मऊ में मूसलधार बारिश में गिरी कच्ची दीवार, वृद्ध की दीवार में दबकर मौत

हलधरपुर थाना अंतर्गत पीपरसाथ ग्राम पंचायत में रविवार की प्रात लगभग पांच बजे मिट्टी की दीवार अचानक गिरने से 65 वर्षीय किसान रामबदन यादव पुत्र स्व. कविराज यादव की मौत हो गई। इससे परिजनों में कोहराम मच गया है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Sun, 20 Jun 2021 03:05 PM (IST) Updated:Sun, 20 Jun 2021 03:05 PM (IST)
मऊ में मूसलधार बारिश में गिरी कच्ची दीवार, वृद्ध की दीवार में दबकर मौत
मिट्टी की दीवार अचानक गिरने से 65 वर्षीय किसान रामबदन यादव पुत्र स्व. कविराज यादव की मौत हो गई।

मऊ, जेएनएन। हलधरपुर थाना अंतर्गत पीपरसाथ ग्राम पंचायत में रविवार की प्रात: लगभग पांच बजे मिट्टी की दीवार अचानक गिरने से 65 वर्षीय किसान रामबदन यादव पुत्र स्व. कविराज यादव की मौत हो गई। इससे परिजनों में कोहराम मच गया है। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेंज दिया है।

कई दिनों से हो रही अनवरत बारिश के चलते कच्चे मकानों में सिलन आ गई है। रामबदन यादव अपने घर के सामने बने छप्पर में सो रहे थे। प्रातः पांच बजे वह लघुशंका करने के लिए उठे और जैसे ही झोपड़ी के बाहर लघुशंका करने के लिए बैठे तब तक लगातार बारिश से पूरी तरह भीगी दीवार उनके ऊपर गिर गई। अचानक दीवार गिरने से वे दब गए। दीवार गिरने की तेज आवाज सुनकर तुरंत परिजन दौड़े और मिट्टी का मलबा हटाकर उन्हें बाहर निकाला गया। इसमें वह बुरी तरह चोटिल हो गए थे और अचेत अवस्था में थे। परिजन तुरंत उन्हें इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जोगापुर ले आए।

यहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें जिला चिकित्सालय के लिए रेफर कर दिया गया। जिला चिकित्सालय ले जाते समय हलधरपुर चट्टी पर उनकी मृत्यु हो गई। इससे परिजनों का रोते-रोते बुरा हाल है। हादसे की सूचना पर थानाध्यक्ष हलधरपुर निहार नंदन कुमार, चौकी प्रभारी रतनपुरा गंगासागर मिश्र और क्षेत्रीय लेखपाल कृष्ण बहादुर सिंह मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेंज दिया। ग्राम प्रधान यशोदा देवी ने पीड़ित परिवार के लिए प्रशासन से अविलंब आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने की मांग की है।

‘फादर्स डे’ पर बेटों के सिर से उठा पिता का साया

पीपरसाथ निवासी रामबदन यादव के पास नाम मात्र की खेती है। अपने तथा अधिया-बटइयां खेती कर वे अपने परिवार की आजीविका चलाते थे। रविवार को जहां सभी लोग फादर्स डे की बधाइयां दे रहे हैं और पिता के लिए कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं। वहीं कालचक्र ने ऐसा चक्र चलाया कि दिनेश, विनोद एवं मनोज के सिर से पिता का साया ही उठ गया। पिता की मौत के बाद बेटे उनके शव से लिपट कर लगातार रो रहे हैं।

chat bot
आपका साथी