100 करोड़ धनराशि खर्च कर पर्यटन क्षेत्र सारनाथ का अंतरराष्ट्रीय मानक के तहत होगा विकास

कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बताया कि विश्व बैंक द्वारा वित्तपोषित प्रो-पूअर योजना के तहत 100 करोड़ से भी अधिक धनराशि खर्च कर पर्यटन क्षेत्र सारनाथ का अंतरराष्ट्रीय मानक के तहत विकास होगा। आस-पास के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को भी टूरिज्म के माध्यम से रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Thu, 01 Oct 2020 10:49 PM (IST) Updated:Thu, 01 Oct 2020 10:49 PM (IST)
100 करोड़ धनराशि खर्च कर पर्यटन क्षेत्र सारनाथ का अंतरराष्ट्रीय मानक के तहत होगा विकास
100 करोड़ से भी अधिक धनराशि खर्च कर पर्यटन क्षेत्र सारनाथ का अंतरराष्ट्रीय मानक के तहत विकास होगा।

वाराणसी, जेएनएन। कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बताया कि विश्व बैंक द्वारा वित्तपोषित प्रो-पूअर योजना के तहत 100 करोड़ से भी अधिक धनराशि खर्च कर पर्यटन क्षेत्र सारनाथ का अंतरराष्ट्रीय मानक के तहत विकास होगा। आस-पास के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के साथ-साथ अन्य लोगों को भी टूरिज्म के माध्यम से रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। साथ ही उनकी जीवन शैली का उन्नयन भी होगा। पर्यटकों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं भी प्राप्त होंगी।

कमिश्नर दीपक अग्रवाल गुरुवार को मंडलीय सभागार में नगर निगम, जलनिगम, जलकल, विद्युत, लोक निर्माण विभाग, वन विभाग सहित अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट करने वाले विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे। उन्होंने निर्देशित किया कि विभागीय योजना से संबंधित सारनाथ में कोई परियोजना लंबित व संभावित है तो स्थलीय निरीक्षण कर इस परियोजना के साथ-साथ ही वे अपने विभागीय कार्यों को भी पूर्ण करा लें, ताकि बाद में किसी कार्य के लिए अनुमति की आवश्यकता न पड़े। छोटे-छोटे क्लस्टर चिह्नित कर पृथक-पृथक फैसिलिटी सेंटर भी बनाए जाएंगे। सुहेलदेव तिराहा से धर्मपाल चौराहा तक प्रोमिनाड यानी इस मार्ग पर पाथवे, वेंङ्क्षडग जोन, स्ट्रीट लाइट, पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए व्यापक पैमाने पर सीसीटीवी कैमरे आदि लगाए जाएंगे। पर्यटन के विकास व बढ़ावा देने के उद्देश्य से डियर पार्क को मृग हब के रूप में लगभग चार करोड़ की धनराशि खर्च कर विकसित किया जाएगा। प्रभागीय वनाधिकारी को प्रोजेक्ट बनाने के लिए निर्देशित किया गया। डियर पार्क को आकर्षक बनाने के लिए नए जानवर लाए जाएंगे।

हस्तशिल्प उद्योग से जुड़े सारनाथ के आस-पास की ग्राम सभाओं को चिह्नित कर वहां पर स्किल डेवलपमेंट सेंटर बनाए जाएंगे। सारनाथ आने वाले पर्यटकों की सुविधा के लिए इसे ङ्क्षरग रोड से जोड़ा जाएगा। इससे लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा बाबतपुर से पर्यटकों को सारनाथ पहुंचने में मात्र 15 से 20 मिनट का समय लगेगा। बुद्धा थीम पार्क के पास वाहन पार्किंग के साथ ही पर्यटकों के लिए ई-रिक्शा, फूड कोर्ट की भी व्यवस्था होगी। रामनगर, काशीपुर, चुरामनपुर व फुलवरिया में बनने वाले हस्तशिल्प प्रोडक्ट के स्किल डेवलपमेंट के लिए स्किल सेंटर बनाने को विश्व बैंक के मानक के अनुसार प्रोजेक्ट बनाकर भेजे जाने का निर्देश दिया गया। बैठक में एसएसपी अमित पाठक, विकास प्राधिकरण के राहुल पांडेय, पर्यटन अधिकारी कीर्तिमान श्रीवास्तव के अलावा नगर निगम, लोक निर्माण विभाग, विद्युत, जलनिगम व जल संस्थान आदि विभागों के अधिकारी एवं अभियंता प्रमुख रूप से उपस्थित थे।

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