वाराणसी में दो बड़े होटल पर वाणिज्‍यकर की एसआइबी टीम का छापा, रूम सर्विस में चल रहा था कर चोरी का खेल

वाणिज्य कर विभाग की विशेष अनुसंधान शाखा (एसआइबी) टीम ने बुधवार को वाराणसी के दो बड़े होटलों पर छापेमारी कर कर चोरी पकड़ी है। टीम में शामिल करीब 16 अधिकारी होटल के सभी बिल एवं दस्तावेज को अपने कब्जे में लेकर दोपहर से छानबीन करने में जुटे हैं।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Wed, 17 Mar 2021 08:53 PM (IST) Updated:Wed, 17 Mar 2021 09:08 PM (IST)
वाराणसी में दो बड़े होटल पर वाणिज्‍यकर की एसआइबी टीम का छापा, रूम सर्विस में चल रहा था कर चोरी का खेल
होटल के दस्‍तावेजों की जांच करते वाणिज्य कर विभाग की विशेष अनुसंधान शाखा (एसआइबी) टीम।

वाराणसी, जेएनएन। वाणिज्य कर विभाग की विशेष अनुसंधान शाखा (एसआइबी) टीम ने बुधवार को शहर के दो बड़े होटलों पर छापेमारी कर कर चोरी पकड़ी है। टीम में शामिल करीब 16 अधिकारी होटल के सभी बिल एवं दस्तावेज को अपने कब्जे में लेकर दोपहर से छानबीन करने में जुटे हैं। सारी कार्रवाई पूरी होने के बाद पता चल पाएगा कि कितने की कर चोरी हुई है।

वाणिज्य कर विभाग, एसआइबी के अपर आयुक्त मिथिलेश कुमार गुप्ता के निर्देशन पर तीन टीमों ने कैंटोमेंट एवं पटेलनगर स्थित दो होटलों पर एक साथ छापेमारी की। टीम में संयुक्त आयुक्त बीआर सिंह, दीनानाथ, अनिल कुमार, उप आयुक्त मदन लाल, जय प्रकाश मौर्या सहित 16 अधिकारी यह कार्रवाई कर रहे हैं। जांच में प्रथम दृष्टतया पाया गया हैं कि रूम सर्विस के लिए होटल द्वारा 18 फीसद कर दिया जाना था, लेकिन मात्र पांच फीसद ही दिया गया। दूसरी कमी यह पाई गई कि बफे सिस्टम के दौरान भी थाली पर मात्र पांच फीसद ही कर दी जा रही थी और आइटीसी का भी लाभ लिया जा रहा था। नोटिस जारी किया गया है कि आइटीसी का लाभ वापस किया जाएं। बैंक्वेट हाल की बुकिंग में भी कम बिल दिया जा रहा था, जबकि पार्टी से अधिक वसूली की जा रही थी। इन्हीं सभी पहलुओं पर देर शाम तक बिल का मिलान किया जा रहा था। यह काफी दे तक चली।

वाणिज्यकर ने गोलमाल करने वाले फर्मों का पंजीयन किया निरस्त, जांच शुरू

जीएसटी में कागजी कारोबार से फर्जीवाड़ा कर विभाग को करोड़ों रुपये का चूना लगाने वाली 4777 फर्मों का पंजीयन निरस्त कर दिया गया है। इसके अलावा 60 फर्मों को फर्जी घोषित किया गया है। करीब आठ माह में वाणिज्यकर ने गोलमाल करने वाले फर्मों का पंजीयन निरस्त कर जांच शुरू कर दिया है। इन फार्मों के मालिकों पर कागजी कारोबार कर आइटीएसी क्लेम का फर्जी दावा करने और रिटर्न नहीं भरने का आरोप है।

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