UP Tourist Places: वाराणसी के पर्यटन प्लान से जुड़ेगा सोनभद्र, टूरिज्म वेलफेयर एसोसिएशन की टीम ने किया स्पाट का दौरा
सोनभद्र का सोन ईको व्यू पोईंट देखा। वहां पर रोपवे के साथ ईको टूरिज्म की सम्भावना पर बैठक में सदस्यों ने सुझाव भी दिया। बैठक में सदस्यों ने डीएम को पत्र देकर साल्खन जीवाश्म पार्क को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विकसित करने का सुझाव दिया।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। आस पास जनपद के पर्यटक स्थल को वाराणसी के पर्यटन सर्किट से जोड़ने की योजना के दूसरे चरण में टूरिज्म वेलफेयर एसोसिएशन (टीडब्ल्यूए) के 25 सदस्यों वाली टीम ने रविवार को सोनभद्र के पर्यटन स्पॉट्स का दौरा किया। इसके बाद वहां के जिलाधिकारी अभिषेक सिंह व मुख्य विकास अधिकारी अमित पाल सिंह के साथ आयोजित बैठक में योजना पर विस्तृत चर्चा हुई । बैठक में एसोसिएशन के अध्यक्ष राहुल मेहता ने कहा कि सोनभद्र में एक टूरिस्ट प्लाजा की आवश्यकता है, जहां देशी-विदेशी पर्यटकों के ठहरने व भोजन की उत्तम व्यवस्था हों। उक्त सुझाव पर सोनभद्र के डीएम अभिषेक सिंह ने मौजूद अधिकारियों को जल्द ही उचित स्थान का चयन कर टूरिस्ट प्लाजा बनवाने प्रक्रिया शुरू करने का आदेश भी दिया ।
जीवाश्म पार्क को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विकसित करने की मांग
टूर की शुरुआत में सदस्यों ने सोनभद्र का सोन ईको व्यू पोईंट देखा। वहां पर रोपवे के साथ ईको टूरिज्म की सम्भावना पर बैठक में सदस्यों ने सुझाव भी दिया। इसके बाद टीम ने साल्खन जीवाश्म पार्क का भ्रमण किया जो कि विश्व का सबसे पुराना जीवाश्म के लिए जाना जाता है। यहां की जीवाश्म की आयु 1400 करोड़ वर्ष है । बैठक में सदस्यों ने डीएम को पत्र देकर साल्खन जीवाश्म पार्क को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विकसित करने का सुझाव दिया। ताकि वहां विदेशी पर्यटकों को लाया जा सके । बताया जा रहा है कि अमेरिका स्थित येलो स्टोन जीवाश्म पार्क 500 करोड़ वर्ष पुराना है लेकिन वहां पर लाखों की संख्या में पर्यटक जाते है ।
टीम ने अघोरी फोर्ट का भ्रमण किया फिर सोमेश्वर महादेव व रेणूकूट स्थित रेणुकेश्वर महादेव का दर्शन कर वहां धार्मिक पर्यटन के लिए देखा। सदस्यों ने अबाडा पिकनिक स्पॉट का भी भ्रमण किया। यहां पर्यटकों के लिए ईको व वीलेज टूरिज़म के सेंटर के रूप में विकसित किया जाने पर विचार किया गया।
अबाडा पिकनिक स्पॉट पर विकसित हो टेंट ऐकोमोडेशन
एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष संतोष सिंह ने अबाडा पिकनिक स्पॉट पर टेंट ऐकोमोडेशन को विकसित कर विलेज टूरिज़म को बढ़ाया देने का सुझाव दिया। कारण कि यहां पर देशी पर्यटन अधिक आते हैं। संयोजक अमित त्रिवेदी ने कहा कि सोनभद्र जिले के प्राकृतिक सौन्दर्य की वजह से वहां फिल्म टूरिज्म की भी काफी सम्भावना है। अगर सारी सुविधा मिले तो फ़िल्म व वेब सिरीज़ की शूटिंग के जरिय भी लोगों को रोज़गार मिल सकता है। बैठक में पर्यटन सूचना अधिकारी नवीन सिंह, उपाध्यक्ष शैलेंद्र सिंह, अभिषेक सिंह, विक्रम सिंह, विवेक तिवारी, सोनभद्र ऐडवेंचर टूरिज़म के नीरज, अभिषेक पाठक, अजय सिंह, देवेश अग्रवाल, अभिषेक शर्मा, नीरज नोटिया, पीएन सिंह, धर्मेंद्र तिवारी, उत्कर्ष बक्शी, अनूप प्रसाद आदि मौजूद थे।