UP Board 2021 : नवंबर के तीसरे सप्ताह में होंगी अर्द्धवार्षिक परीक्षाएं, वाराणसी के डीआइओएस ने दिया कोर्स पूरा कराने का निर्देश

सीबीएसई से संचालित ज्यादातर विद्यालयों में अर्द्धवार्षिक हो चुकी हैं। वहीं दसवीं व बारहवीं के प्रथम सेमेस्टर की परीक्षाओं के लिए टाइम टेबल भी जारी किया जा चुका है। प्रथम टर्म में दसवीं की परीक्षाएं 30 नवंबर से तथा 12वीं की परीक्षाएं पहली दिसंबर से शुरू हो रही है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 07:42 PM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 07:42 PM (IST)
UP Board 2021 : नवंबर के तीसरे सप्ताह में होंगी अर्द्धवार्षिक परीक्षाएं, वाराणसी के डीआइओएस ने दिया कोर्स पूरा कराने का निर्देश
प्रथम टर्म में दसवीं की परीक्षाएं 30 नवंबर से तथा 12वीं की परीक्षाएं पहली दिसंबर से शुरू हो रही है।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद (सीबीएसई) से संचालित ज्यादातर विद्यालयों में अर्द्धवार्षिक हो चुकी हैं। वहीं दसवीं व बारहवीं के प्रथम सेमेस्टर की परीक्षाओं के लिए टाइम टेबल भी जारी किया जा चुका है। प्रथम टर्म में दसवीं की परीक्षाएं 30 नवंबर से तथा 12वीं की परीक्षाएं पहली दिसंबर से शुरू हो रही है। दूसरी ओर यूपी बोर्ड संचालित विद्यालयों में अर्द्धवार्षिक परीक्षाएं नवंबर के तृतीय सप्ताह में प्रस्तावित है।

जिला विद्यालय निरीक्षक डा. विनोद कुमार राय ने सभी विद्यालयों शैक्षिक कैलेंडर के अनुसार समय से कोर्स पूरा कराने का निर्देश दिया है। बोर्ड की ओर से जारी शैक्षिक कैलेंडर के अनुसार 10वीं व 12वीं के छात्रों की अर्द्धवार्षिक परीक्षाओं के तहत प्रयोगात्मक परीक्षाएं नवंबर के द्वितीय सप्ताह में कराने का निर्देश दिया गया है। वहीं प्री-बोर्ड की प्रयोगात्मक परीक्षाएं 24 से 31 जनवरी 2022 तक कराने का लक्ष्य रखा गया है। जबकि फरवरी-2022 के अंतिम सप्ताह में बोर्ड की प्रयोगात्मक परीक्षाएं प्रस्तावित हैं। हाईस्कूल व इंटर की लिखित परीक्षाएं मार्च 2022 के अंतिम सप्ताह में प्रस्तावित की गई हैं। शैक्षणिक कैलेंडर के अनुसार 10वीं और 12वीं के छात्र-छात्राओं को तीन बार प्रायोगिक परीक्षा देनी होगी। बोर्ड ने इस बार सभी विद्यालयों ने दसवीं व 12वीं के छात्रों की अर्द्धवार्षिक व प्री-बोर्ड परीक्षा का प्राप्तांक वेबसाइट पर अपलोड करने का निर्देश दिया है।

पाठ्यक्रमों में 30 फीसद कटौती संभव

कोरोना महामारी के मद्देनजर इस बार भी पाठ्यक्रमों में 30 फीसद कटौती की संभावना है। हालांकि बोर्ड ने अब तक कोई स्पष्ट आदेश जारी नहीं किया है।

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