राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत यूपी कालेज में भी नवीन पाठ्यक्रम लागू, अब दोगुना होगा परीक्षा शुल्क

सेमेस्टर प्रणाली के तहत स्नातक में अब वर्ष में दो बार परीक्षाएं होगी। वर्ष में दोबार परीक्षाएं होने तथा तीन विषय बढ़ने से परीक्षा व शिक्षण में व्ययभार भी बढ़ेगा। ऐसे में अब स्नातक की फीस भी बढ़ेगी। वहीं परीक्षा शुल्क सीधे दोगुना हो जाएगा।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 11:37 AM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 11:37 AM (IST)
राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत यूपी कालेज में भी नवीन पाठ्यक्रम लागू, अब दोगुना होगा परीक्षा शुल्क
सेमेस्टर प्रणाली के तहत स्नातक में अब वर्ष में दोबार परीक्षाएं होगी।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत यूपी कालेज ने भी वर्तमान सत्र स्नातक स्तर पर नवीन पाठ्यक्रम लागू कर दिया है। इसके तहत स्नातक स्तर के विद्यार्थियों को अब प्रथम व द्वितीय वर्ष तीन विषयों के स्थान पर छह विषय पढ़ने होंगे। वहीं अंतिम दो सेमेस्टर में दो विषय के स्थान पर अब तीन विषय लेकर पढ़ना हाेगा। यही नहीं सेमेस्टर प्रणाली के तहत स्नातक में अब वर्ष में दो बार परीक्षाएं होगी। वर्ष में दोबार परीक्षाएं होने तथा तीन विषय बढ़ने से परीक्षा व शिक्षण में व्ययभार भी बढ़ेगा। ऐसे में अब स्नातक की फीस भी बढ़ेगी। वहीं परीक्षा शुल्क सीधे दोगुना हो जाएगा।

यूपी कालेज ने पाठ्यक्रम व शुल्क का नया प्रारूप तैयार कर लिया है। वर्तमान सत्र में दाखिले की काउंसिलिंग के दौरान नई शिक्षा नीति के तहत ही अभ्यर्थियों विषय आवंटित किए जा रहे हैं। इस क्रम में तीन मुख्य विषय के अलावा उन्हेंं माइनर इलेक्टिव, अनिवार्य शैक्षणिक व रोजगारपरक पाठ्यक्रमों में एक-एक विषय लेना होगा। वहीं तीन वर्षों में स्नातक के छात्रों को प्रथम व द्वितीय वर्ष तीन-तीन मुख्य विषय, एक-एक अनिवार्य शैक्षणिक तथा अंतिम खंड दो मुख्य विषय व एक अनिवार्य शैक्षणिक अध्ययन करना होगा। प्राचार्य डा. एसके सिंह ने बताया कि स्नातक के छात्रों को तीन सालों में दो माइनर इलेक्टिव, चार अनिवार्य शैक्षणिक व चार रोजगारपरक पाठ्यक्रम अनिवार्य रूप से अध्ययन करना होगा।

अनिवार्य शैक्षणिक पाठ्यक्रम इस प्रकार

प्रथम सेमेस्टर : खाद्य, पोषण व स्वच्छता

द्वितीय सेमेस्टर : प्राथमिक चिकित्सा व स्वास्थ्य

तृतीय सेमेस्टर : मानव मूल्य एवं पर्यावरण

चतुर्थ सेमेस्टर : शारीरिक शिक्षा एवं योग

पंचम सेमेस्टर : विश्लेषणात्मक योग्यता व डिजिटल अवेयरनेस

छठा सेमेस्टर : संचार कौशल व व्यक्तित्व विकास

रोजगारपरक पाठ्यक्रम : बेसिक्स आफ कंप्यूटर एप्लिकेशंस, बेसिक्स ऑफ माइक्रोसाफ्ट आफिस, वेब डिजाइनिंग, इंफार्मेशन एंड कम्युनिकेशन टेक्नोलाजी, फिशरीज्र, गुड लैबोरटरी प्रैक्टिसेस, टूर एंड ट्रैवेल मेनेजमेन्ट, रिटेल मैनेजमेन्ट, गाइडेन्स एंड काउंसिलिग, हिन्दी में जनसंचार और ज्ञान के विविध स्रोत, इण्ट्रोडक्शन टू जीएसटी, फंडामेंटल्स आफ इश्योरेंस

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