UP Board : औसत अंक का मानक तय करने में जुटी बोर्ड, दसवीं-बारहवीं के परीक्षार्थियों को प्रमोट करने के मंथन जारी

यूपी बोर्ड दसवीं-बारहवीं के परीक्षार्थियों को प्रमोट करने की तैयारी में जुटा हुआ है। वहीं प्रोन्नत करने के लिए औसत अंक के मानक को लेकर बोर्ड उलझ गई है। परीक्षार्थियाें को प्रोन्नत करने के लिए बोर्ड अब तक कोई सर्वमान्य फार्मूला नहीं बना सकी है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Sun, 06 Jun 2021 08:32 PM (IST) Updated:Sun, 06 Jun 2021 08:32 PM (IST)
UP Board : औसत अंक का मानक तय करने में जुटी बोर्ड, दसवीं-बारहवीं के परीक्षार्थियों को प्रमोट करने के मंथन जारी
यूपी बोर्ड दसवीं-बारहवीं के परीक्षार्थियों को प्रमोट करने की तैयारी में जुटा हुआ है।

वाराणसी, जेएनएन। यूपी बोर्ड दसवीं-बारहवीं के परीक्षार्थियों को प्रमोट करने की तैयारी में जुटा हुआ है। वहीं प्रोन्नत करने के लिए औसत अंक के मानक को लेकर बोर्ड उलझ गई है। परीक्षार्थियाें को प्रोन्नत करने के लिए बोर्ड अब तक कोई सर्वमान्य फार्मूला नहीं बना सकी है। इसके लिए मंथन जारी है। प्रोन्नत से मेधावी विद्यार्थियों का कोई नुकसान न हो, बोर्ड इस बिंदु पर भी गंभीरता से विचार कर रही है।

इस क्रम में बोर्ड ने सभी विद्यालयों से 10वीं व 12वीं के विद्यार्थियों के छमाही व प्री-बोर्ड के विषयवार अंक मांगा था। यही नहीं इन्हीं विद्यार्थियों के कक्षा-नौ व ग्यारह के भी छमाही व वार्षिक परीक्षा का भी विवरण बोर्ड ने मांगा था। बाद में बोर्ड ने कक्षा कक्षा-नौ के विद्यार्थियों का मासिक टेस्ट व छमाही परीक्षा का विषयवार प्राप्तांक व पूर्णांक वेबसाइट पर अपलोड करने का निर्देश दिया था।

हालांकि 24 घंटे में ही बोर्ड ने अपना आदेश वापस ले लिया। इन तमाम सूचनाओं के पीछे बोर्ड का मुख्य उद्देश्य प्रथम, द्वितीय व तृतीय श्रेणी के लिए औसत अंक निर्धारण करना है। दरअसल मेधावी विद्यार्थियों को किस आधार पर औसत अंक दिया है। बोर्ड के लिए यह चुनौती बना हुआ है। इसे देखते हुए कोई फार्मूला तय करने से प्रधानाचार्यों से भी फीड बैक लेने का निर्णय लिया है। इस क्रम में अपर मुख्य सचिव आराधना शुक्ला ने सात जून वीडियो कान्फ्रेंसिंग भी बुलाई है। इसमें बोर्ड के अपर सचिव, संयुक्त शिक्षा निर्देशक, डीआइओएस के अलावा सभी जनपदों से तीन-तीन प्रधानाचार्य भी बुलाए गए हैं। राजकीय, अशासकीय व वित्तविहीन विद्यालयों से एक-एक प्रधानाचार्य शामिल होंगे। बैठक में प्रोन्नत करने के लिए प्रधानाचार्यों से भी सुझाव मांगे जाएंगे।

नहीं लगेगा फेल का दाग, सभी छात्र होंगे पास

हाईस्कूल व इंटर की परीक्षा निरस्त होने से यह तो स्पष्ट है कि इस बार दसवीं व बारहवीं में कोई भी परीक्षार्थी फेल नहीं होगा। ऐसे में फेल का दाग किसी भी विद्यार्थी या विद्यालय पर नहीं लगेगा। सभी विद्यार्थी प्रमोट किए जाएंगे।

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