कोविड मरीजों के इलाज में किसी भी स्तर पर बिना समय गंवाए प्रक्रिया शुरू हो जाय : एके शर्मा

कोरोना संक्रमण रफ्तार पर और सफलता के साथ ब्रेक लगाने और कोविड मरीजों के इलाज में किसी भी स्तर पर बिना समय गंवाए शुरू हो जाय। एके शर्मा ने जिले की सभी सामुदायिक और प्रथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को 15 मई तक 24 घंटे पूरी क्षमता से चलाने का निर्देश दिया।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Tue, 04 May 2021 05:00 PM (IST) Updated:Tue, 04 May 2021 05:00 PM (IST)
कोविड मरीजों के इलाज में किसी भी स्तर पर बिना समय गंवाए प्रक्रिया शुरू हो जाय : एके शर्मा
सर्किट हाउस सभागार में चिकित्सकों के साथ बैठक करते एमएलसी एके शर्मा

वाराणसी, जेएनएन। कोरोना संक्रमण रफ्तार पर और सफलता के साथ ब्रेक लगाने और कोविड मरीजों के इलाज में किसी भी स्तर पर बिना समय गंवाए उसका उपचार शुरू हो जाय। साथ ही अन्य छोटी-बड़ी समस्याओं पर सरकारी और गैर सरकारी अस्पतालों से आए संचालकाें के सुझावों और बताई गई कमियों को दूर करने पर प्रभावी रूप से कार्य करने पर मंथन किया गया।

आप पर दबाव है फिर भी थोड़ा संयम और शालीनता बरतें और अब गुड टू बेटर करने की जरूरत है। मरीजों के परिजनों को मरीज की जानकारी देने की व्यवस्था बनाने की बात भी कही। एमएलसी एके शर्मा की अध्यक्षता में मंगलवार को सर्किट हाउस सभागार में हुई बैठक में सभी अस्पतालों के चिकित्सकों ने भाग लिया।

एके शर्मा ने जिले की सभी सामुदायिक और प्रथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को 15 मई तक 24 घंटे पूरी क्षमता से चलाने का निर्देश दिया। सभी कर्मचारियों की छुट्टियां निरस्त करते हुए शिफ्ट में ड्यूटी करने की बात कही। 10 दिनों तक जिले के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों के साथ साथ पीएचसी, सीएचसी गंभीरता से काम करेंगे तो कोरोना पर ब्रेक लगाने में हम सक्षम होंगे। सभी डाक्टरों से आग्रह किया कि आप मरीजों का इलाज मेहनत से करते रहे हैं। होमी भाभा कैंसर अस्पताल के डाक्टरों के 24 घंटे लैब टेस्टिग चालू रखने के सुझाव पर अमल करने का निर्णय लिया गया। सभी अस्पतालों के रिसेप्शन काउंटर पर मेडिकल सुविधाएं हासिल करने से सम्बंधित फोन नंबर जिसमें, आक्सीजन, रेमडिसिविर, शव वाहिनी, कंट्रोल रूम, एम्बुलेंस सुविधा आदि आवश्यक रूप से डिस्प्ले करने का निर्देश दिया गया।

मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल ने कहा कि ऐसे निजी अस्पताल जो बड़े पैमाने पर चल रहे हैं या जो भी आर्थिक रूप से सक्षम हों वे लिक्विड आक्सीजन प्लांट अपने अस्पताल में स्थापित कराना चाहें तो प्रशासन के सहयोग से लगवा सकते हैं, क्यों कि यह भविष्य में अस्पताल के लिए वर्दान साबित होगा। उन्होंने सभी अस्पतालों को रिसेप्शन काउंटर पर अस्पताल का स्टेटस, खाली बेडों की संख्या, आक्सीजन की उपलब्धता, आईसीयू बेड, भर्ती मरीजों की संख्या, डिस्चार्ज मरीजों की संख्या आदि का विवरण डिस्प्ले बोर्ड पर प्रतिदिन अपडेट करते हुए दर्ज करें।

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