केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, कर्मचारी बढ़ाएं लेकिन समय से पूरा करें विश्‍वनाथ कारिडोर निर्माण

गृहमंत्री ने श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर विस्तारीकरण एवं सुंदरीकरण परियोजना के तहत बनाए जा रहे कारिडोर निर्माण की जानकारी ली। इस दौरान मंदिर प्रशासन ने पूरे प्रोजेक्ट को पीपीटी के जरिए दिखाया। इसमें मंदिर की अद्यतन जानकारी के साथ ही चल रहे निर्माण कार्यों के बारे में मंडलायुक्त ने जानकारी दी।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 09:45 PM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 09:45 PM (IST)
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, कर्मचारी बढ़ाएं लेकिन समय से पूरा करें विश्‍वनाथ कारिडोर निर्माण
मंदिर प्रशासन ने पूरे प्रोजेक्ट को पीपीटी के जरिए दिखाया।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। विंध्य कारिडोर परियोजना का शिलान्यास व रोप वे का लोकार्पण के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का हेलीकाप्टर से शाम 5.30 बजे संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय हेलीपैड पहुंचा। यहां से वह सीधे श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचे। उन्होंने गर्भगृह में बाबा का दर्शन किया और विधि विधान से पूजन किया। मंदिर के पांच अर्चकों ने षोडशोपचार पूजन कराया। इसके बाद मंदिर अतिथि कक्ष में गृहमंत्री ने श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर विस्तारीकरण एवं सुंदरीकरण परियोजना के तहत बनाए जा रहे कारिडोर निर्माण की जानकारी ली।

मुख्यमंत्री ने बताया कि श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए मंदिर परिसर, मंदिर चौक, यात्री सुविधा केंद्र, मुमुक्षु भवन, भोग शाला, यूटिलिटी बिल्डिंग, सुरक्षा भवन आदि बनाए जा रहे हैं। इसमें से अधिकतर कार्य पूर्ण कर लिए गए हैं। जेटी और घाट डेवलेपमेंट का कार्य भी चल रहा है। इस दौरान मंदिर प्रशासन ने पूरे प्रोजेक्ट को पीपीटी के जरिए दिखाया। इसमें मंदिर की अद्यतन जानकारी के साथ ही चल रहे निर्माण कार्यों के बारे में मंडलायुक्त ने जानकारी दी। केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि कर्मचारी बढ़ाएं लेकिन समय से पूरा करें विश्‍वनाथ कारिडोर निर्माण। मुख्यमंत्री ने गृहमंत्री को अंगवस्त्रम, रुद्राक्ष की माला व पीतल का शंख स्मृति चिह्न के रूप में भेंट किया।

गौरतलब है कि जलासेन घाट से बाबा दरबार को जोड़ने वाले कॉरिडोर की भव्यता भी निखरकर सामने आने लगी है। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर को सुंदर रूप देने के लिए सात तरह के विशेष पत्थरों का इस्तेमाल हो रहा है। इसमें बालेश्वर स्टोन, मकराना मार्बल, कोटा ग्रेनाइट और मैडोना स्टोन का मुख्य रूप से इस्तेमाल हो रहा है, जो आने वाले दिनों में देशी व विदेशी पर्यटकों और श्रद्धालुओं को आकर्षित करेगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट कहे जाने वाले श्रीकाशी विश्वनाथ धाम को अगले माह अगस्त तक पूरा कराए जाने का समयसीमा निर्धारित है। मंदिर का ढांचा तैयार है बस फिनिशिंग का काम बाकी है। जो बहुत तेजी से युद्ध स्तर पर चल रहा है। जलासेन घाट से बाबा दरबार को जोड़ने वाले कॉरिडोर की भव्यता भी निखरकर सामने आने लगी है।

बताते चले कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 मार्च, 2019 को श्रीकाशी विश्वनाथ धाम की आधारशिला रखी थी। वर्तमान में कॉरिडोर निर्माण के दौरान मुख्य परिसर के अंदर चारों तरफ नक्काशीदार खंभे, मेहराब और महीन जालियां लगी हैं। पूरा कॉरिडोर मकराना मार्बल सहित अन्य सात तरीकों के पत्थर से तैयार किया जा रहा है। इनमें मकराना पत्थरों के लिए काम शुरू हो चुका है। श्री विश्वनाथ कॉरिडोर का परियोजना का खास आकर्षण गंगा की ओर से होगा। इस तरफ भी भव्य गेट बनाया जाएगा।

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