मीरजापुर में वाराणसी के दो युवकों की जलाकर हत्‍या, हाथ पर लिखी इबारत ने की शव की शिनाख्‍त

घाटी में मिले दोनो शवों की आखिरकार शिनाख्त हो गई। शिनाख्‍त के बाद एक टॉप टेन अपराधी तो दूसरा छात्र के तौर पर पहचान की गई है। दरअसल जले हुए शव शव के दाहिने हाथ पर आयुषी व दूसरे शव की कलाई पर ओम लिखा शब्‍द हत्यारे नहीं मिटा सके।

By Abhishek sharmaEdited By: Publish:Sat, 16 Jan 2021 04:13 PM (IST) Updated:Sat, 16 Jan 2021 04:13 PM (IST)
मीरजापुर में वाराणसी के दो युवकों की जलाकर हत्‍या, हाथ पर लिखी इबारत ने की शव की शिनाख्‍त
मीरजापुर की घाटी में मिले दोनो शवों की आखिरकार शिनाख्त हो गई।

मीरजापुर, जेएनएन। एक दिन पूर्व घाटी में मिले दोनो शवों की आखिरकार शिनाख्त हो गई। परिजनों की शिनाख्‍त के बाद एक टॉप टेन अपराधी तो दूसरा छात्र के तौर पर पहचान की गई है। दरअसल जले हुए शव शव के दाहिने हाथ पर आयुषी व दूसरे शव की कलाई पर ओम लिखा शब्‍द हत्यारे नहीं मिटा सके। अज्ञात शव मिलने की जानकारी के बाद मृतक की बड़ी बहन ने हाथ और पैर की उंगलियों से भाई के शव के रूप में शिनाख्त की है।

हत्यारा चाहे कितना भी शातिर हो लेकिन कोई ना कोई सुराग छोड़ ही देता है। वाराणसी के दो युवकों की हत्या के बाद शव की पहचान छिपाने के लिए उसे जला दिया गया। शव का आधा से ज्यादा भाग जल गया लेकिन युवक ने अपने हाथोंं में जो निशानी बना रखी थी उसे नहीं मिटा सके और उसकी पहचान कर ली गई। एक शव की पहचान उसकी बड़ी बहन प्रतिमा पांडे ने उसकी हाथ की कलाई पर आयुषी लिखा होने से किया तो वहीं दूसरे शव की शिनाख्त वाराणसी के टॉप टेन अपराधी शुभम केसरी के रूप में होते ही पुलिस महकमे में खलबली मच गया। वहीं बीकाम का छात्र और टॉप टेन अपराधी का एक साथ अधजला शव मिलते ही हत्या की गुत्थी उलझ गई है।

शनिवार की सुबह वाराणसी के महमूरगंज निवासिनी प्रतिमा पांडे अहरौरा थाने पहुंच गई और शुक्रवार को छातों गांव में मिले दो अज्ञात शव को देखने की बात कहने लगी। पुलिस महिला को अपने साथ लेकर चुनार स्थित चीर घर पहुंच गई। जहा दोनो शव को निकाल कर महिला को दिखाया गया तो उसने एक शव के हाथ की कलाई के पास आयुषी नाम देखते ही चिंघाड़ मार रोना शुरू कर दिया और कहने लगी भाई आखिर कैसे हो गई तुम्हारी मौत उसे विश्वास ही नहीं हो रहा था कि जो भाई उसे सबसे ज्यादा मानता था और घर का दुलारा था उसकी हत्या कर शव को छातों गांव में स्थित पहाड़ की खाई में जलाकर फेंक दिया गया है।

प्रतिमा पांडे ने बताया उसके पिता अशोक पांडे निवासी महमूरगंज वाराणसी की तीन संतानों में वह सबसे बड़ी पुत्री है। इसके बाद प्रिया पांडे व सबसे छोटा भाई रवि पांडे है। बीते बाईस दिसंबर की शाम को उसका भाई रवि पांडे घर से किसी दोस्त के साथ मिलने चला गया था। लेकिन रात तक जब वह घर नहीं लौटा तो भेलूपुर थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। वहींं वाराणसी के टॉप टेन अपराधी में शुमार शुभम केसरी के शव की शिनाख्त उसके हाथ में गुदे ओम नाम से पहचान हुई है। शुभम केसरी पुत्र रमाशंकर केसरी निवासी चौक थाना बनारस के शातिर अपराधियों में गिना जाता था। एक छात्र दूसरा शातिर टॉप टेन बदमाश के शव मिलने से पुलिस मामले की खुलासे में जुट गई है। शनिवार को रवि व शुभम केसरी का शव की शिनाख्त के बाद स्वजनों का रोकर बुरा हाल हो रहा है।

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