मंदिर में भंडारा के दौरान बवाल और फायरिंग, जाम लगाने पर पुलिस ने भांजी लाठी

कैंट के चौकाघाट के घौसाबाद मुहल्ले में शनिवार शाम मंदिर में भंडारा के दौरान दो पक्षों के बीच टकराव हो गया मारपीट के साथ ही फायरिंग की भी खबर फैली।

By Edited By: Publish:Sun, 21 Apr 2019 01:31 AM (IST) Updated:Sun, 21 Apr 2019 01:31 AM (IST)
मंदिर में भंडारा के दौरान बवाल और फायरिंग, जाम लगाने पर पुलिस ने भांजी लाठी
मंदिर में भंडारा के दौरान बवाल और फायरिंग, जाम लगाने पर पुलिस ने भांजी लाठी

वाराणसी, जेएनएन। कैंट के चौकाघाट के घौसाबाद मुहल्ले में शनिवार शाम मंदिर में भंडारा के दौरान दो पक्षों के बीच टकराव हो गया। मारपीट के साथ ेही फाय¨रग की भी खबर फैली। गुस्साए लोगों ने चक्काजाम कर दिया। आरोप है कि मौके पर पहुंचे नदेसर चौकी प्रभारी अशोक कुमार ने आचार संहिता का हवाला देते हुए लोगों को कार्रवाई की चेतावनी दी। नाराज लोग धरने पर बैठे तो मौके पर पहुंचे सीओ कैंट ने उन्हें समझाने की कोशिश की। चौकी प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई पर अड़े लोगों को पुलिस ने लाठीचार्ज कर हटाया। फिर बुजुर्गो के जरिए लोगों को शांत कराया गया। लाठीचार्ज में कृष्णवीर सिंह और प्रतीक पटेल घायल हो गए।

घौसाबाद में कपूर कटरा स्थित मा ज्वाला देवी मंदिर में हर वर्ष क्षेत्रीय दुकानदारों और स्थानीय लोगों के सहयोग से भंडारा होता है। मन्दिर की देखरेख की जिम्मेदारी विनोद सैनी नामक व्यक्ति को दी गई है। छात्र नेता राहुल राज का आरोप है कि विनोद ने मंदिर पर अपना आधिपत्य जमा लिया जो लोगों को अखर रहा है। शनिवार देर शाम भंडारे के कार्यक्रम के दौरान विनोद सैनी और आयोजनकर्ताओ के बीच किसी बात पर झड़प हो गई। मारपीट भी हो गई। फाय¨रग की भी खबर फैली।

आरोप है कि मौके पर पहुंचे चौकी प्रभारी नदेसर अशोक कुमार ने गलत हरकत करने वालों पर कार्रवाई की बजाय स्थानीय लोगों से दुव्यर्वहार कर दिया। इसके बाद ही लोग भड़क उठे और सड़क पर जाम लगाने के साथ ही धरना भी दे दिया। सीओ कैंट (आईपीएस) अनिल कुमार ने समझाने का प्रयास किया लेकिन लोग कहते रहे कि पहले चौकी प्रभारी पर कार्रवाई हो। इसके बाद लोगों को हटाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। सीओ ने कुछ स्थानीय बुजुर्गो के जरिए शांति बहाली की। घटना की सूचना पाकर पूर्व विधायक अजय राय भी पहुंचे।

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