चंदौली में वाहन चेकिंग के दौरान दो रक्त के सौदागर गिरफ्तार, निजी अस्पताल को किया गया सील

चंदौली में पुलिस ने शनिवार की रात नगर स्थित सर्विस रोड पर वाहन चेकिंग के दौरान दो रक्त सौदागरों को गिरफ्तार कर लिया। वहीं स्वास्तिक अस्पताल को सील कर दिया गया।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Sun, 05 Jul 2020 06:06 PM (IST) Updated:Sun, 05 Jul 2020 06:06 PM (IST)
चंदौली में वाहन चेकिंग के दौरान दो रक्त के सौदागर गिरफ्तार, निजी अस्पताल को किया गया सील
चंदौली में वाहन चेकिंग के दौरान दो रक्त के सौदागर गिरफ्तार, निजी अस्पताल को किया गया सील

चंदौली, जेएनएन। कोतवाली पुलिस ने शनिवार की रात नगर स्थित सर्विस रोड पर वाहन चेकिंग के दौरान दो रक्त सौदागरों को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से रक्त से भरे दो बैग बरामद किए गए। इनके तार जुड़े होने के चलते प्रशासन ने मुख्यालय स्थित स्वास्तिक अस्पताल को भी सील करा दिया। यहां मरीजों को एंबुलेंस से जिला अस्पताल भेजकर भर्ती कराया गया। सख्ती से निजी अस्पताल व पैथालॉजी संचालकों में खलबली मची रही। पुलिस को शनिवार की रात मुखबिर से सूचना मिली थी कि सौदागर रक्त की खेप लेकर कहीं जाने की फिराक में हैं।

शक होने पर पुलिस ने ली तलाशी, रक्त से भरे दो छोटे बैग बरामद

पुलिस ने मुख्यालय स्थित सर्विस रोड पर संदिग्ध व्यक्तियों की चेकिंग शुरू कर दी। थोड़ी देर बाद दो लोग पैदल आते दिखे। उनके पास एक बैग था। पुलिसकर्मियों ने शक होने पर रोककर झोले की तलाशी ली तो रक्त से भरे दो छोटे बैग बरामद हुए। इनकी पहचान क्षेत्र के हथियानी गांव निवासी भानुप्रताप व बबुरी थाना क्षेत्र के गोरारी गांव निवासी बब्बू के रूप में हुई। पुलिस को पूछताछ में बताया कि लोगों को झांसा देकर स्वास्तिक अस्पताल ले जाते हैं। यहीं लोगों का रक्त निकाला जाता है। रक्त अस्पताल व मोहनियां स्थित पैथालाजी सेंटर को बेच देते हैं।

दल-बल के साथ अस्पताल में की गई छापेमारी, मची खलबली

अस्पताल के तार रक्त सौदागरों से जुड़े होने की सूचना के बाद प्रशासनिक अमले में खलबली मच गई। सदर एसडीएम विजयनारायण सिंह, एसीएमओ डा. डीके सिंह, सीओ कुंवर प्रभात सिंह व कोतवाल गोपाल गुप्ता ने दलबल के साथ अस्पताल में छापेमारी की। पुलिस व प्रशासनिक अफसरों को देख अस्पताल के कर्मियों में खलबली मच गई। पुलिस ने दो कर्मियों को पूछताछ के उठाया। वहीं अस्पताल के चिकित्सकों व संचालकों से एक घंटे तक पूछताछ के बाद सील करा दिया। एंबुलेंस मंगाकर अस्पताल में यहां भर्ती मरीजों को जिला अस्पताल भेज दिया गया।

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