Varanasi City Weather Update : पूर्वांचल में मानसून की आहट, बादलों ने उमस से दिलाई राहत
पूर्वांचल में मानसून की आहट के पूर्व प्री मानसूनी सक्रियता का दौर खूब नजर आ रहा है। मौसम विभाग ने भी आगामी 13 जून तक बादलों की आवाजाही के संकेत दिए हैं। वातावरण में इस समय पर्याप्त नमी का स्तर भी बना हुआ है।
वाराणसी, जेएनएन। पूर्वांचल में मानसून की आहट के पूर्व प्री मानसूनी सक्रियता का दौर खूब नजर आ रहा है। मौसम विभाग ने भी आगामी 13 जून तक बादलों की आवाजाही के संकेत दिए हैं। वातावरण में इस समय पर्याप्त नमी का स्तर भी बना हुआ है। ऐसे में वातावरण से लोगों को राहत भी खूब मिलना तय है। जबकि सप्ताह भर पूर्व उमस और गर्मी से लोगों का हाल बेहाल भी रहा है। मौसम विज्ञानी मान रहे हैं कि अब तय समय से पूर्व मानसूनी सक्रियता होने की उम्मीद है। इसकी वजह से पूर्वांचल में राहत भी जल्द ही मिलने लगेगी। हालांकि उमस का दौर अगले दो माह तक बना रहेगा, इसके बाद तापमान में गिरावट का दौर शुरू हो जाएगा।
शुक्रवार की सुबह आसमान साफ रहा और ठंडी हवाओं का दौर भी रहा, दिन चढ़ा तो मामूली बादलों की आवाजाही का दौर भी शुरू हो गया। वातावरण में ठंडी का असर चढ़ा तो लोगों को सुबह उमस से राहत भी मिली। हालांकि, धूप खिलने के बाद गर्मी का अहसास हुआ और लोग पसीना पसीना भी सुबह आठ बजे के बाद होते नजर आए। जबकि आने वाले कुछ घंटों में बादलों की सक्रियता का दौर दोबारा शुरू होगा और बारिश या बादलों की वजह से लोगों को राहत भी मिलेगी। मौसम विज्ञान विभाग ने इसी सप्ताह मानसून के आगमन का संकेत दे दिया है। उम्मीद है कि आने वाले दिनों में मौसम का रुख लोगों को खूब राहत भी देगा।
बीते चौबीस घंटों में अधिकतम तापमान 35.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से चार डिग्री कम रहा। न्यूनतम तापमान 26.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से एक डिग्री कम रहा। आर्द्रता अधिकतम 75 फीसद और न्यूनतम 71 फीसद दर्ज की गई। मौसम विभाग की ओर से जारी अनुमानों के अनुसार आगामी 13 जून तक बादलों की सक्रियता बनी रहेगी। जबकि मानसून का आगमन होने के संकेतों के बीच पूर्वांचल में अब गर्मी उमस के रूप में बदल रही है जबकि पारे में तल्खी अब कम होने लगी है। मौसम विज्ञानी मान रहे हैं कि आने वाले दिनों में मौसम का रुख बदलेगा और बूंदाबांदी के साथ ही गर्मी से राहत भी मिलेगी। हालांकि, इसके लिए या तो लोकल हीटिंग या वातावरण में पर्याप्त नमी होनी चाहिए।
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