Top 5 Varanasi News Of The Day 13 April 2021 : मंगलवार सुबह 692 नए संक्रमित, मंडुआडीह में हत्या के खुलासा का दावा, दूध के दामों में 15 फीसद का उछाल
बनारस शहर की कई खबरों ने मंगलवार यानी 13 अप्रैल को सुर्खियां बटोरीं जानिए चार बजे तक की शहर-ए-बनारस की पांच प्रमुख और चर्चित खबरें जो दिन भर चर्चा में बनी रहीं और लोगों की नजरें भी उन खबरों पर रही।
वाराणसी, जेएनएन। बनारस शहर की कई खबरों ने मंंगलवार यानी 13 अप्रैल को सुर्खियां बटोरींं जिनमें मंगलवार सुबह 692 नए संक्रमित, मंडुआडीह में हत्या के खुलासा का दावा, दूध के दामों में 15 फीसद का उछाल, चैत्र नवरात्र के प्रथम दिन घरों में घट स्थापना, प्रेमचंद के आवास से छह पंखे गायब आदि प्रमुख खबरें रहीं। जानिए शाम चार बजे तक की शहर-ए-बनारस की पांच प्रमुख और चर्चित खबरें।
Corona Virus in Varanasi : मंगलवार की सुबह 692 नए संक्रमित, मृतकों का आंकड़ा 400 के पार
जिले में कोरोना संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है, मंगलवार की सुबह 692 नए संक्रमण के मामले सामने आए हैं। 22920 लोग अबतक कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद बीमारी से उबर चुके हैं।संक्रमित होने वाले लोगों की कुल संख्या बढ़कर 8458 हो गई है। वहीं मरने वालों की संख्या बढ़कर 402 हो गई है। वहीं 4993 लोगों की कोराेना रिपोर्ट का इंतजार है। जिले में संक्रमण की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए घाटों और पार्कों पर लोगों का जमावड़ा रोकने की तैयारी प्रशासन ने कर रखी है। जबकि संक्रमण पर लगाम के साथ ही अस्पतालों में सुविधा बढ़ाने पर भी प्रशासन का जोर है। वहीं अस्पतालों में खाली बेड की संख्या भी सीमित होती जा रही है।
मंडुआडीह में हत्या के खुलासा का दावा, आरोपित दत्तक पुत्री और दामाद पुलिस की पकड़ से दूर
मंडुआडीह क्षेत्र के शिवदासपुर लालबत्ती क्षेत्र में विगत दिनों महिला लालता देवी 48 वर्ष की गला दबाकर हुई हत्या में पुलिस ने अंकित कुमार सिंह (21) निवासी अकथा, पहड़िया थाना लालपुर व विक्की जायसवाल (21) निवासी संजय नगर कॉलोनी, पहड़िया थाना लालपुर को एक कार के साथ पुलिस लाइन फ्लाई ओवर के ऊपर से गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार दोनों पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि हम लोग व हिना तथा राहुल उर्फ रंजन त्रिपाठी सभी मिलकर मृतका लालता देवी की संपत्ति हथियाने के लिए उसकी हत्या का प्लान बनाया और लालता देवी की हत्या कर उसका शव दरी व कंबल में लपेट कर कार में रख कर कहीं सुनसान जगह फेकने का प्लान बना रहे थे तभी मृतका का भाई विजय द्वारा अपनी बहन को खोजे जाने से परेशान थे।
नवरात्र में मांग बढ़ने से दूध के दामों में 15 फीसद का उछाल, दुकानदारों ने बढ़ाए दही और लस्सी के दाम
लग्न नहीं होने के बाद भी बाजार में दूध का भाव उबाल मार रहा है। होली पर तो दूध का भाव जहां 50-60 रुपये प्रति लीटर चल रहा था। वहीं अब नवरात्र शुरु होने से एक दिन पूर्व ही मंडी में दूध का भाव 65-70 प्रति लीटर के भाव बिका। मंडी में दूधियों ने बताया कि गर्मी के दिनों में दुकानों पर लस्सी की खपत बढ़ जाती है। इस कारण दूध की मांग बढ़ जाती है। गर्मी में दूध का उत्पादन भी कम हो जाता है। इस कारण मांग के सापेक्ष पूर्ति नहीं हो पाती है। नवरात्र के कारण आगामी दस दिन तक दूध का बाजार तेज रहेगा। नवरात्र में नौ दिन का व्रत रखने वाले लोग इस भीषण गर्मी में दही और लस्सी का सहारा लेंगे। इस कारण दही और लस्सी की मांग भी बढ़ जाएगी। बढ़ती मांग को देखकर कुछ दुकानदारों ने लस्सी में पांच रुपये की वृद्दि भी कर दी है। लस्सी का छोटा पुरवा जहां 20 रुपये का था वहीं अब 25 रुपये का हो गया है।
चैत्र नवरात्र के प्रथम दिन घरों में घट स्थापना, माता दरबार में आस्थावानों ने टेका मत्था
चैत्र नवरात्र के प्रथम दिन सुबह लोग नित्य क्रिया से निवृत्त होकर तय मुहूर्त में माता के आगमन पर कलश स्थापित किया। उसके बाद पूरे विधि-विधान से माता का पूजन किया गया। इसके साथ ही मंगलवार सुबह से घरों में अखंड ज्योत जलाया गया। इसके बाद व्रती जनों ने माता को ध्यान करते हुए पाठ किया। घर में पूजन करने के बाद युवतियों और महिलाओं की भारी भीड़ देवी दरबार में उमड़ी। शास्त्रीय मान्यता के अनुसार प्रथम दिन माता शैलपुत्री देवी के दर्शन का विधान है। सरैया स्थित मंदिर के महंत गणेश गोस्वामी ने बताया कि सुबह में माता को स्नान कराकर नूतन वस्त्र और आभूषण धारण कराया गया। उसके बाद भोर में मां की विशेष आरती की गयी। उसके बाद भक्तों के दर्शन के लिए मां का कपाट कोल दिया गया। बीच-बीच में पुलिस प्रशासन के लोगों ने बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए मंदिर कोना-कोना सैनिटाइज कर रहे थे। बिना मास्क के किसी भी श्रद्धालु को प्रवेश नहीं दिया जा रहा था।
वाराणसी में मुंशी प्रेमचंद के आवास से छह पंखे गायब, लमही स्मारक की सुरक्षा पर चोरों का खतरा
धर्म संस्कृति और आध्यात्म के साथ ही साहित्य की भी नगरी भी काशी रही है। मगर धरोहरों के संरक्षण को तो छोड़िए चोरों के खिलाफ भी कार्रवाई से परहेज के हालात हैं। देर रात मुंशी जी के लमही से पंखा चोरी होने के बाद भी पुलिस दोपहर तक शांत बैठी रही। इस मामले में कोई भी कार्रवाई होते न देखकर स्थानीय लोगों में भी संशय की स्थिति बनी हुई है। गरीब- गुरबा की आवाज को अपनी कलम से धार देने वाले महान उपन्यासकार मुंशी प्रेमचंद के आवास से रविवार देर रात सभी छह पंखे चोरी हो गए। इसकी जानकारी सोमवार सुबह हुई जब मुंशी प्रेमचंद स्मारक की देखरेख करने वाले सुरेशचंद्र दुबे सफाई करने पहुंचे। आवास का ताला खोलते ही उन्हें जमीन पर कुछ पेंच गिरे दिखे। नजर जब पंखे की ओर गई तो वे अवाक रह गए। दूसरे कमरों में गए त उनमें लगे पंखे भी गायब थे।