शहर के सात रूटों पर भूमिगत बिजली आपूर्ति दीपावली तक, प्रधानमंत्री मोदी कर सकते हैं वर्चुअल उद्घाटन

शहरवासियों को निर्बाध बिजली आपूर्ति लोकल फाल्ट लो वोल्टेज से छुटकारा व बिजली चोरी रोकने के लिए आइपीडीएस (एकीकृत ऊर्जा विकास योजना) के तहत दूसरे चरण का कार्य 12 नवंबर तक पूरा करना है। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम ने जिम्मेदारी टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड को दी है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Sun, 25 Oct 2020 11:59 AM (IST) Updated:Sun, 25 Oct 2020 11:59 AM (IST)
शहर के सात रूटों पर भूमिगत बिजली आपूर्ति दीपावली तक, प्रधानमंत्री मोदी कर सकते हैं वर्चुअल उद्घाटन
मुख्यमंत्री ने भूमिगत बिजली व्यवस्था के निर्देश दिए हैं। वहीं 4823 करोड़ का प्रस्ताव पावर कारपोरेशन को भेजा गया है।

वाराणसी, [मुकेश चंद्र श्रीवास्तव] । शहरवासियों को निर्बाध बिजली आपूर्ति, लोकल फाल्ट, लो वोल्टेज से छुटकारा व बिजली चोरी रोकने के लिए आइपीडीएस (एकीकृत ऊर्जा विकास योजना) के तहत दूसरे चरण का कार्य 12 नवंबर तक पूरा करना है। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम ने जिम्मेदारी टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड को दी है। उम्मीद है कि सात रूटों की कालोनियों में दिवाली तक भूमिगत केबल से आपूर्ति होने लगेगी। वहीं मुख्यमंत्री ने पूरे शहर में भूमिगत बिजली व्यवस्था के निर्देश दिए हैं। इसके लिए 4823 करोड़ का प्रस्ताव पावर कारपोरेशन को भेजा गया है।

पिछले साल दिसंबर तक ही पूरा करना था दूसरे चरण का कार्य

पिछले साल दिसंबर तक ही दूसरे चरण का कार्य पूरा करना था, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। फिर इसके बाद मार्च तक लक्ष्य दिया गया। इसी बीच कोरोना काल शुरू हो गया, इससे विलंबित हुआ। इसके अलावा रूट नंबर तीन और पांच में कार्य के लिए स्वीकृति देर से मिली। कार्य में देरी का यह भी एक प्रमुख कारण है। आइपीडीएस के अधीक्षण अभियंता राजीव कुमार गुप्ता ने बताया कि कंपनी को दीपावली से पहले ही कार्य पूर्ण करने का निर्देश दिया गया है। 

पहले चरण में यह मोहल्ले हैं तृप्त

आइपीडीएस के तहत शहर में विद्युत आपूर्ति बेहतर करने के लिए पहले चरण में कबीर नगर सहित मानस नगर, लक्सा, सोनारपुरा, भेलूपुर, गोदौलिया, दशाश्वमेध, ब्रह्मानंद कालोनी, खोजवां, शक्ति नगर, जवाहर नगर, रवींद्रपुरी में कार्य हुआ है।

दूर हो रहीं पहले चरण की गड़बड़ी

पहले चरण के कार्य में अब भी तमाम गड़बडिय़ां पाई जा रही है। पिछले माह ही कार्यदायी संस्था से करीब 600 गड़बड़ी दूर कराई गई। इसमें कहीं केबल बाक्स टूटे थे तो कहीं खतरे का चिन्ह ही नहीं लगा है। केबल बाक्स के तार लटकते भी मिले हैं।

पांच रूट से हट रही ओवरहेड लाइन

सात में से पांच रूट पर लगभग कार्य पूरा हो गया है। कंपनी के प्रबंधक प्रवीण ङ्क्षसह बताते हैं कि रूट तीन व पांच यानी -संत अतुलानंद स्कूल से कचहरी चौराहा वाया गिलट बाजार, अर्दली बाजार व भोजूबीर से महावीर मंदिर क्षेत्र में तेज गति से केबल डाला जा रहा है। अन्य रूटों में ओवरहेड लाइन हटाने, मीटर व लाइन शिङ्क्षफ्टग शेष है। बताया कि चर्चा है कि पीएम इसका आनलाइन लोकार्पण कर सकते हैं। निगम ने 12 नवंबर तक कार्य मियाद तय की है।

    दूसरे चरण में यहां भूमिगत बिजली  कैंट स्टेशन से लहुराबीर वाया अंधरापुल व तेलियाबाग। संत अतुलानंद स्कूल से कचहरी चौराहा वाया गिलट बाजार, अर्दली बाजार। कैंट से लहुराबीर, इंग्लिशिया लाइन तिराहा, मलदहिया व लोहामंडी क्राङ्क्षसग। भोजूबीर से महावीर मंदिर। भोजूबीर व पुलिस लाइन चौराहा। कचहरी-भोजूबीर तिराहा वाया सर्किट हाउस। बीएचयू से सामनेघाट व बड़ी गैबी।

     यह भी जानें 431 करोड़ राशि पहले चरण के लिए 362 करोड़ में पहले चरण का कार्य पूर्ण 69 करोड़ दूसरे चरण में स्थानांतरित 125 करोड़ में होना है दूसरे चरण का काम 90 हजार उपभोक्ताओं को मिलेगा लाभ

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