UP Tourism ने वाराणसी पर जारी किया पोस्टर, लिखा 'अनंत' और समझाया इसका महत्व
अनलॉक शुरू होने के बाद से ही पर्यटन विभाग का प्रयास पर्यटकों को वापस धर्म नगरी काशी से जोड़ने का रहा है। इसी कड़ी में कई मौकों पर काशी से जुड़े स्थलों और महत्व पर आधारित पोस्टर जारी कर बनारस के आध्यात्मिक महत्व का बखान किया है।
वाराणसी, जेएनएन। पुराणों से भी प्राचीन मानी जाने वाली भगवान शिव की नगरी काशी धर्म-आध्यात्म और अंतस के साथ ही आस्था का बड़ा केंद्र रहा है। कोरोना संक्रमण काल के दौरान यहां का पर्यटन उद्योग जिस प्रकार पटरी से उतरा और मठों- मंदिरों के साथ घाटों पर सन्नाटा पसरा उसके बाद से ही पर्यटकों को काशी से जोड़ने का प्रयास लगातार जारी है। अनलॉक शुरू होने के बाद से ही पर्यटन विभाग का प्रयास पर्यटकों को वापस धर्म नगरी काशी से जोड़ने का रहा है। इसी कड़ी में कई मौकों पर काशी से जुड़े स्थलों और महत्व पर आधारित पोस्टर जारी कर बनारस के आध्यात्मिक महत्व का बखान किया है।
इस माह वाराणसी पर एक और पोस्टर यूपी पर्यटन की ओर से जारी किया गया है। बनारस में गंगा घाट और यहां पर मोक्ष की कामना से आने वाले लोगों के लिए जीवन का यथार्थ तलाशने के लिए पोस्ट और पोस्टर जारी किया गया है। इस बाबत पोस्ट में लिखा है कि - 'वाराणसी में जन्म से मृत्यु तक का सार निहित है। लोग यहां जीवन के यथार्थ को समझने आते हैं। आप भी वाराणसी की अनंत आस्था को आत्मसात करने आइये।'
वाराणसी में जन्म से मृत्यु तक का सार निहित है। लोग यहां जीवन के यथार्थ को समझने आते हैं।
आप भी वाराणसी की अनंत आस्था को आत्मसात करने आइये।#Varanasi #HaiUttarYahan #UPNahiDekhaTohIndiaNahiDekha pic.twitter.com/d1TO7VylaX
वहीं पोस्ट और पोस्टर जारी होने के बाद इंटरनेट मीडिया में भी शेयर किया जा रहा है। पोस्टर के केंद्र में 'अनंत' शब्द के जरिए काशी के अनश्वर होने का संदेश भी दिया गया है। यूपी पर्यटन की ओर से समय समय पर पोस्टर जारी कर प्रदेश में पर्यटन को बढ़ाव देने के लिए संदेश जारी किए जाते रहे हैं। इसके लिए धार्मिक आध्यात्मिक स्थलों और उनके महत्व के बारे में भी पोस्ट में बखान किया जाता है। इस बार काशी में मोक्ष की मान्यता को केंद्र में रखकर 'अनंत' यात्रा के जरिए काशी की अनोखी पृष्ठभूमि को उकेरा गया है।