UP Board : उलझाएं सवाल तो मिलाएं हेल्पलाइन नंबर, बलिया जिला विद्यालय निरीक्षक ने प्रमुख विषयों के लिए जारी किए नंबर

कोरोना काल में यूपी बोर्ड के सभी सरकारी और निजी स्कूलों में ऑनलाइन कक्षाएं चल रहीं हैं। इसके अलावा दूरदर्शन व यूट्यूब पर भी विषयवार पढ़ाई हो रही है। विद्यालयों की ओर से व्हाटसएप ग्रुप में भी छात्र छात्राओं की पठन-पाठन संबंधी समस्याओं का समाधान किया जा रहा है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 04:33 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 04:33 PM (IST)
UP Board : उलझाएं सवाल तो मिलाएं हेल्पलाइन नंबर, बलिया जिला विद्यालय निरीक्षक ने प्रमुख विषयों के लिए जारी किए नंबर
विषय विशेषज्ञों के नंबर जारी किए गए हैं

बलिया, जेएनएन। कोरोना काल में यूपी बोर्ड के सभी सरकारी और निजी स्कूलों में ऑनलाइन कक्षाएं चल रहीं हैं। इसके अलावा दूरदर्शन व यूट्यूब पर भी विषयवार पढ़ाई हो रही है। विद्यालयों की ओर से व्हाटसएप ग्रुप में भी छात्र, छात्राओं की पठन-पाठन संबंधी समस्याओं का समाधान किया जा रहा है। इसके बावजूद जनपद के बहुत से छात्र अपने सवालों को सुलझाने में दिक्कत महसूस कर रहे हैं।

ऐसे छात्रों की सुविधा के लिए जिला विद्यालय निरीक्षक डा. ब्रजेश मिश्र ने विषय विशेषज्ञ शिक्षकों के हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। यूपी बोर्ड के छात्र या छात्राएं विषयवार जहां भी दिक्कत महसूस कर रहे हैं वे इन नंबरों पर शाम को चार से पांच बजे के बीच फोन कर सवाल पूछ सकते हैं। विषयवार अपनी दिक्कतों को दूर कर सकते हैं।

विषयवार हेल्पलाइन नंबर

हिंदी-9455210395, 9451491878, अंग्रेजी-9369521402, 8005080683, सामाजिक विज्ञान-8299887039, 7248766920, विज्ञान-9532053927, 9473752890, संस्कृत-8210440078, 9532512929, गृह विज्ञान-8858405577, 8840016643, गणित-8858932127, 9415070794, जीव विज्ञान-7800403148, 6393525391, शारीरिक शिक्षा-9450771350, 9451098403 और कला के लिए-9450778481 नंबर जारी हुए हैं।

विषय विशेषज्ञों के नंबर जारी किए गए हैं

कोरोना के चलते पढ़ाई का नुकसान न हो, इसके लिए विषय विशेषज्ञों के नंबर जारी किए गए हैं। सभी छात्र निर्धारित समय पर फोन कर अपनी समस्याएं सुलझा सकते हैं। इस पहल से काफी लाभ मिलेगा।

- डा. ब्रजेश मिश्र, जिला विद्यालय निरीक्षक, बलिया।

अध्यापकों की उपस्थिति होगी अनिवार्य

कोरोना संक्रमण कम होते ही सूबे में बाजार-हाट सब खुल गए हैं। शैक्षणिक संस्थान के कार्यालयों में रोस्टर प्रणाली खत्म कर दी गई है। कार्यालयों में सभी कर्मचारियों की उपस्थिति अब अनिवार्य है। पहली जुलाई से स्कूल-कालेज भी खोलने की तैयारी चल रही है। पढ़ाई पहले की भांति ऑनलाइन ही होगी। फिर भी अध्यापकों की विद्यालयों की उपस्थिति अनिवार्य होगी। यह बात गत दिनों बनारस दौरे के दौरान बेसिक शिक्षा मंत्री डा. सतीश चंद्र द्विवेदी भी बोल चुके हैं। उन्होंने कहा था कि अध्यापक छात्र नामांकन की प्रक्रिया में सहयोग करेंगे। प्राथमिक व माध्यमिक विद्यालयों का नया सत्र पहली अप्रैल से ही शुरू हो गया था। कोरोना महामारी के चलते प्राथमिक व माध्यमिक विद्यालयों में दाखिले की प्रक्रिया अब तक पूरी नहीं हो सकी है। इसे देखते हुए बेसिक शिक्षा विभाग ने जुलाई में स्कूल चलो अभियान शुरू करने की रूपरेखा बनाने में जुटा हुआ है। अभियान के तहत अध्यापक घर-घर जाकर बच्चों का नामांकन का कराएंगे। वहीं माध्यमिक विद्यालयों में भी दाखिला के तैयारी की जा रही है। माध्यमिक विद्यालयों के विभिन्न कक्षाओं में अब तक 50 फीसद भी दाखिला नहीं हो सका है। सबसे खराब स्थिति कक्षा-छह की है। वहीं हाईस्कूल के रिजल्ट के अभाव में कक्षा 11 में भी दाखिला अटका हुआ है। ऐसे में स्कूल-कालेजों की पहली प्राथमिकता दाखिला पूर्ण करना है।

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