UP Board 2021 : वाराणसी के सैकड़ों विद्यालयों ने नहीं जमा किए प्रायोगिक परीक्षा का अंक, नोटिस देने के लिए सूची तैयार
यूपी बोर्ड ने माध्यमिक विद्यालयों से प्रायोगिक परीक्षाओं का प्राप्तांक सूची 20 मार्च वेबसाइट पर अपलोड करने का निर्देश दिया था। इसके अलावा इसकी प्रमाणित हार्ड कापी क्षेत्रीय कार्यालयों में 31 मार्च तक उपलब्ध कराने का भी निर्देश था।
वाराणसी, जेएनएन। यूपी बोर्ड ने माध्यमिक विद्यालयों से प्रायोगिक परीक्षाओं का प्राप्तांक सूची 20 मार्च वेबसाइट पर अपलोड करने का निर्देश दिया था। इसके अलावा इसकी प्रमाणित हार्ड कापी क्षेत्रीय कार्यालयों में 31 मार्च तक उपलब्ध कराने का भी निर्देश था। इसके बावजूद वाराणसी परिक्षेत्र के 15 जिलों के सैकड़ों विद्यालयों में प्राप्तांक की हार्ड कापी अब तक कार्यालय को उपलब्ध नहीं कराया है। नोटिस देने के लिए बोर्ड विद्यालयों सूची तैयारी में जुटा हुआ है।
हाईस्कूल व इंटर की परीक्षाएं पहले 24 अप्रैल से होनी थी। पंचायत चुनाव के कारण अब परीक्षाएं मई के प्रथम सप्ताह में प्रस्तावित है। संशोधित टाइम टेबल जल्द जारी होने की संभावना है। इसके कारण तमाम विद्यालय सुस्त हो गए हैं, जबकि बोर्ड परीक्षा की तैयारी में जुटा हुआ है। डीआइओएस डा. वीपी सिंह ने जनपद के सभी विद्यालयों से शिक्षकों की सूची मांगी है। 31 राजकीय व 106 अशासकीय विद्यालयों ने 1768 अध्यापकों की सूची डीआइओएस कार्यालय को सौंप दी है। वहीं जनपद में 269 वित्तविहीन विद्यालयों में से ज्यादातर ने अब तक शिक्षकों की सूची नहीं उपलब्ध कराई है। डीआइओएस ने ऐसे विद्यालयों को आठ अप्रैल का एक मौका और दे दिया है। इसके बाद सूची उपलब्ध न कराने पर मान्यता समाप्त करने की चेतावनी दी है। कहा कि इस बार विद्यालयों में शिक्षकों के नाम के साथ, जन्म तिथि, विषय, विद्यालय का नाम सहित अन्य विवरण मांगा है। उन्होंने बताया कि परीक्षा में करीब 4500 कक्ष निरीक्षकों की जरूरत पड़ेगी। वहीं जनपद में करीब 3750 से अधिक अध्यापक नियुक्त है। इसमें वित्त विहीन विद्यालयों के अध्यापक भी शामिल है। ऐसे में बेसिक शिक्षा विभाग के अध्यापकों को भी कक्ष निरीक्षक बनाया जाएगा।
नई शिक्षक भर्ती के लिए सूबे में पोस्टर अभियान
बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय विद्यालयों में नई शिक्षक भर्ती के लिए बेरोजगार अभ्यर्थी पूरे प्रदेश में पोस्टर अभियान चला रहे हैं। छात्रों का तर्क है कि प्रदेश सरकार ने सिर्फ शिक्षामित्रों से खाली हुए पदों पर 68500 एवं 69000 भर्ती निकाली। इसके अलावा चार सालों में कोई नई शिक्षक भर्ती नहीं दी है। जबकि लगभग 10 लाख बेरोजगार नई शिक्षक भर्ती की आस देख रहे हैं। पूरे प्रदेश में पोस्टर अभियान चल रहा है ,जिसमे वाराणसी जिले से नेतृत्व कर रहे विनीत श्रीवास्तव का कहना है कि उनकी बातें नहीं सुनी गई तो पंचायत चुनाव के बाद धरना देने के लिए पूरे प्रदेश भर के प्रशिक्षित प्रशिक्षु बाध्य होंगे। बनारस पोस्टर अभियान में आदर्श गुप्ता दीपक यादव इंद्रजीत पाल संदीप सन्तदयाल सहित अन्य लोग शामिल है।