इलिया स्वास्थ्य केंद्र पर है उपलों का कब्जा, जानते हैं क्यों
चंदौली के इलिया बटौआ गाव को उपस्वास्थ्य केंद्र में गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण नहीं हेाता बल्कि यहां पर उपलों का गोदाम बन चुका है।
चंदौली (राकेश श्रीवास्तव) : इलिया बटौआ गाव का उपस्वास्थ्य केंद्र जहां गर्भवती महिलाओं के लिए टीकाकरण एवं प्रसव की व्यवस्था होनी चाहिए थी वहां पर उपलों का कब्जा हो चुका है। जी हां केंद्र से लेकर राज्य सरकार तक सूबे में स्वास्थ्य व्यवस्था पटरी पर ला खड़ी करने का दावा कर रही, जबकि इस एएएनएम सेंटर में उपले का गोदाम चलता है। अधिकारियों की अनदेखी से गर्भवतियों को टीकाकरण के लिए दस किमी. दूर शहाबगंज या चकिया अस्पताल जाना पड़ता है। इस मामले में सुधार के लिए काफी हंगामा करने के बावजूद व्यवस्था में बदलाव न होने से लोग परेशान हो चुके हैं।
बटौवा गाव के उप स्वास्थ्य केंद्र से बरियारपुर, निचोट कला, परबंदापुर, डरिया, मसोईं, भुड़कुड़ा समेत करीब आठ गाव जुड़े हैं। करीब डेढ़ दशक पूर्व उप स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण हुआ था। उस समय गर्भवतियों ने राहत की सास ली थी। लाजिमी भी था क्योंकि गाव से कुछ दूरी पर चिकित्सकीय सुविधा जो मिलने लगी थी। मसलन टीकाकरण से लेकर प्रसव कराया जाने लगा था। हालात आने वाले दिनों में बेहतर होते जाएंगे, ऐसा जनता समझने लगी थी। मगर इससे ठीक उलट हुआ। उपस्वास्थ्य केंद्र उपले का गोदाम बन गया। चूंकि इस स्वास्थ्य केंद्र में कोई देखरेख करने वाला भी नहीं था इसलिए गांव के कुछ लोगों ने यहां पर उपले रख ताला चढ़ा दिया। उधर रखरखाव न होने से भवन भी जर्जर हो चला है। खास बात यह कि यहा एक कर्मचारी की नियुक्ति भी है, जिसे लोगों ने कभी देखा नहीं। ग्रामीणों ने बताया कि एएनएम की तैनाती है लेकिन उनके कभी न आने से पहचान नहीं पाएंगे। प्राथमिक स्वास्थ्य कें द्र शहाबगंज के प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. ज्ञान प्रकाश सिंह ने बताया कि एनएम सेंटर के मरम्मत के बाबत विभाग को अवगत कराया जा चुका है। अगर एनएम गाव में नहीं जाती है तो जाच के बाद कार्रवाई की जाएगी।