चंदौली में अवैध रेल टिकट बनाने वाले दो गिरफ्तार, टिकट, कंप्यूटर, प्रिंटर व मोबाइल बरामद
आइआरसीटीसी पर निजी आइडी बनाकर अपने लिए रेलवे का टिकट लिया जा सकता है। इसमें शर्त होती है कि एक माह में छह टिकट ही लिया जा सकता है लेकिन कुछ संचालक अवैध तरीके से अधिक रेल टिकट बनाते हैं।
चंदौली, जेएनएन। आरपीएफ गलत तरीके से टिकट बनाने वालों के खिलाफ कार्रवाई में जुटी है। रविवार को टीम ने कसाब महाल में जनसेवा केंद्र की आड़ में निजी आइडी पर रेलवे का टिकट बनाने वाले दो व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से 28 ई-टिकट, कंप्यूटर, प्रिंटर और एक मोबाइल बरामद हुआ। आरपीएफ ने सीएससी संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया।
आइआरसीटीसी सीएससी संचालकों को रेलवे टिकट बनाने के लिए लाइसेंस देती है। लाइसेंसधारक निर्धारित कमीशन पर यात्रियों का रेलवे टिकट बनाते हैं। दूसरा आइआरसीटीसी पर निजी आइडी बनाकर अपने लिए रेलवे का टिकट लिया जा सकता है। इसमें शर्त होती है कि एक माह में छह टिकट ही लिया जा सकता है लेकिन, कुछ संचालक अवैध तरीके से अधिक रेल टिकट बनाते हैं। जीआरपी को कसाब महाल में इस तरह के रैकेट की जानकारी हुई। एक व्यक्ति को पोस्ट पर बुलाकर पूछताछ की। इस पर उसने अवैध टिकट बनाने की बात स्वीकार की। इसके बाद उपनिरीक्षक अमरजीत दास, प्रधान आरक्षी योगेंद्र बहादुर सिंह, आरक्षी अच्छेलाल यादव व अपराध आसूचना शाखा सहायक उपनिरीक्षक मोहम्मद असलम खान, प्रधान आरक्षी पवन कुमार व दुर्गेश आनंद ने कसाब महाल स्थित जनसेवा केंद्र में छापेमारी की।
कंप्यूटर की जांच की गई तो 34 हजार 266 रुपये मूल्य के 28 ई टिकट पर्सनल आइडी से बुक किए गए मिले। काउंटर से 370 नकद भी मिला। आरोपितों ने पूछताछ पर बताया कि वे अपने पर्सनल यूजर आइडी से टिकट बनाता हूं और अधिक दाम पर बेच देता हूं। आरपीएफ पोस्ट प्रभारी संजीव कुमार ने बताया कि गिरफ्तार आरोपितों की पहचान मवई खुर्द, इस्लामपुर निवासी मोहम्मद शहीम व इश्तियाक अहमद के रूप में है। मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जिम्मेदारी उपनिरीक्षक अश्विनी कुमार को सौंपी गई है। इसके पूर्व भी क्षेत्र में अवैध टिकट के मामले सामने आते रहे हैं। पुलिस के अनुसार जल्द ही इस मामले में और भी कार्रवाई होगी।