Kashi Vishwanath Dham Corridor : कारीडोर की दुकानों का गुपचुप चल रहा था आवंटन, खेल हुआ उजागर
बाबा दरबार में फिलहाल अभी निर्माण का ही काम चल रहा है। मगर पीएम के इस प्रोजेक्ट में दुकानों का आवंटन तक करने के लिए ठग कमाई करने में जुट गए हैं। इस बाबत कमिश्नरेट पुलिस की ओर से जांच के बाद दो आरोपित हत्थे चढ़े हैं।
वाराणसी, इंटरनेट डेस्क। प्रधानमंंत्री नरेंद्र मोदी का महत्वाकांक्षी ड्रीम प्रोजेक्ट काशी विश्वनाथ धाम कारीडोर अब दो माह में पूरा होकर लोकार्पण के लिए तैयार हो जाएगा। इसी के साथ वहां करीब सौ दुकानों के लिए भी कारोबारियों के मन में अपेक्षाएं पलने लगी हैं। माना जा रहा है कि जल्द ही बाबा दरबार में कंसल्टेंट के निर्देश के अनुरूप कारोबारी गतिविधियां शुरू हो जाएंगी। बाबा दरबार में फिलहाल अभी निर्माण का ही काम चल रहा है। मगर, पीएम के इस प्रोजेक्ट में दुकानों का आवंटन तक करने के लिए ठग कमाई करने में जुट गए हैं। इस बाबत कमिश्नरेट पुलिस की ओर से जांच के बाद दो आरोपित हत्थे चढ़े हैं।
पुलिस की ओर से कारीडोर परिसर में दुकानों के आवंटन का खेल सामने आने के बाद मामला रविवार को उजागर किया गया है। कारीडोर परिसर में लगभग 80 से 100 दुकानों का स्पेस भी मिला है। ऐसे में बाबा दरबार के आंगन में दुकानों को हथियाने के लिए भी लोगों की निगाहें गड़ी हुई हैं। पुलिस के अनुसार फर्जी तरीके से फेसबुक पर काशी विश्वनाथ कारीडोर की दुकानों की बिक्री की तैयारी करने की जानकारी सामने आने के बाद बाबा दरबार को बदनाम करने की साजिश रचने वालों की साइबर सेल ने पड़ताल की तो पता चला कि आरोपित सत्ता पक्ष के पदाधिकारी बन कर लोगों को दुकान दिलवाने का ठगी का कारोबार चला रहे हैं। समय रहते पड़ताल पूरी होने के बाद आरोपित भी पुलिस के हत्थे चढ़ गए।
कमिश्नरेट पुलिस के अनुसार काशी विश्वनाथ धाम कारीडोर की दुकानों के फर्जी आवंटन के नाम पर फेसबुक पर विज्ञापन देकर झांसा देने वाले दो जालसाज गिरफ्तार किए गए हैं। दोनों के नाम क्रमश: शशिकांत और रत्नशेखर है। बताया गया कि रत्नशेखर उर्फ आशु अपने आप को बीजेपी के काशी प्रान्त का उपाध्यक्ष बताकर जनता को प्रभाव में लेता था। छानबीन करने पर यह आरोपित पूरी तरह फर्जी निकला। वहीं दूसरी ओर जिलाधिकारी वाराणसी के नाम का फर्जी लेटर बनाने वाले तीसरे व्यक्ति की पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही है। उसके संभावित ठिकाने पर पुलिस दबिश देकर उसे भी जल्द की गिरफ्तार कर साजिश से पूरी तरह पर्दा उठा देगी। पुलिस के अनुसार आरोपितों ने पूछताछ की जा रही है। जल्द ही अब तक ठगी के शिकार लोगों की लिस्ट भी सामने आ जाएगी।