टिकट दलालों का मायाजाल ; बर्थ बेचकर हो रहे मालामाल, रेलवे की सुरक्षा एजेंसी आरपीएफ भी अलर्ट

दीपावली पर्व का काउंट डाउन शुरू हो गया है। इसके साथ ही शुरू हो चुकी है रेल टिकटों की कालाबाजारी।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Thu, 17 Oct 2019 09:19 PM (IST) Updated:Fri, 18 Oct 2019 07:30 AM (IST)
टिकट दलालों का मायाजाल ; बर्थ बेचकर हो रहे मालामाल, रेलवे की सुरक्षा एजेंसी आरपीएफ भी अलर्ट
टिकट दलालों का मायाजाल ; बर्थ बेचकर हो रहे मालामाल, रेलवे की सुरक्षा एजेंसी आरपीएफ भी अलर्ट

वाराणसी, जेएनएन। दीपावली पर्व का काउंट डाउन शुरू हो गया है। इसके साथ ही शुरू हो चुकी है, रेल टिकटों की कालाबाजारी। त्योहारी सीजन में कंप्यूटर बर्थ आरक्षण में खेद जता रहे तो टिकट दलाल कंफर्म टिकट का देने का दम भर रहे हैं। मसलन, मनचाहा बर्थ के लिए जेब भी ढीली करनी होगी। जोर-जुगाड़ के बावजूद बर्थ की उम्मीद टूटने पर लोग दलालों की शरण में जा पहुंच रहे हैं। असल में ऐसे लोगों की तादाद हजारों में है, जिन्हें  वर्ष में एक बार दीपावली पर्व अपनों संग मनाने की खुशी किसी भी हाल में गंवारा होता है।

120 दिन पूर्व ही फुल हो गईं कई ट्रेनें

दीपावली 27 अक्टूबर तो छठ महापर्व दो नवंबर को पड़ रहा है। दोनों ही पर्व को लोग अपनों के संग मानने को लालायित रहते हैं। 120 दिन पूर्व ही लोगों ने घर वापसी के टिकट करा लिए। बहुतेरे लोग एक-दो दिन भी चूके तो आरक्षण पाने से वंचित रह गए। अब उनके लिए दलालों का ही सहारा बचा है। सात नवंबर तक ट्रेनों में विभिन्न जगहों के लिए आरक्षित टिकट की जबरदस्त मारामारी है।

जानिये कैसे होता है खेल

टिकट दलाल अपने निजी आइडी से टिकट कराते हैं। विभिन्न उम्र के अलग-अलग नाम से टिकट कराकर रखते हैं। शार्ट नाम से टिकट ज्यादा बनाने का प्रचलन है। मसलन, एन कुमार, जिससे सैकड़ों लोगों का काम चल जाएगा। दलाल, इसी जुगाड़ से कमाई का रास्ता ढूंढ निकाल लेते हैं। कई लोग पहले से सफर का विवरण भरे रहते हैं, साइट खुलते ही एक  क्लिक किया और टिकट कंफर्म। साइबर एक्सर्ट सिस्टम को फास्ट कर लाइन में लोगों को महरूम कर देते हैं।

दलाल से टिकट लेना कितना खतरनाक

अनाधिकृत टिकट के जरिये सफर करना अपराध की श्रेणी में आता है। ईश्वर न करें किसी तरह अनहोनी हुई तो परिजनों को मुश्किल उठानी पड़ती है। सरकारी एजेंसी को बच निकलते के लिए कई रास्ते मिल जाते हैं।

आरपीएफ अलर्ट, आइआरसीटीसी से ले रही क्लू

रेलवे की सुरक्षा एजेंसी आरपीएफ भी अलर्ट है। टिकट दलालों तक पहुंचने को आइआरसीटीसी से क्लू लिए जा रहे हैं। असल में रेलवे की संस्था आइआरसीटीसी ने टिकट बुक करने को कई एजेंट बना रखे हैं। यह संस्था भी नुकसान से बचने को टिकटों के आरक्षण पर निगरानी रखती है। गड़बड़ी की आशंका पर रेलवे की सुरक्षा इकाइयों को सूचना देती है, जिसके बाद गोरखधंधेबाज पकड़े जाते हैं।       

बोले अधिकारी :

रिमोट एरिया में ज्यादा खेल होता है। हमने ऐसे इलाकों में पर्वों से पूर्व ही टीम गठित कर दी गई थी। 14 लोगों पकड़े गए, उनके पूछताछ के बाद कई क्लू सामने आए हैं। रेल मंडल के छपरा, सिवान में ज्यादा लोग हाथ आए हैं।

-ऋषि पांडेय, कमांडेंट आरपीएफ। 

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