वाराणसी में ड्राइविंग लाइसेंस के लिए दो व्यवस्था, अभ्यर्थी नहीं जा रहे हैं आइटीआइ करौंदी ट्रेनिंग सेंटर
ड्राइविंग लाइसेंस बनाने को लेकर जिले में दो व्यवस्था होने पर सवाल उठने लगे हैं। करौंदी में डीएल अभ्यर्थियों को टेस्ट देना पड़ रहा जबकि चौकाघाट स्थित परिवहन कार्यालय में बिना टेस्ट दिए पास हो जा रहे हैं। अभ्यर्थी आइटीआइ स्थित परिवहन कार्यालय में डीएल बनवाने नहीं जा रहे हैं।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। ड्राइविंग लाइसेंस बनाने को लेकर जिले में दो व्यवस्था होने पर सवाल उठने लगे हैं। आइटीआइ करौंदी में डीएल अभ्यर्थियों को टेस्ट देना पड़ रहा है जबकि चौकाघाट स्थित परिवहन कार्यालय में बिना टेस्ट दिए पास हो जा रहे हैं। ऐसे में डीएल अभ्यर्थी आइटीआइ करौंदी स्थित परिवहन कार्यालय में डीएल बनवाने नहीं जा रहे हैं। यहां बमुश्किल 10 फीसद लोग डीएल बनवाने पहुंच रहे हैं। वहीं, चौकाघाट में डीएल बनवाने के लिए सप्ताहभर इंतजार करना पड़ रहा है।
तेजी से सड़क दुर्घटनाओं के बढऩे, हादसे पर अंकुश लगाने के लिए आइटीआइ करौंदी परिसर में 4.45 करोड़ रुपये से भवन के साथ डीएल टेस्ट के लिए ट्रैक बनवाए गए हैं। यहां डीएल बनवाने से पहले अभ्यर्थियों को टेस्ट देना पड़ता है। टेस्ट देने के डर से डीएल अभ्यर्थी तय स्लाट से काफी कम संख्या में आ रहे हैं। लर्निंग, परमानेंट और नवीकरण के लिए बमुश्किल 30 से 40 लोग पहुंच रहे हैं। इसमें आधे से अधिक अभ्यर्थी टेस्ट में फेल हो जा रहे हैं। जबकि, परिवहन आयुक्त धीरज साहू ने प्रदेश के सभी संभागीय परिवहन अधिकारी और सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी को स्पष्ट आदेश है कि 15 जुलाई से हरहाल में डीएल ड्राइविंग लाइसेंस ट्रेनिंग सेंटर में बनना चाहिए। इस ट्रेनिंग सेंटर का लोकार्पण प्रधानमंत्री के हाथों हुआ है। डीएल ड्राइविंग लाइसेंस की मांग भी है लेकिन नए नियम से भी लोग डर रहे हैं।
तय स्लाट
चौकाघाट कार्यालय
परमानेंट-36
लर्निंग-156
नवीकरण-54
आइटीआइ करौंदी
परमानेंट-180
लर्निंग-249
नवीकरण-105
एक जिले में दो व्यवस्था नहीं हो सकती है
कोई भी नियम सभी के लिए होता है। परिवहन आयुक्त ने सभी डीएल आइटीआइ करौंदी में बने ट्रेनिंग सेंटर में बनाने का निर्देश दिया है। एक जिले में दो व्यवस्था नहीं हो सकती है। यदि है तो गलत है। तकनीकी पहलुओं को दूर करते हुए 15 दिन के अंदर चौकाघाट का परिवहन कार्यालय आइटीआइ करौंदी में शिफ्ट कर दिया जाएगा। इस बारे में जोन के सभी आरटीओ व एआरटीओ से बात की जाएगी।
-एके सिंह, उप परिवहन आयुक्त