आजमगढ़ में महाअभियान : टीकाकरण ने भरी उड़ान, पहले दिन 21 हजार ने लगवाई वैक्सीन

टीकाकरण को रफ्तार देने के लिए आठ ब्लाकों में पायलट प्रोजेक्ट के तहत शुरू टीकाकरण अभियान ने पहले ही आसमानी उड़ान भरी। सामान्य दिनों के सापेक्ष ढाई गुना की वृद्धि दर्ज करते हुए 21 हजार लोगों ने टीकाकरण केंद्रों पर पहुंच वैक्सीन लगवाई।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 05:00 AM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 05:00 AM (IST)
आजमगढ़ में महाअभियान : टीकाकरण ने भरी उड़ान, पहले दिन 21 हजार ने लगवाई वैक्सीन
लालगंज सीएचसी को गोद लेने के कारण भाजपा के जिलाध्यक्ष ऋषिकांत राय पूरे दिन मौजूद रहे।

आजमगढ़, जेएनएन। टीकाकरण को रफ्तार देने के लिए आठ ब्लाकों में पायलट प्रोजेक्ट के तहत शुरू टीकाकरण अभियान ने पहले ही आसमानी उड़ान भरी। सामान्य दिनों के सापेक्ष ढाई गुना की वृद्धि दर्ज करते हुए 21 हजार लोगों ने टीकाकरण केंद्रों पर पहुंच वैक्सीन लगवाई। आठ ब्लाकों में तैनात कर्मचारी पूरे दिन ताकत झोंके रहे। लालगंज सीएचसी को गोद लेने के कारण भाजपा के जिलाध्यक्ष ऋषिकांत राय पूरे दिन मौजूद रहे।

प्रधानमंत्री के आह्वान के क्रम में टीकाकरण अभियान को रफ्तार देने को स्वास्थ विभाग ने व्यापक रणनीति बनाई थी। पहले दिन लालगंज, काेयलसा, महराजगंज, मेंहनगर, ठेकमा, अहरौला, हरैया, मार्टीनगंज ब्लाक में विशेष टीकाकरण अभियान चलाया गया। आठ ब्लाकों के लिए 19 हजार का लक्ष्य निधारित किया गया था। इसे हासिल करने के लिए स्वास्थ विभाग के कर्मचारी सुबह नौ बजे ही टीकाकरण केंद्रों पर मोर्चा संभाल लिए थे। चूंकि इसकी चर्चा पहले से थी, लिहाजा प्रत्येक ब्लाक में वैक्सीन लगवाने के लिए लाेगाें की भीड़ उमड़ी थी। दरअसल, यहां आनलाइन के साथ आफ लाइन भी लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही थी। टीकाकरण विशेष अभिायान के दौरान लालगंज में भाजपा के जिलाध्यक्ष ऋषिकांत राय पूरे दिन मौजूद रहे। दरअसल, उन्होंने सीएचसी को मुख्यमंत्री के निर्देश के क्रम में गोद लिया हुआ है। देर शाम तक आई रिपोर्ट के मुताबिक करीब 21 हजार लोग वैक्सीन लगवा चुके थे।

आठ ब्लाकों के इतर बैरंग हुए लोग

आठ ब्लाकों के इतर सिर्फ आनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने वालो को ही वैक्सीन लगाई गई। जानकारी के अभाव में मंडलीय जिला अस्पताल, जिला महिला चिकित्सालय में पहुंचे लोग बैरंग होेत रहे। कुछ लोगों ने नाराजगी भी जताई तो कर्मचारियों को उन्हें समझाना पड़ा। हालांकि, असलियत जानने के बाद लोग चुपचाप लौट गए।

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