवार की सुबह आसमान में बादलों की सक्रियता न के बराबर रही। सुबह ठंडी हवाओं का रुख बना रहा लेकिन छह बजे तक धूप खिलने के बाद धीरे धीरे वातावरण में गर्मी का असर होने लगा। सात बजे के बाद वातावरण में धूप का असर होने लगा और उमस के स्तर में इजाफा हो गया। इसकी वजह से घरों से बाहर निकले लोग पसीना पसीना होने लगे। दोपहर बाद उत्तर की ओर से बादलों की मामूली सक्रियता का अंदेशा है। हालांक, उससे पूर्व दोपहर में धूप होने के बाद उमस में और इजाफा होगा और लोग पसीना पसीना भी खूब होंगे। मौसम विभाग की ओर से जारी अनुमानों में अब बादल और बारिश अधिक दिन दूर नहीं है। इसके बाद उमस में कमी आएगी और बादलों की सक्रियता के बीच तापमान भी दिन प्रतिदिन कम होगा। अगस्त के दूसरे पखवारे के बाद तापमान में कमी आएगी और सुबह वातावरण में ठंडक घुलने लगेगी। जबकि अगस्त के आखिर तक सुबह धुंधलके का असर भी होने लगेगा। इस लिहाज से उमस का असर सिर्फ माह भर और शेष है।
बीते चौबीस घंटों में अधिकतम तापमान 37.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से तीन डिग्री अधिक था। न्यूनतम तापमान 27.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से एक डिग्री अधिक रहा। आर्द्रता अधिकतम 67 फीसद और न्यूनतम 64 फीसद दर्ज की गई। मौसम विज्ञान विभाग की ओर से जारी सैटेलाइट तस्वीरों में पूर्वांचल में बादलों की सक्रियता जरा भी नहीं है। वहीं वातावरण में नमी की कमी होने की वजह से बादलों की आवाजाही भी पूर्वांचल और आसपास नहीं है। जबकि पूर्वोत्तर से बादलों की सक्रियता का दौर आने जा रहा है। इसके यहां पर अगले 48 घंटों के बाद पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है। मौसम विभाग ने भी दो दिन बाद ही बादलों की सक्रियता का अंदेशा जाहिर किया है।