Vaccination in Varanasi : पांच अगस्त को खुलेगा स्लाट और साथ ही लगेगा टीका, सुबह 10 बजे से लगवा सकेंगे वैक्सीन
वाराणसी में कोविड-19 टीकाकरण महाभियान के तहत गुरुवार पांच अगस्त को सुबह आठ बजे से प्रथम व द्वितीय डोज के लिए स्लाट खोले जाएंगे। स्लाट बुकिंग के बाद लाभार्थी सुबह दस बजे से निर्धारित केंद्रों पर कोरोना टीका लगवा सकेंगे।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। कोविड-19 टीकाकरण महाभियान के तहत गुरुवार, पांच अगस्त को सुबह आठ बजे से प्रथम व द्वितीय डोज के लिए स्लाट खोले जाएंगे। स्लाट बुकिंग के बाद लाभार्थी सुबह दस बजे से निर्धारित केंद्रों पर कोरोना टीका लगवा सकेंगे। लाभार्थी cowin.gov.in पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराने के बाद अपने नजदीकी केंद्र का स्लाट बुक करा कर फोटो पहचान पत्र संग सुविधानुसार पहुंचें।
स्लाट बुक करने के बाद लाभार्थियों को चार अंकों का एक सिक्योरिटी कोड मिलेगा। इस कोड के साथ ही निर्धारित टीकाकरण केंद्रों पर लाभार्थियों को पहुंचना है। सीएमओ डा. वीबी सिंह ने बताया कि जो लोग भी कोविड टीकाकरण का प्रथम या द्वितीय डोज लगवाना चाहते है, अब उन्हें पोर्टल पर पंजीकरण कराना अनिवार्य है। पंजीकरण के बाद स्लाट बुक कराकर टीकाकरण स्थल पर आने वाले नागरिकों को ही टीका लगाया जायेगा।
जिले में कबीरचौरा राजकीय महिला चिकित्सालय में महिला स्पेशल टीकाकरण सत्र का आयोजन किया जा रहा है। इन सत्रों पर महिलाएं पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराकर अपना टीकाकरण करा सकती हैं। महिला स्पेशल टीकाकरण सत्र के लिए भी स्लाट खोले जाएंगे। इसमें पंजीकृत लाभार्थी टीका लगवा सकती हैं। वहीं जिन नागरिकों के द्वितीय डोज़ लगवाने का समय हो गया है वे टीकाकरण केंद्र पर जाकर अपना टीकाकरण सुनिश्चित करा लें। ग्रामीण क्षेत्रों में मौके पर व आनलाइन दोनों तरह से पंजीकरण की व्यवस्थाएं है।
19325 लाभार्थियों ने लगवाया कोरोना टीका : विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों व चैरिटेबल अस्पतालों में सोमवार को 67 सत्रों का आयोजन कर 19325 लाभार्थियों काे प्रतिरक्षित किया गया। इसमें 16374 लाभार्थियों को प्रथम व 2951 को दूसरी डोज का टीका लगाया गया। इस क्रम में में 45 वर्ष से ऊपर के 553 लोगों को टीका लगाया गया।जनपद के 67 सत्रों पर 18 वर्ष से 44 वर्ष के 18772 लाभार्थियों का टीकाकरण किया गया। इसमें से 15935 को प्रथम व 2837 को दूसरी डोज का टीका लगाया गया। अंतरराष्ट्रीय स्पेशल एक केंद्र पर 22 एवं महिला स्पेशल एक केंद्र पर 166 लाभार्थी पहुंचे, जिन्हें प्रतिरक्षित किया गया।