विश्वविद्यालय के रूप में विकसित होगा यूपी कालेज, मान्यता के लिए शासन को प्रस्ताव भेजने का लिया निर्णय

यूपी कालेज के 112वें स्थापना दिवस के मौके पर संस्था को विश्वविद्यालय के रूप में विकसित करने का संकल्प लिया गया। इस संबंध में शासन को प्रस्ताव भी भेजने का निर्णय लिया गया है। तय किया गया कि अलग विधि महाविद्यालय भी विकसित किया जाएगा।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Thu, 25 Nov 2021 09:53 PM (IST) Updated:Thu, 25 Nov 2021 09:53 PM (IST)
विश्वविद्यालय के रूप में विकसित होगा यूपी कालेज, मान्यता के लिए शासन को प्रस्ताव भेजने का लिया निर्णय
यूपी कालेज के स्थापना दिवस के मौके पर संस्था को विश्वविद्यालय के रूप में विकसित करने का संकल्प लिया गया।

जागरण संवाददाता, वाराणसी : यूपी कालेज के 112वें स्थापना दिवस के मौके पर संस्था को विश्वविद्यालय के रूप में विकसित करने का संकल्प लिया गया। इस संबंध में शासन को प्रस्ताव भी भेजने का निर्णय लिया गया है। तय किया गया कि अलग विधि महाविद्यालय भी विकसित किया जाएगा।

राज्य मंत्री ने दिया सुझाव

कालेज के संध्या हाल में गुरुवार को आयोजित स्थापना दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि स्टांप एवं पंजीयन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रवींद्र जायसवाल ने कहा कि कृषि और खेल के क्षेत्र में यूपी कालेज ने देश के लिए काफी योगदान किया है। इसके बावजूद यूपी कालेज उत्कृष्ट शिक्षण संस्थानों के बीच अपना स्थान नहीं बना सका। इसके लिए सभी को मिलकर प्रयास करना चाहिए। उन्होंने इसे विश्वविद्यालय के रूप में विकसित करने तथा ला कालेज खोलने का सुझाव भी दिया।

हेरिटेज के रूप में मिले संस्था को मान्यता

विशिष्ट अतिथि भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह ने यूपी कालेज को शिक्षा के क्षेत्र में देश की बहुमूल्य विरासत बताया और मांग किया कि इसे देश के हेरिटेज के रूप में मान्यता प्राप्त होनी चाहिए। अध्यक्षता करते हुए उदय प्रताप शिक्षा समिति के अध्यक्ष न्यायमूर्ति डीपी सिंह ने कहा कि ला कालेज के रूप में विकसित करने और साथ ही इसे विश्वविद्यालय के रूप में मान्यता दिलाने के लिए शीघ्र ही प्रस्ताव बनाकर सरकार के पास भेजा जायेगा।

कुलगीत से समारोह का शुभारंभ

समारोह का शुभारंभ उदय प्रताप पब्लिक स्कूल की छात्राओं ने कुलगीत एवं सरस्वती वंदना और रानी मुरार कुमारी बालिका इंटर कालेज की छात्राओं के स्वागत गीत से हुआ। समारोह में अवकाश प्राप्त शिक्षकों एवं शिक्षणेतर कर्मचारियों को सम्मानित भी किया गया। वार्षिक प्रतिवेदन उदय प्रताप शिक्षा समिति के सचिव न्यायमूर्ति एसके सिंह ने प्रस्तुत किया। स्वागत महाविद्यालय के प्राचार्य डा. धर्मेंद्र कुमार सिंह, संचालन डा. प्रज्ञा परमिता व धन्यवाद ज्ञापन इंटर कालेज के प्रधानाचार्य डा. रमेश प्रताप सिंह ने किया।

इनकी रही भागीदारी

समारोह में प्राचीन छात्र व पूर्व एमएलसी चेतनारायण सिंह, अशोक कुमार सिंह, डा. मनोज कुमार सिंह, डा. (मेजर) अरविंद कुमार सिंह, डा. मनीष कुमार सिंह, डा. गोरखनाथ, डा. विजय बहादुर सिंह, डा. एसएस राठौर, डा. एसके सिंह, डा. अमन गुप्ता, संगीता कुमार सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

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