कोयला आधारित बिजली उत्पादन में यूपी बनेगा अव्वल, यूपी का स्टेट सेक्टर तीसरे स्थान पर

बिजली के मामले में अगले कुछ वर्षों में देश में सबसे ज्यादा बिजली पैदा करने वाला प्रदेश बन जाएगा। वर्तमान में उत्तर प्रदेश का सरकारी सेक्टर देश में तीसरे स्थान पर है। यूपी राज्य विद्युत उत्पादन निगम में कोयला आधारित इकाइयों की क्षमता 5469 मेगावाट है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Thu, 14 Oct 2021 05:27 PM (IST) Updated:Thu, 14 Oct 2021 05:27 PM (IST)
कोयला आधारित बिजली उत्पादन में यूपी बनेगा अव्वल, यूपी का स्टेट सेक्टर तीसरे स्थान पर
बिजली के मामले में अगले कुछ वर्षों में देश में सबसे ज्यादा बिजली पैदा करने वाला प्रदेश बन जाएगा।

सोनभद्र, जागरण संवाददाता। देश में कुल उत्पादित बिजली में कोयला आधारित बिजली का हिस्सा 70 फीसद के करीब है। आने वाले दिनों में भी सरकार ने कोयला आधारित बिजली के उत्पादन पर ही ज्यादा निर्भरता दिखाई है। उत्तर प्रदेश का सरकारी सेक्टर कोयला आधारित बिजली के मामले में अगले कुछ वर्षों में देश में सबसे ज्यादा बिजली पैदा करने वाला प्रदेश बन जाएगा। वर्तमान में उत्तर प्रदेश का सरकारी सेक्टर देश में तीसरे स्थान पर है। यूपी राज्य विद्युत उत्पादन निगम में कोयला आधारित इकाइयों की क्षमता 5469 मेगावाट है।

इस मामले में पहले स्थान पर महाराष्ट्र है जहां स्टेट सेक्टर की क्षमता 9540 मेगावाट है। इसके अलावा दूसरे स्थान पर राजस्थान (7170 मेगावाट) और चौथे नंबर पर गुजरात (5410 मेगावाट) है। प्रदेश में चल रही योजनाएं भविष्य में यूपी को अव्वल बना सकती है। वर्तमान में कई पुरानी परियोजनाओं के चल रहे विस्तारीकरण एवं नए विद्युत घरों के निर्माण से उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उत्पादन निगम की क्षमता में 6225 मेगावाट की वृद्धि होनी है। विस्तारीकरण के तहत ओबरा सी में 1320 मेगावाट, हरदुआगंज में 660 मेगावाट एवं पनकी में 660 मेगावाट क्षमता की नई इकाइयां स्थापित की जा रही हैं। हरदुआगंज की नई इकाई को तो लाइटप भी किया जा चुका है। साथ ही जवाहरपुर में 1320 मेगावाट क्षमता के नये विद्युत घर का निर्माण चल रहा है। इसके अलावा संयुक्त उपक्रम के तहत मेजा में एनटीपीसी के साथ 1320 मेगावाट तथा घाटमपुर में एनएलसी के साथ 1980 मेगावाट के नये विद्युत घर का निर्माण चल रहा है। इन इकाइयां से अगले दो वर्षों के दौरान उत्पादन शुरू होने की संभावना है। उसके बाद यूपी राज्य विद्युत उत्पादन निगम कोयला आधारित बिजली के उत्पादन में पहले स्थान पर आ जाएगा।

अन्य सेक्टरों में भी यूपी लेगा बढ़त : स्टेट सेक्टर के अलावा प्राइवेट एवं केंद्रीय इकाइयों के मामले में भी यूपी के बढ़त लेने की संभावना है। तीनों सेक्टरों को मिलाकर कोयले से बिजली उत्पादन के मामले में भी यूपी पहले स्थान पर आ सकता है। नेशनल पावर पोर्टल के अनुसार वर्तमान में यूपी सभी सेक्टरों की स्थापित क्षमता 23729 मेगावाट के साथ दूसरे स्थान पर है। कुल 24756 मेगावाट के साथ महाराष्ट्र पहले स्थान पर है। इसके अलावा छत्तीसगढ़ 23688 मेगावाट के साथ तीसरे स्थान पर है। यूपी में जल्द 6225 मेगावाट की वृद्धि होनी है। इसके बाद यूपी कोयला आधारित बिजली के मामले में पहले स्थान पर आ जाएगा।

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