मां विंध्यवासिनी के गर्भगृह में चरण स्पर्श पर निगरानी के लिए लगेगा दो और सीसीटीवी कैमरा

विंध्यवासिनी मंदिर के गर्भगृह में चरण स्पर्श की निगरानी के लिए दो अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरा लगाया जाएगा। इससे मां विंध्यवासिनी के चरण स्पर्श पर रोक लगाया जा सकेगा। मंडलायुक्त योगेश्वर राम मिश्र व जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने शुक्रवार को विंध्यधाम पहुंचकर मेला क्षेत्र का निरीक्षण किया।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Fri, 08 Oct 2021 06:39 PM (IST) Updated:Fri, 08 Oct 2021 06:39 PM (IST)
मां विंध्यवासिनी के गर्भगृह में चरण स्पर्श पर निगरानी के लिए लगेगा दो और सीसीटीवी कैमरा
विंध्यवासिनी मंदिर के गर्भगृह में चरण स्पर्श की निगरानी के लिए दो अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरा लगाया जाएगा।

जागरण संवाददाता, मीरजापुर। विंध्यवासिनी मंदिर के गर्भगृह में चरण स्पर्श की निगरानी के लिए दो अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरा लगाया जाएगा। इससे मां विंध्यवासिनी के चरण स्पर्श पर रोक लगाया जा सकेगा। मंडलायुक्त योगेश्वर राम मिश्र व जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने शुक्रवार को विंध्यधाम पहुंचकर मेला क्षेत्र का निरीक्षण किया।

इस दौरान बिछाई गई मैट पर काफी गंदगी देख ईओ नगर पालिका ओमप्रकाश को हिदायत दी। निर्देशित किया कि झाड़ू लगवाकर तत्काल सफाई कराई जाए। कड़े निर्देश के बाद भी चरण स्पर्श पर मिल रही लगातार शिकायत को लेकर मंडलायुक्त ने पुलिस क्षेत्राधिकारी को निकास द्वार व गर्भगृह पर नजर बनाए रखने के लिए दो अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरा तत्काल लगवाने का निर्देश दिया। कहा कि कैमरे की नजर में जो भी अव्यवस्था का जिम्मेदार दिखे, उस पर कठोर कार्रवाई भी की जाए।

बिहार से आए दिव्यांग दर्शनार्थी को कराया मां का दीदार 

शारदीय नवरात्र के दूसरे दिन बिहार से आए दिव्यांग दर्शनार्थी को व्हील चेयर के माध्यम से मां विंध्यवासिनी का दीदार कराया गया। नगर मजिस्ट्रेट विनय कुमार सिंह, ने पुलिसकर्मियों के सहयोग से दोनों पैर से दिव्यांग दर्शनार्थी को मां का दर्शन कराया गया। दर्शनार्थी व उसके परिजनों ने आभार व्यक्त किया।

भक्तों से पटा विंध्यधाम, मां की दिव्य छटा को पलकों में किया कैद

शारदीय नवरात्र के दूसरे दिन मां विंध्यवासिनी के दर्शन-पूजन के लिए विंध्यधाम भक्तों से पटा रहा। ज्ञान, वैराग्य व ध्यान की अधिष्ठाती मां के द्वितीय स्वरूप ब्रह्मचारिणी के दर्शन कर भक्त निहाल हो उठे। त्रिकोण परिक्रमा कर भक्तों ने मां विंध्यवासिनी से मंगलकामना की। वैसे तो मां विंध्यवासिनी के दर्शन को देर रात से ही भक्त कतारबद्ध हो गए थे। भोर की मंगला आरती के बाद गर्भगृह का कपाट खुलते ही भक्तों ने विधि-विधान से मां विंध्यवासिनी का दर्शन-पूजन किया। घंटों इंतजार के बाद मां विंध्यवासिनी के दर्शन को पल भर का ही समय मिला। भक्तों ने मां की दिव्य छटा को अपने पलकों में कैद कर लिया। आभूषण, गुड़हल, कमल व गुलाब के पुष्पों से आदिशक्ति मां विंध्यवासिनी का भव्य श्रृंगार किया गया था। घंटा-घडिय़ाल, शंख, नगाड़ा एवं शहनाई के बीच मां विंध्यवासिनी के जयकारे से विंध्यधाम गुंजता रहा।

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