यूपी पर्यटन ने पोस्टर जारी कर लिखा - 'बनारस की गलियों में प्यार कुछ इस तरह से परोसा जाता है'
कोरोना संक्रमण काल के दौरान प्रदेश भर में पर्यटन की गतिविधियां पूरी तरह से शांत थीं। लोगों का निकलना और काम करना तक ठप रहा। इस दौरान आर्थिक गतिविधियों तक में कमी आ गई थी। इसकी वजह से पर्यटन आधारित सभी गतिविधियों और पर्यटकों की आमद-ओ-रफ्त थम चुकी थी।
वाराणसी, जेएनएन। कोरोना संक्रमण काल के दौरान प्रदेश भर में पर्यटन की गतिविधियां पूरी तरह से शांत थीं। लोगों का निकलना और काम करना तक ठप रहा। इस दौरान आर्थिक गतिविधियों तक में कमी आ गई थी। इसकी वजह से पर्यटन आधारित सभी गतिविधियों और पर्यटकों की आमद-ओ-रफ्त थम चुकी थी। अब कोरोना संक्रमण का दूसरा दौर बीतने के बाद सब कुछ पटरी पर लौटने लगा है। माना जा रहा है कि अब कोरोना की तीसरी लहर जब तक आएगी तब तक आर्थिक गतिविधियां काफी हद तक संभल चुकी होंगी।
प्रदेश में पर्यटन आधारित अर्थव्यवस्था की गतिविधि को गति देने के लिए यूपी पर्यटन की ओर से भी काफी प्रयास किया जा रहा है। बीते दो माह में यूपी पर्यटन की ओर से विभिन्न पर्यटक स्थलों के साथ ही वहां के स्थलों की विशेषता के बारे में भी भी जानकारियां और पोस्टर साझा किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में वाराणसी के खान पान पर भी समय समय पर यूपी पर्यटन की ओर से पोस्टर जारी कर विशेषता से देश दुनिया को अवगत कराया जा रहा है। इस बाबत मंगलवार की दोपहर वाराणसी में सुबह के नाश्ते पूड़ी और तरकारी (गीली सब्जी) के बारे में जानकारी साझा कर लोगों से इस जायके को दूसरों को टैग करने का अनुरोध किया गया है।
यूपी पर्यटन की ओर से वाराणसी की शानदार जायके पर पोस्टर जारी किया गया है। यूपी पर्यटन ने पोस्टर के साथ लिखा है कि - 'क्या आपने कभी बनारसी पूड़ी और तरकारी का स्वाद चखा है? क्या आप किसी मित्र या संबधी के साथ यह ब्रेकफास्ट एंजॉय करना चाहते हैं? उन्हें टैग करके बताइए।' वहीं पोस्ट के साथ #Varanasi #UttarPradesh #BanarsiTadka #UPNahiDekhaTohIndiaNahiDekha #IncredibleIndia आदि हैश टैग भी जारी किया गया है। वहीं पोस्टर में लिखा है कि - 'बनारस की गलियों में प्यार कुछ इस तरह से परोसा जाता है'। इस पोस्ट और पोस्टर को काफी लोगों ने शेयर कर बनारस के इस जायके की चर्चा की है।