Top 5 Varanasi News Of The Day 6 May 2021 : गुरुवार सुबह मात्र 361 मरीज मिले, 27 बेड पर केवल 15 वेंटिलेटर, मांगी बीमारों के शिफा की दुआ
बनारस शहर की कई खबरों ने गुरुवार यानी 6 मई को सुर्खियां बटोरीं जानिए शाम पांच बजे तक की शहर-ए-बनारस की पांच प्रमुख और चर्चित खबरें जो दिन भर चर्चा में बनी रहीं और लोगों की नजरें भी उन खबरों पर रही।
वाराणसी, जेएनएन। बनारस शहर की कई खबरों ने गुरुवार को चर्चा बटोरी जिनमें गुरुवार सुबह मात्र 361 मरीज मिले, 27 बेड पर केवल 15 वेंटिलेटर, मांगी बीमारों के शिफा की दुआ, चार हजार लोगों को कोरोना दवा किट, बादलों की विदाई के बाद अब चढ़ेगा पारा आदि प्रमुख खबरें रहीं। जानिए शाम पांच बजे तक की शहर-ए-बनारस की पांच प्रमुख और चर्चित खबरें।
CoronaVirus in Varanasi : ...तो थमने लगी है कोरोना संक्रमण की रफ्तार, गुरुवार सुबह मात्र 361 मरीज मिले
वाराणसी जिले में अब लग रहा है मानो कोरोना वायरस संक्रमण ने अपने पांव को सिकोड़ना शुरू कर दिया है। बुधवार की शाम से लेकर गुरुवार की सुबह 11 बजे तक मात्र 361 संक्रमित मरीज ही सामने आए हैं। जबकि इसके सापेक्ष 2500 सैंपल थे। इस लिहाज से करीब 14 प्रतिशत सैंपल ही पॉजिटिव मिले हैं। जिले में लगातार लोगों के ठीक होने के साथ ही सक्रिय मामलों में आ रही कमी की वजह से कोरोना वायरस का प्रसार थमने लगा है। वाराणसी जिले में इस समय मात्र 14201 संक्रमित मामले ही बचे हैं, जबकि ठीक होने की रफ्तार भी काफी उत्साह जनक है। हालांकि अब तक जिले में कोरोना वायरस से 616 लोग दम तोड़ चुके हैं। इस बीमारी को जिले में अब तक आधिकारिक रूप से 57145 लोग मात दे चुके हैं।
हद है, वेंटिलेटर नॉट वर्किंग... BHU ट्रॉमा सेंटर के आईसीयू में 27 बेड पर केवल 15 वेंटिलेटर
वाराणसी, जेएनएन। बीएचयू के ट्रॉमा सेंटर को जिला प्रशासन द्वारा दिये गए 14 वेंटिलेटर में से कई काम कर रहे हैं, मगर अस्पताल प्रशासन द्वारा बताया जा रहा है कि सभी वेंटिलेटर रद्दी हैं। उनके सर्किट और फ्लो सेंसर खराब हैं। सूत्रों के हवाले से मिली सूचना के मुताबिक वेंटिलेटर में जो खराबी है उसके लिए तमाम इंजीनियर हैं जो एक ही झटके में सही कर देंगे, मगर लापरवाही व अज्ञात कारणों के चलते उनकी रिपेयरिंग ही नहीं कराई जा रही है। वहीं ट्रॉमा सेंटर में कुल 27 आईसीयू बेड हैं, जबकि प्रोफेसर इन चार्ज डॉ. एस के गुप्ता के अनुसार ट्रॉमा सेंटर में कुल 15 वेंटिलेटर ही हैं। अब ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या बाकी के 12 बेड बिना वेंटिलेटर के रखे गए हैं। कोरोना के कारण बीएचयू के सर सुंदरलाल और ट्रॉमा सेंटर में कई कोरोना पीड़ित विगत दिनों वेंटिलेटर के इंतजार में अपनी जान गवां चुके हैं, उधर ट्रॉमा सेंटर में 14 वेंटिलेटर चौदह दिनों से एक कमरे में धूल फांक रहे हैं।
शब-ए-कद्र की दूसरी रात बनारस में भी जारी रहा इबादतों का सिलसिला, मांगी बीमारों के शिफा की दुआ
शब-ए-कद्र की दूसरी रात उम्मते मुस्लिमा इबादत-ए-इलाही में मशगूल रही। रात भर घरों में तिलावते कलामपाक की सदा बुलंद रही तो वहीं नफ्ली नमाजों का भी एहतेमाम किया गया। इससे पूर्व बुधवार को मगरिब की अजान होते ही रोजेदारों ने खजूर व शर्बत से रोजा खोला और अपना 22वां रोजा मुकम्मल किया। इफ्तार के दस्तरख्वान पर अस्पतालों में जिंदगी और मौत से जूझ रहे कोरोना मरीजों की शिफा के लिए दुआएं मांगी। इशा की नमाज अदा करने के बाद लोगों ने थोड़ा आराम किया। फिर कुछ लोगों ने मस्जिदों का रुख किया तो वहीं बाकियों ने घरों में रहकर ही इबादतों का सिलसिला सारी रात जारी रखा। गुरुवार की भोर में सहरी कर इबदतगुज़ारों ने 23वें रोजे की नीयत की। अज़ान के बाद घरों में ही फज्र की नमाज अदा की गई। शब-ए-क्रद वह अजीम रात है, जिसके बारे में फरमाया गया है कि इस एक रात इबादत करना हजार महीनों की इबादत से अफजल है।
वाराणसी में 20 लाख की आबादी में दो दिन में बांटी चार हजार लोगों को कोरोना दवा किट
पंचायत चुनाव में गांवाें में पैर पसार चुकी कोरोना संक्रमण को नियंत्रति करने के लिए जिला प्रशासन ने पूरी ताकत झोंक दी है। जिला प्रशासन ने इसकी जिम्मेदारी तीन विभागों को दी है। दो दिनों में तीनों विभागों के कर्मचारियों ने आठों ब्लाक में करीब चार हजार लोगों को दवा किट उपलब्ध कराने के साथ घर से बाहर नहीं निकलने की सलाह दी। ऐसे में गांव की करीब 20 लाख आबादी को दवा किट बांटने में तीन विभागों की टीम को सालाें लग जाएंगे। जिला प्रशासन को दवा के साथ कर्मचारियों की संख्या बढ़ानी होगी। वहीं, गांवों में दवा नहीं पहुंचने से ग्रामीणों में गुस्सा है। पंचायत चुनाव ने गांवों में काेरोना संक्रमण फैलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। जांच कराई जाए तो हर घर में एक-दो लोग कोरोना संक्रमित मिलेंगे। कुछ लोगों ने जांच कराई तो उनके रिपोर्ट पाॅजिटिव आए और घर एक कमरे या बाहर किसी कमरे में क्वारंटाइन है।
Varanasi City Weather Update : बादलों की विदाई के बाद अब चढ़ेगा पारा, बादल आएंगे दोबारा
पूर्वांचल में मौसम का रुख अपने समय के अनुसार ही बदल रहा है। आसमान में बादलों की सक्रियता न्यून हो गई है लेकिन बादलों के असर की वजह से तापमान में कमी आ गई है। मौसम विज्ञानी मान रहे हैं कि अब उमस और गर्मी का दौर होना है। क्योंकि मानसून के आगमन में यह परिस्थितयां आवश्यक हैं। हालांकि, पूर्वांचल में बादलों की रह रहकर सक्रियता हो रही है और तापमान को बादल राहत भी दे रहे हैं। मौसम विज्ञानी मान रहे हैं कि लोकल हीटिंग और पर्याप्त नमी की वजह से हवाओं का रुख बदल रहा है और बादल भी बन रहे हैं। मौसम विभाग ने इस पूरे सप्ताह बादलों की आवाजाही के संकेत दिए हैं। गुरुवार की सुबह आसमान साफ रहा और बादलों की मौजूदगी काफी कम रही, दिन चढ़ा तो नौ बजते बजते आसमान साफ हो गया और आसमान से बरसने वाली आंच की वजह से लोगों को धूप का भी बखूबी अहसास हुआ। दिन चढ़ने पर पारे में भी इजाफा हुआ।