मीरजापुर पुलिस रिकार्ड में भोला और श्यामनारायण एक लेकिन प्रशासन की डायरी सिर्फ श्यामनारायण

जिला प्रशासन द्वारा भोला उर्फ श्याम नारायण सिंह निवासी अमोई देहात कोतवाली के मामले की जांच रिपोर्ट में गोलमाल किया जा रहा है। भोला सिंह नहीं बल्कि श्याम नारायण हैं जबकि पुलिस में दर्ज किए गए मुकदमें में भोला सिंह और श्याम नारायण को एक ही माना गया है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Wed, 20 Jan 2021 07:50 AM (IST) Updated:Wed, 20 Jan 2021 07:50 AM (IST)
मीरजापुर पुलिस रिकार्ड में भोला और श्यामनारायण एक लेकिन प्रशासन की डायरी सिर्फ श्यामनारायण
भोला उर्फ श्याम नारायण सिंह मामले की जांच रिपोर्ट में गोलमाल किया जा रहा है।

मीरजापुर, जेएनएन। जिला प्रशासन द्वारा भोला उर्फ श्याम नारायण सिंह निवासी अमोई देहात कोतवाली के मामले की जांच रिपोर्ट में गोलमाल किया जा रहा है। जिला प्रशासन की ओर से भोला सिंह को श्याम नारायण बताया जा रहा हैं जबकि इसी शहर कोतवाली में भोला सिंह उर्फ श्याम नरायण सिंह की याचिका पर कोर्ट ने 156 तीन के तहत राजस्व निरीक्षक, लेखपाल व अपने भाई राजनारायण के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य आरोप में मुकदमा पंजीकृत का आदेश दिया था। वहीं जिला प्रशासन की ओर से कहा जा रहा हैं कि यह भोला सिंह नहीं बल्कि श्याम नरायण हैं जबकि पुलिस में दर्ज किए गए मुकदमें में भोला सिंह और श्यामनारायण को एक ही माना गया है।

भोला सिंह ने न्यायालय में अपने अधिवक्ता विनोद सिंह के माध्यम से 2016 में 156 तीन के तहत याचिका दाखिल कर बताया था कि उसके पटटीदार व राजस्व कर्मी उसे मृत दिखारक उसके हिस्से की जमीन बेच दिया है। आरोप लगाया था कि इसकी शिकायत वह अबतक शासन से लेकर प्रशासन तक कर मेरे साथ धोखाधड़ी करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर चुका हैं ,लेकिन किसी ने उसकी शिकायत पर ध्यान नहीं दिया। इससे वह इधर उधर न्याय के लिए भटक रहा है। सीजीएम कोर्ट के मामले को गंभीरता से लेते हुए उसकी याचिका स्वीकार करते हुए पुलिस को आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की विवेचना कर रिपोर्ट देने का आदेश दिया था। कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने राजस्व निरीक्षक, लेखपाल व राजनारायण के खिलाफ मामला भी दर्ज किया था।

एडीएम यूपी सिंह के अनुसार विकास खंड सिटी स्थित अमोई गांव में पहुंची जांच टीम के सामने वहां मौजूद भाई ने ही शिकायतकर्ता भोला को नहीं पहचान पाए। इसी प्रकार लालगंज स्थित अमोई में भोला की बजाए उसका नाम श्याम नारायण पुत्र बसंत लाल होने का पता चला है। विभाग की मानें तो इनके द्वारा लगभग डेढ़ बीघा जमीन पहले ही बिक्री की जा चुकी है। स्थिति स्पष्ट नहीं होने के कारण थक हारकर जिला प्रशासन द्वारा डीएनए टेस्ट कराने का निर्णय लिया गया है।

chat bot
आपका साथी