गाजीपुर में ‘लकड़ी बैंक’ की अनोखी पहल, अंत्येष्टि स्थलों पर आने वाले समय में लोगों को नहीं होगी दिक्‍कत

अंत्येष्टि स्थलों पर आने वाले समय में लकड़ी की कोई कमी न हो इसके लिए जिला प्रशासन ने न सिर्फ अभी से तैयारी की है बल्कि ‘लकड़ी बैंक’ की अनोखी पहल की है। इसके लिए जलकर परिसर स्थित महुआबाग का स्थान चयनित कर लिया गया है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Thu, 13 May 2021 10:58 PM (IST) Updated:Fri, 14 May 2021 08:45 AM (IST)
गाजीपुर में ‘लकड़ी बैंक’ की अनोखी पहल, अंत्येष्टि स्थलों पर आने वाले समय में लोगों को नहीं होगी दिक्‍कत
‘लकड़ी बैंक’ की अनोखी पहल की है।

गाजीपुर [सर्वेश कुमार मिश्र] । अंत्येष्टि स्थलों पर आने वाले समय में लकड़ी की कोई कमी न हो इसके लिए जिला प्रशासन ने न सिर्फ अभी से तैयारी की है, बल्कि ‘लकड़ी बैंक’ की अनोखी पहल की है। इसके लिए जलकर परिसर स्थित महुआबाग का स्थान चयनित कर लिया गया है। अगले दो दिन में यहां लकड़ी बैंक की योजना साकार हो सकेगी। फिलहाल सात ट्रक लकड़ी की व्यवस्था जिला प्रशासन के पास है जो फतेहपुर स्थित वन विभाग के गोदाम से आएगा।

दरअसल, कुछ अंत्येष्ठि स्थलों से शिकायत मिल रही थी कि वहां प्रति क्विंटल एक हजार से भी अधिक की दर से रुपये लिए जा रहे हैं। इतना ही नहीं आगे आने वाले समय में लकड़ी की किल्लत की भी अफवाहें उड़ाई जा रहीं थीं। ऐसे में जिला प्रशासन ने यह कदम उठाते हुए ऐसे अफवाहों और स्थितियों पर विराम लगाने की कोशिश की है। नगर पालिका और वन विभाग को

इस काम के लिए लगाया गया है। जिस अंत्येष्ठि स्थल पर जरूरत होगी जिला मुख्यालय से वहां वाहन से तत्काल लकड़ी भेज दी जाएगी। पहले से ही घाटों पर बेचने वाले लोग ही इस लकड़ी को निर्धारित रेट पर लेंगे और वह अधिकतम 650 रुपये प्रति क्विंटल की दर से इसे बेंच सकेंगे।

तमाम लोगों ने की दान की पहल

जिला प्रशासन खुद लकड़ी की व्यवस्था करेगा ही जिले के लोगों से भी मदद ली जाएगी। जो लकड़ी का दान कर इस महाअभियान में अपनी भागीदारी करना चाहेगा जिला प्रशासन बैनर छपवाकर उन दानदाताओं का आभार जताएगा। डीएम का मानना है कि इससे लकड़ी की कोई समस्या नहीं रह जाएगी। इस काम में तमाम लोग सामने आने लगे हैं। इनमें एमएलसी विशाल सिंह चंचल, विधायक जमानियां सुनीता सिंह, विधायक सैदपुर सुभाष पासी, युवा ग्रामीण उद्यमी फाउंडेशन के संजय राय शेरपुरिया, एमएलसी प्रतिनिधि पप्पू सिंह सहित तमाम लोगों ने दान की पहल की है।

ऐसे होगी मानीटरिंग

जो लकड़ी आदि नहीं खरीद सकेंगे उनके लिए जिला प्रशासन खुद निर्धारित रेट वहन कर इसे खरीदकर संबंधित व्यक्ति को फ्री में उपलब्ध कराएगा। जल्द ही घाटों पर बनाए जाने वाले कंट्रोल रूम से इसकी निगरानी होगी। सभी कंट्रोल रूम में लेखपाल, सेक्रेटरी के अलावा थाने से दो सिपाहियों की भी ड्यूटी रहेगी। फ्री लकड़ी आदि की व्यवस्था चाहने वाले यहां अपनी बात कहकर इसे प्राप्त कर सकेंगे।

किल्लत की अफवाहों की बाबत ऐसा विचार आया

महंगे दामों पर लकड़ी बेचने की यहां-वहां शिकायतों और किल्लत की अफवाहों की बाबत ऐसा विचार आया। इससे इस तरह की समस्याएं दूर हो जाएंगी। महामारी के इस दौर में लोगों को इस नेक काम में अपनी सहभागिता निभानी चाहिए।

- जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह।

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