वाराणसी के जिला महिला चिकित्सालय के एमसीएच विंग में उपचार शुरू, एमएस तैनात

वाराणसी के जिला महिला चिकित्सालय के एमसीएच विंग में मरीजों की ओपीडी लगातार की जा रही है। सामान्य तथा सिजेरियन प्रसव कराये जा रहे हैं। सभी जरूरी व्यवस्थायें चुस्त और दुरुस्त हैं। यह अस्पताल बच्चों और महिलाओं की किसी भी तरह की समस्या से निपटने के लिए समर्पित है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 06:54 PM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 06:54 PM (IST)
वाराणसी के जिला महिला चिकित्सालय के एमसीएच विंग में उपचार शुरू, एमएस तैनात
जिला महिला चिकित्सालय के एमसीएच विंग में कार्यरत डाक्‍टर

जागरण संवाददाता, वाराणसी। जिला महिला चिकित्सालय के एमसीएच विंग में मरीजों की ओपीडी लगातार की जा रही है। सामान्य तथा सिजेरियन प्रसव कराये जा रहे हैं। सभी जरूरी व्यवस्थायें चुस्त और दुरुस्त हैं। यह अस्पताल बच्चों और महिलाओं की किसी भी तरह की समस्या से निपटने के लिए समर्पित है। यह कहना है जिला महिला चिकित्सालय की प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक (एसआईसी) डा. लिली श्रीवास्तव का।

डा. लिली श्रीवास्तव ने बताया कि अस्पताल में 100 शैय्या (बेड) का मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य विंग काम करना शुरू कर दिया है। मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य विंग छह अक्टूबर से जिला महिला चिकित्सालय में हेरिटेज मेडिकल कालेज के अन्तर्गत (पीपीपी माडल) से संचालित हो रहा है । इस विंग का उद्देश्य बच्चों और प्रसूताओं को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराना है, जिससे मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम किया जा सके। अस्पताल में सभी सुविधायें निःशुल्क दी जाएंगी। अस्पताल में गत 21 अक्टूबर को दो बच्चे भर्ती किए गए।

उन्होने बताया कि पुरानी बिल्डिंग में संचालित अस्पताल में जो भी गर्भवती आती हैं उन्हें दूसरी जगह रेफर नहीं करते हैं, सामान्य प्रसव के अलावा ड्यूटी पर तैनात डाक्टर सिजेरियन वाले मरीज का सफलतापूर्वक ऑपरेशन कर देते हैं। अस्पताल में जुलाई से सितंबर तक 558 गर्भवती का सामान्य प्रसव तथा 477 गर्भवती का सिजेरियन द्वारा प्रसव कराया जा चुका है।

अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग में 210 बेड तैयार हैं, जिसमें सात बेड पीड्रियाटिक के पहले से संचालित हैं। इसमें चार डॉक्टर, आठ स्टाफ नर्स तथा 10 अन्य सहयोगी स्टाफ कार्यरत हैं। एनएचएआई के सहयोग से ऑक्सीजन प्लांट लगाया गया है, जिसका सिविल कार्य पूरा हो चुका है, अस्पताल में पाइप लाइन पहले से है, जिसे प्लांट से जोड़ दिया गया है। हेरिटेज मेडिकल कालेज के अंतर्गत पीपीपी माडल पर संचालित 100 शैय्या मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य विंग में तैनात चिकित्सा अधीक्षक डा. उषा यादव ने बताया कि कामर्सियल ऑपरेशन डेट (सीओडी) मिलने के बाद 6 अक्टूबर से मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य विंग को शुरू कर दिया गया है। विभाग में कुल 100 बेड की व्यवस्था है, जिसमें 15 बेड पीड्रियाटिक के तथा 12 बेड एसएनसीयू के तैयार हैं। 20 बेड प्रसव पूर्व भर्ती के लिए तथा 20 बेड प्रसव के उपरांत भर्ती के लिए भी तैयार हैं। वार्ड में ऑक्सीजन की पाइप लाइन लग गयी है, विभाग में सिक न्यू बार्न केयर यूनिट (एसएनसीयू), इंटेन्सिव केयर यूनिट (आईसीयू), ऑपरेशन थिएटर तथा लेबर रूम तैयार हैं । इस समय विभाग में चिकित्सक सहित 42 स्टाफ की तैनाती कर दी गई है। आने वाले समय में लगभग 100 से अधिक स्टाफ नियुक्त किए जायेंगे, जिसमें टेक्निकल स्टाफ 5 से 7, स्टाफ नर्स 45 से 60, वार्ड ब्वाय 5 से 7 , सफाई कर्मचारी 10 से 15 तथा अन्य स्टाफ भी होंगे।

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