Top 5 Varanasi News Of The Day 10 july 2021 : वाराणसी ब्लॉक प्रमुख चुनाव परिणाम, 15 जुलाई को आ सकते हैं PM नरेंद्र माेदी, वाहन की चपेट में आने से दो की मौत
बनारस शहर की कई खबरों ने शनिवार यानी दस जुलाई को सुर्खियां बटोरीं जानिए तीन बजे तक की शहर-ए-बनारस की पांच प्रमुख और चर्चित खबरें जो दिन भर चर्चा में बनी रहीं और लोगों की नजरें भी उन खबरों पर रही।
वाराणसी, जेएनएन। बनारस शहर की कई खबरों ने शनिवार को चर्चा बटोरी जिनमें वाराणसी ब्लॉक प्रमुख चुनाव परिणाम, 15 जुलाई को आ सकते हैं PM नरेंद्र माेदी, वाहन की चपेट में आने से दो की मौत, बिस्मिल्लाह खां के दामाद को मुश्किल से मिला बेड, टीकाकरण में चप्पल और जूतों की लगी कतार आदि प्रमुख खबरें रहीं। जानिए शाम चार बजे तक की शहर-ए-बनारस की पांच प्रमुख और चर्चित खबरें।
वाराणसी ब्लॉक प्रमुख चुनाव परिणाम 2021: भाजपा के दांव पर पेंच फंसाने में जुटी सपा, शाम तक आएगा परिणाम
पूर्वांचल में पंचायत चुनाव काफी रोचक होता जा रहा है। अंतिम दौर में ब्लॉक प्रमुख का चुनाव होने के साथ ही पंचायत चुनावों का रोमांच शाम को परिणाम के साथ ही थम जाएगा। दूसरी ओर वाराणसी में उम्मीदवारों की रातें जहां बीडीसी की अपने पक्ष में संंख्या जुटाने में बीती वहीं अपने पाले के बीडीसी प्रत्याशियों की रखवाली अंतिम समय तक सियासी दलों के लिए चुनौती रही। परिणाम से पूर्व सभी उम्मीदवार और सियासी दल अपनी जीत सुनिश्चित करने में अंतिम क्षण तक लगे रहे। बहरहाल शनिवार को मतदान का दिन निर्धारित है, दोपहर तीन बजे के बाद वोटों की गिनती होगी। इसके बाद स्थिति स्पष्ट हो जाएगी कि कौन रणनीति में सफल रहा। बडागांव ब्लाक में दोपहर एक बजे तक कुल 62 लोग अपने मताधिकार का प्रयोग कर चुके थे।
वाराणसी में 15 जुलाई को आ सकते हैं PM नरेंद्र माेदी, 1100 करोड़ से अधिक की देंगे सौगात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर समेत 750 करोड़ रुपये की परियोजना का लोकार्पण 417 करोड़ की परियोजना का शिलान्यास करेंगे। प्रशासन की ओर से इसकी तैयारी को अंतिम रूप लगभग दिया जा चुका है। सीएमओ कार्यालय को इसकी सूची भी भेज दी गई है। उम्मीद जताई जा रही है कि पीएम 15 व 16 जुलाई को आ सकते हैं। हालांकि अभी कार्यक्रम को हरीझंडी नहीं मिली है। उच्चस्तरीय एक बैठक में प्रशासनिक आला अफसरों की ओर से परियोजनाओं का प्रजेंटेशन दिया गया। इसके साथ ही कार्यक्रम की रूपरेखा पर गहन मंत्रणा हुई। बैठक में पीएमओ के अलावा मुख्य सचिव के शामिल होने की बात कही गई। पीएम का कार्यक्रम स्थल क्या होगा आदि विषयों पर चर्चा हुई।
वाराणसी में टेंगरामोड़ पर वाहन की चपेट में आने से दो की मौत, बीमार सास को देखने जाते समय हादसा
रामनगर थाना क्षेत्र का टेंगरामोड़ इन दिनों हादसा मोड़ बनता ही जा रहा है। आये दिन यहां सड़क हादसों में लोग अपनी जान गवां रहे हैं। सड़क चौड़ीकरण के कारण मार्ग बेतरतीब है, जो मौत का कारण बन रहे हैं। रामनगर -मिर्जापुर मार्ग पर एक नर्सरी के समीप दो दिन पूर्व ही चंदौली के सैयदराजा निवासी संजय पाण्डेय की मौत की घटना आसपास के लोगों के जेहन से मिटी भी नहीं थी कि बीती देर रात अज्ञात वाहन की चपेट में आने से दो लोगों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। जानकारी होने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। थाना क्षेत्र के डोमरी गांव निवासी रामजनम पटेल (28) मजदूरी का काम करते थे।
वाराणसी में बिस्मिल्लाह खां के दामाद को घंटों परेशान होने के बाद मिला मंडलीय अस्पताल में बेड
मंडलीय अस्पताल की व्यवस्था के ऊपर निशाना साधते हुये भारत रत्न बिस्मिल्ला खां के परिजनों का आरोप है कि बिस्मिल्ला खां के दामाद और शागिर्द उस्ताद अली अब्बास कि शनिवार को अचानक तबीयत खराब हो गई। जिन्हें परिवार वालों ने मंडलीय अस्पताल के इमरजेंसी में दिखाया जहां डा. ओम प्रकाश ने मरीज की गंभीर हालत को देखते हुए भर्ती कर लिया है। लेकिन बेड खाली ना होने से भर्ती नहीं लिया जा रहा था। काफी परेशान होने पर जब बेड नहीं मिला तब परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया इसके बाद मौके पर पहुंचे समाजसेवी अमन कबीर ने किसी तरह स्ट्रेचर की व्यवस्था कर मरीज उस्ताद अली अब्बास को वार्ड नंबर 10 में भर्ती कराया।
वाराणसी के ईएसआइसी अस्पताल में इंसानों की जगह चप्पल और जूतों की लगी कतार
इसे जागरुकता कहें आवश्कता कहें या अव्यवस्था भी कह सकते हैं। लेकिन जो तस्वीर आप देख रहे हैं यह अपने आप में ही अव्यवस्था की कहानी कह रही है। तस्वीर में चप्पल और जूतों की लंबी कतार दरअसल उन इंसानों की है जो कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए अस्पताल का रुख कर रहे हैं। एक ओर कोरोना वैक्सीन की कमी दूसरी ओर कोरोना संक्रमण के नए खतरे की आहट के बीच हर कोई जल्द से जल्द वैक्सीन लगवा लेना चाह रहा है। ऐसे में वैक्सीन लगवाने वाले केंद्रों में आए दिन झड़प तक की नौबत आ रही है। माना जा रहा है कि यह स्थिति कोरोना संक्रमण के कंट्रोल होने तक जारी रहेगा। ऐसे में मांग के सापेक्ष कम आपूर्ति की वजह से लोगों की लग रही भीड़ ने अस्पतालों में भी चुनौती पेश की है। दूसरी ओर अस्पतालों में लोग सुबह ही वैक्सीन लगवाने पहुंच रहे हैं तो दूसरी ओर वैक्सीन लगवाने वाले अपनी बारी के इंतजार में खड़े खड़े बीमार होने से बेहतर अपने जूते और चप्पलों की कतार लगाकर कहीं सुस्ताते नजर आ जाएं तो इसे व्यवस्था की अव्यवस्था ही कहना उचित होगा।